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रांची के दिवाली बाजार में महंगाई का असर! सरसों तेल से महंगा बिक रहा करंज का तेल

रांची में दिवाली बाजार पर महंगाई का असर दिखाई दे रहा है. बाजार में करंज के तेल के साथ ही मिठाइयां और भूंजा महंगा बिक रहा है. वहीं चीनी की मिठाइयों की कीमत में भी काफी वृद्धि हुई है. Impact of inflation on Diwali market in Ranchi.

Ranchi Diwali market
Ranchi Diwali market
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Nov 12, 2023, 4:00 PM IST

रांची: राजधानी के विभिन्न इलाकों में दिवाली के मौके पर लगने वाले बाजार में बड़ी संख्या में लोग खरीदारी करने में जुटे हैं. राजधानी के हरमू, धुर्वा, चुटिया, अरगोड़ा, हिनू, मोरहाबादी, पिस्का मोड़, कटहल चौक समेत कई जगहों पर धान का लावा, चावल का फरही, मक्के का लावा, लड्डू, चीनी के अलग-अलग आकृति वाले खिलौना मिठाई, फूल, धान की बाली से लेकर करंज का तेल तक बिक रहे हैं.

यह भी पढ़ें: गिरिडीह का खास खीरमोहन, रबड़ी की परत में लिपटी छेना की मिठाई, मुंह के अंदर जाते ही होता है स्वाद का विस्फोट

सरसों के तेल से भी महंगा है करंज का तेल: रांची और आसपास के इलाकों में करंज तेल से दीया जलाने की परंपरा है. आज राजधानी में ब्रांडेड सरसों तेल 125 से 135 रुपये प्रति लीटर, जबकि करंज तेल 150 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है. हरमू बाजार में बोतल में भरकर करंज तेल बेचने वाली महिला शांति किस्कू कहती हैं कि करंज तेल महंगा नहीं है. इससे दीपक जलाने से सभी कीड़े-मकौड़े और मच्छर खत्म हो जाते हैं. दिवाली के दौरान करंज के तेल से ही दीपक जलाए जाते हैं. उन्होंने माना कि सरसों का तेल सस्ता होने के कारण इस बार कई लोग दीये जलाने के लिए सरसों के तेल का भी इस्तेमाल करेंगे लेकिन जो लोग करंज तेल के गुणों को जानते हैं, वे इसे जरूर लेंगे.

चीनी मिठाई 220 रुपये प्रति किलो: बाजार में 45-50 रुपये प्रति किलो मिलने वाली चीनी से बनी खिलौने जैसी मिठाइयां 220 रुपये प्रति किलो बिक रही हैं. ये मिठाइयां केवल दिवाली के दौरान उपलब्ध होती हैं, जो बिहार के गया के कारीगरों द्वारा रांची में बनाई जाती हैं. जहां आम दिनों में 100-120 रुपये प्रति किलो बिकने वाली फरही आज बाजार में 60 रुपये प्रति किलो यानी 240 रुपये प्रति किलो बिक रही है. हरमू, अरगोड़ा के दिवाली बाजार में धान का लावा, मक्का का लावा, चना का भूंजा और विभिन्न प्रकार के भूंजा की कीमत 220 रुपये प्रति किलो से अधिक है.

घरौंदा को भरने की परंपरा: दिवाली के दिन जहां शाम के समय देवी लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा की जाती है, वहीं रात के समय भक्त मां काली की पूजा करते हैं. आज के दिन जहां मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है और घरों में सुख-समृद्धि की कामना की जाती है, वहीं इस दिन बेटियां घरौंदा भरती हैं. मान्यता है कि घरौंदे को विभिन्न अनाजों और मिठाइयों से बने भूंजे से भरने से गृहस्थ जीवन धन-धान्य और मधुरता से भर जाता है.

कमल के फूल भी खूब बिक रहे: देवी लक्ष्मी को कमल के फूल बहुत प्रिय हैं. इसीलिए आज दिवाली के बाजार में कमल के फूल भी खूब बिकते हैं. इसके साथ ही तोरण द्वारों की सजावट के लिए पश्चिम बंगाल से लाई गई गेंदा फूल की मालाएं भी खूब बिक रही हैं. आज यह बाजार में 30 से 45 रुपये तक बिक रहे हैं.

रांची: राजधानी के विभिन्न इलाकों में दिवाली के मौके पर लगने वाले बाजार में बड़ी संख्या में लोग खरीदारी करने में जुटे हैं. राजधानी के हरमू, धुर्वा, चुटिया, अरगोड़ा, हिनू, मोरहाबादी, पिस्का मोड़, कटहल चौक समेत कई जगहों पर धान का लावा, चावल का फरही, मक्के का लावा, लड्डू, चीनी के अलग-अलग आकृति वाले खिलौना मिठाई, फूल, धान की बाली से लेकर करंज का तेल तक बिक रहे हैं.

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सरसों के तेल से भी महंगा है करंज का तेल: रांची और आसपास के इलाकों में करंज तेल से दीया जलाने की परंपरा है. आज राजधानी में ब्रांडेड सरसों तेल 125 से 135 रुपये प्रति लीटर, जबकि करंज तेल 150 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है. हरमू बाजार में बोतल में भरकर करंज तेल बेचने वाली महिला शांति किस्कू कहती हैं कि करंज तेल महंगा नहीं है. इससे दीपक जलाने से सभी कीड़े-मकौड़े और मच्छर खत्म हो जाते हैं. दिवाली के दौरान करंज के तेल से ही दीपक जलाए जाते हैं. उन्होंने माना कि सरसों का तेल सस्ता होने के कारण इस बार कई लोग दीये जलाने के लिए सरसों के तेल का भी इस्तेमाल करेंगे लेकिन जो लोग करंज तेल के गुणों को जानते हैं, वे इसे जरूर लेंगे.

चीनी मिठाई 220 रुपये प्रति किलो: बाजार में 45-50 रुपये प्रति किलो मिलने वाली चीनी से बनी खिलौने जैसी मिठाइयां 220 रुपये प्रति किलो बिक रही हैं. ये मिठाइयां केवल दिवाली के दौरान उपलब्ध होती हैं, जो बिहार के गया के कारीगरों द्वारा रांची में बनाई जाती हैं. जहां आम दिनों में 100-120 रुपये प्रति किलो बिकने वाली फरही आज बाजार में 60 रुपये प्रति किलो यानी 240 रुपये प्रति किलो बिक रही है. हरमू, अरगोड़ा के दिवाली बाजार में धान का लावा, मक्का का लावा, चना का भूंजा और विभिन्न प्रकार के भूंजा की कीमत 220 रुपये प्रति किलो से अधिक है.

घरौंदा को भरने की परंपरा: दिवाली के दिन जहां शाम के समय देवी लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा की जाती है, वहीं रात के समय भक्त मां काली की पूजा करते हैं. आज के दिन जहां मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है और घरों में सुख-समृद्धि की कामना की जाती है, वहीं इस दिन बेटियां घरौंदा भरती हैं. मान्यता है कि घरौंदे को विभिन्न अनाजों और मिठाइयों से बने भूंजे से भरने से गृहस्थ जीवन धन-धान्य और मधुरता से भर जाता है.

कमल के फूल भी खूब बिक रहे: देवी लक्ष्मी को कमल के फूल बहुत प्रिय हैं. इसीलिए आज दिवाली के बाजार में कमल के फूल भी खूब बिकते हैं. इसके साथ ही तोरण द्वारों की सजावट के लिए पश्चिम बंगाल से लाई गई गेंदा फूल की मालाएं भी खूब बिक रही हैं. आज यह बाजार में 30 से 45 रुपये तक बिक रहे हैं.

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