देवघर: 2 फरवरी को दुमका में झारखंड मुक्ति मोर्चा के स्थापना दिवस को लेकर कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. इसे लेकर तैयारियां शुरू हैं. देवघर जिले में भी इसे लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं. मंत्री हफीजुल हसन और सारठ विधायक चुन्ना सिंह ने झारखंड मुक्ति मोर्चा द्वारा आयोजित कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं में जोश भरा.
कार्यक्रम में पहुंचे मंत्री हफीजुल हसन ने कहा कि 2 फरवरी का दिन झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकर्ताओं के लिए काफी महत्वपूर्ण है. इस दिन राज्य भर से सभी कार्यकर्ता दुमका पहुंचकर खुद को रिचार्ज करते हैं. पार्टी के सर्वमान्य नेता और झारखंड के निर्माता शिबू सोरेन के भाषण को सुनकर कार्यकर्ता जनता के सामने खुद को मजबूती से पेश कर पाते हैं.
मंत्री हफीजुल हसन ने अपनी एक घटना सुनाते हुए कहा कि दस साल पहले 2 फरवरी को जब वे दिशोम गुरु शिबू सोरेन का भाषण सुनने के बाद अपने क्षेत्र में पहुंचे तो जोश में आकर उन्होंने एक कर्मचारी की पिटाई कर दी थी. जिसका बाद में उन्हें अफसोस हुआ. लेकिन जब कार्यकर्ता 2 फरवरी को होने वाले कार्यक्रम में अपने नेता का भाषण सुनते हैं तो उनमें जोश भर जाता है और जब उन्हें कुछ गलत नजर आता है तो वे खुद को रोक नहीं पाते हैं. इसीलिए पूरे राज्य से सभी कार्यकर्ता 2 फरवरी को इस कार्यक्रम के लिए दुमका जरूर जाते हैं. इसके लिए देवघर में कार्यकर्ताओं को एकजुट किया जा रहा है और अधिक से अधिक लोगों से दुमका पहुंचने की अपील की जा रही है.
कार्यक्रम में मौजूद सारठ के वर्तमान विधायक चुन्ना सिंह उर्फ उदय शंकर सिंह ने कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा और संगठन को कैसे मजबूत किया जाए. इस पर कार्यकर्ताओं से चर्चा की गई. साथ ही देवघर, दुमका, जामताड़ा, पाकुड़, साहिबगंज, गोड्डा जिलों से भाजपा को पूरी तरह से कैसे हटाया जाए इस पर भी चर्चा की गई.
विधायक चुन्ना सिंह ने पूर्व भाजपा विधायक रणधीर सिंह के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि पूर्व विधायक बिना सोचे समझे बयान दे रहे हैं. अगर वे सोच समझकर बयान देते तो उन्हें समझ में आता कि पुरानी सड़कों की मरम्मत जरूरी है. इसलिए वे ठेकेदारों और अधिकारियों को पुरानी सड़कों की मरम्मत करने का निर्देश दे रहे हैं.
मालूम हो कि झारखंड मुक्ति मोर्चा की स्थापना 4 फरवरी 1973 को झारखंड के धनबाद में हुई थी. लेकिन पहली बार स्थापना दिवस का आयोजन 2 फरवरी 1977 को दुमका में किया गया था. तब से हर साल 2 फरवरी को दुमका में रैली निकालकर स्थापना दिवस मनाया जाता है. 2 फरवरी को दुमका में होने वाले कार्यक्रम में झारखंड मुक्ति मोर्चा के सभी वरिष्ठ नेता मौजूद रहेंगे. सरकार में शामिल सभी मंत्री और मुख्यमंत्री भी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे.
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