रांची: प्रकृति पर्व करमा को लेकर रांची के विभिन्न कॉलेजों, स्कूलों और सामाजिक संगठनों के द्वारा एक सप्ताह तक तरह-तरह के कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है. इसी क्रम में रविवार को संत जेवियर कॉलेज में करमा महोत्सव प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप से झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शिरकत की.
करमा महोत्सव प्रतियोगिता के माध्यम से आदिवासी संस्कृति के रीति-रिवाज, वेशभूषा और रहन-सहन की छटा देखने को मिला. इस प्रतियोगिता में विभिन्न प्रतिभागी टीमों ने हिस्सा लिया. प्रतिभागियों की ओर से विभिन्न आदिवासी संगीत और नृत्य से लोगों को खूब झूमाया, लोग मांदर की थाप पर झूमने पर मजबूर हो गए. संत जेवियर कॉलेज में होने वाले इस करमा महोत्सव प्रतियोगिता में नृत्य-संगीत के माध्यम से झारखंड के हरियाली, नदी-नाला, पहाड़-पर्वत को दर्शाने की कोशिश की गई थी.
ये भी पढ़ें:- अस्थमा को योग से मात देकर बनीं एशियन गोल्ड मेडलिस्ट, लगातार 5वीं बार हासिल किया गोल्ड
कार्यक्रम में उपस्थित पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने लोगों को करमा महोत्सव पर बधाई दी. उन्होंने कहा कि करमा महोत्सव प्रकृति का पर्व है, जिस प्रकृति से आदिवासी समाज पहले से जुड़ा है और प्रकृति को बचाकर रखने का काम कर रही है. आज प्रकृति की रक्षा के लिए सरकार लाखों करोड़ों खर्च करके जागरूकता अभियान चला रही है, लेकिन आदिवासी लोग हमेशा से प्रकृति की रक्षा करते आए हैं. आदिवासियों का जीवन-यापन ही प्रकृति से जुड़ा हुआ है. उन्होंने करमा महोत्सव के माध्यम से लोगों को प्रकृति की रक्षा करने का संदेश भी दिए.