रांची: 6ठी जेपीएससी मुख्य परीक्षा में 990 अभ्यर्थियों को सफल घोषित किया गया है, लेकिन जेपीएससी के अभ्यर्थियों ने छठी जेपीएससी को ही भ्रष्टाचार में लिप्त बताया है. इसे लेकर जेपीएससी के अभ्यर्थियों ने आंदोलन करना शुरु कर दिया है.
जेपीएससी रिजल्ट के विरोध में अभ्यार्थियों ने रांची के मोरहाबादी स्थित गांधी प्रतिमा के सामने आमरण अनशन शुरु कर दिया है. इस दौरान अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की. जेपीएससी ने सभी कैटेगरी को मिलाकर 990 अभ्यर्थियों को सफल घोषित किया है. रिजल्ट घोषित होने के साथ ही सैकड़ों सफल अभ्यर्थियों ने छठी जेपीएससी को ही भ्रष्टाचार में लिप्त बताया है.
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अभ्यर्थियों की माने तो छठी जेपीएससी को लेकर कई अनियमितता बरती गई है, पीटी परीक्षा से ही यह जेपीएससी विवादों के घेरे में रहा है. इसके बावजूद मुख्य परीक्षा का रिजल्ट निकाल दिया गया और अब इंटरव्यू लेकर चयन की प्रक्रिया शुरू करने की तैयारी है. अभ्यर्थियों ने यहां तक कहा है कि चयन के लिए होने वाला इंटरव्यू अभ्यर्थियों की लाश से गुजर कर ही होगा.
हेमंत सरकार को चेतावनी
अभ्यर्थियों ने कहा कि रघुवर सरकार की तर्ज पर हेमंत सरकार भी चलने लगी है. जेपीएससी मामला, शिक्षक के साथ-साथ विद्यार्थियों के मुद्दों को लेकर ही रघुवर सरकार को सत्ता से हाथ धोना पड़ा है, अब हेमंत सरकार की बारी है. ऐसे ही स्थिति रही तो हेमंत सरकार भी ज्यादा दिन तक सत्ता में नहीं रह पाएगी. अभ्यर्थियों ने राज्य सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर छठी जेपीएससी को पूरी तरह रद्द नहीं किया गया तो आंदोलन को उग्र किया जाएगा.