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JPSC अभ्यर्थियों ने हेमंत सरकार पर लगाया वादाखिलाफी का आरोप, कहा- रद्द करें छठी जेपीएससी

छठी जेपीएससी के अभ्यर्थियों ने मोरहाबादी स्थित सेंट्रल लाइब्रेरी के पास विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान उन्होंने कहा छठी जेपीएससी रद्द होनी चाहिए. जो गलती रघुवर सरकार ने की थी, उसी गलती को हेमंत सरकार भी दोहरा रही है. जिसे कभी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

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Published : Feb 17, 2020, 8:30 PM IST

candidates protested, अभ्यर्थियों का विरोध
विरोध करते अभ्यर्थी

रांची: छठी जेपीएससी का रिजल्ट जारी कर दिया गया है. कुल 990 अभ्यर्थियों को सफल घोषित किया गया है. अब इस पूरी परीक्षा को ही रद्द करने की मांग उठने लगी है और इसे लेकर चरणबद्ध आंदोलन की रणनीति भी बनाई गई है. इसी कड़ी में छठी जेपीएससी को रद्द करने की मांग को लेकर राजधानी रांची के मोरहाबादी स्थित सेंट्रल लाइब्रेरी के पास छठी जेपीएससी के अभ्यर्थियों ने विरोध प्रदर्शन किया.

देखें पूरी खबर

आंदोलन की सुगबुगाहट तेज

बता दें कि छठी जेपीएससी का रिजल्ट आ चुका है, इसमें कुल 990 अभ्यर्थियों को सफल घोषित किया गया है. तमाम अभ्यर्थियों के इंटरव्यू के लिए फिलहाल अधिसूचना जारी नहीं की गई है. लेकिन जेपीएससी की माने तो जल्द ही 990 अभ्यर्थियों के चयन प्रक्रिया के लिए इंटरव्यू की तारीख भी घोषित कर दी जाएगी. इधर छठी जेपीएससी के तमाम प्रक्रियाओं को रद्द करने की मांग को लेकर एक बार फिर आंदोलन की सुगबुगाहट शुरू हो गई है.

ये भी पढ़ें- JVM-BJP मिलन समारोह में बोले अमित शाह, लंबे समय से मरांडी की घर वापसी की हो रही थी कोशिश

हेमंत सरकार भी दोहरा रही पुरानी नीति

इसी कड़ी में छठी जेपीएससी से जुड़े कुछ अभ्यर्थियों के गुट ने आंदोलन का बिगुल फूंका दिया है. तमाम अभ्यर्थी एकजुट होकर छठी जेपीएससी के विरोध में स्वर बुलंद करने लगे हैं. इन अभ्यर्थियों की माने तो छठी जेपीएससी में कई अनियमितता बरती गई है. इसके साथ ही रिजल्ट का प्रकाशन भी गलत तरीके से किया गया है. जो गलती रघुवर सरकार ने की गई थी उसी गलती को हेमंत सरकार भी दोहरा रही है. जिसे कभी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. जो भी सरकार छात्र हित में फैसले नहीं लेंगे उस सरकार को सबक सिखाया जाएगा.

जेपीएससी मुख्यालय में ताला जड़ने की चेतावनी

विरोध कर रहे छात्रों ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का पुतला दहन का निर्णय भी लिया गया है और लगातार इस मामले को लेकर अब चरणबद्ध आंदोलन किया जाएगा. इनकी माने तो जरूरत पड़े तो जेपीएससी मुख्यालय में ताला जड़ दिया जाएगा और सारा कामकाज ठप करा दिया जाएगा. सरकार को छठी जेपीएससी को रद्द करना ही पड़ेगा.

रांची: छठी जेपीएससी का रिजल्ट जारी कर दिया गया है. कुल 990 अभ्यर्थियों को सफल घोषित किया गया है. अब इस पूरी परीक्षा को ही रद्द करने की मांग उठने लगी है और इसे लेकर चरणबद्ध आंदोलन की रणनीति भी बनाई गई है. इसी कड़ी में छठी जेपीएससी को रद्द करने की मांग को लेकर राजधानी रांची के मोरहाबादी स्थित सेंट्रल लाइब्रेरी के पास छठी जेपीएससी के अभ्यर्थियों ने विरोध प्रदर्शन किया.

देखें पूरी खबर

आंदोलन की सुगबुगाहट तेज

बता दें कि छठी जेपीएससी का रिजल्ट आ चुका है, इसमें कुल 990 अभ्यर्थियों को सफल घोषित किया गया है. तमाम अभ्यर्थियों के इंटरव्यू के लिए फिलहाल अधिसूचना जारी नहीं की गई है. लेकिन जेपीएससी की माने तो जल्द ही 990 अभ्यर्थियों के चयन प्रक्रिया के लिए इंटरव्यू की तारीख भी घोषित कर दी जाएगी. इधर छठी जेपीएससी के तमाम प्रक्रियाओं को रद्द करने की मांग को लेकर एक बार फिर आंदोलन की सुगबुगाहट शुरू हो गई है.

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हेमंत सरकार भी दोहरा रही पुरानी नीति

इसी कड़ी में छठी जेपीएससी से जुड़े कुछ अभ्यर्थियों के गुट ने आंदोलन का बिगुल फूंका दिया है. तमाम अभ्यर्थी एकजुट होकर छठी जेपीएससी के विरोध में स्वर बुलंद करने लगे हैं. इन अभ्यर्थियों की माने तो छठी जेपीएससी में कई अनियमितता बरती गई है. इसके साथ ही रिजल्ट का प्रकाशन भी गलत तरीके से किया गया है. जो गलती रघुवर सरकार ने की गई थी उसी गलती को हेमंत सरकार भी दोहरा रही है. जिसे कभी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. जो भी सरकार छात्र हित में फैसले नहीं लेंगे उस सरकार को सबक सिखाया जाएगा.

जेपीएससी मुख्यालय में ताला जड़ने की चेतावनी

विरोध कर रहे छात्रों ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का पुतला दहन का निर्णय भी लिया गया है और लगातार इस मामले को लेकर अब चरणबद्ध आंदोलन किया जाएगा. इनकी माने तो जरूरत पड़े तो जेपीएससी मुख्यालय में ताला जड़ दिया जाएगा और सारा कामकाज ठप करा दिया जाएगा. सरकार को छठी जेपीएससी को रद्द करना ही पड़ेगा.

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