रांची: देवघर में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा हेमंत सोरेन सरकार को देश की सबसे भ्रष्ट सरकार बताए जाने पर झामुमो ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता सुप्रियो भट्टाचार्य ने रविवार को पार्टी के केंद्रीय कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन किया. सुप्रियो भटाचार्य ने कहा कि हेमंत सोरेन की सरकार को भ्रष्ट बताने वाले यह बताएं कि अडानी की संपत्ति में 2014 के बाद इतना उछाल क्यों है. झामुमो ने सर्वोच्च न्यायालय से अडानी-हिंडनबर्ग प्रकरण पर स्वतः संज्ञान लेने का भी आग्रह किया है.
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2019 में नकार दिए गए लोगों की बढ़ी झारखंड में गतिविधियां: सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि ऐसा लगता है कि फिर चुनाव आने वाले हैं. इसलिए भाजपा के नेताओं ने अपनी गतिविधियां बढ़ा दी हैं. यही वजह है कि एक महीने से भी कम समय में भारतीय जनता पार्टी के बड़े नेता, पूर्व अध्यक्ष और इस देश के गृहमंत्री अमित शाह दूसरी बार झारखंड आए हैं. रघुवर काल में ये लोग अधिक झारखंड आते थे. उन्होंने कहा कि 2014 से 2019 के बीच में केंद्र सरकार के मंत्रियों और प्रधानमंत्री का यहां आना जाना थोड़ा ज्यादा था. ज्यादातर योजनाएं और कार्यक्रम झारखंड से ही लांच हुए थे. आयुष्मान भारत योजना हो उज्ज्वला योजना हो या बहुत अन्य सारी योजनाएं, लेकिन 2019 में जनता ने बता दिया कि वह भाजपा के छलावे में नहीं आने वाले. चुनाव में हार के बाद विगत 3 वर्षों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार झारखंड आये हैं. गृहमंत्री अमित शाह तीन बार झारखंड आए. उन्होंने कहा कि भाजपा के नेताओं को लगने लगा है कि पूरा झारखंड अब भारतीय जनता पार्टी से मुक्त होना चाहती है, इसलिए अचानक से उन्होंने झारखंड आगमन की गतिविधियां बढ़ा दी हैं.
नैनो फर्टिलाइजर प्लांट की भूखंड का इतिहास जनता को बताए भाजपा: झारखंड मुक्ति मोर्चा ने उस जमीन को लेकर भी सवाल किया, जहां नैनो यूरिया फर्टिलाइजर संयंत्र का शिलान्यास अमित शाह ने 4 फरवरी को किया. झामुमो नेता ने कहा कि हम लोग भी चाहते हैं कि देश के इतने बड़े मंत्री नैनो फर्टिलाइजर का शिलान्यास करने आए थे, उस जमीन का इतिहास क्या है यह सबको पता चले. कैसे 2015 में यह जमीन एक व्यक्ति विशेष को हस्तांतरित हुई और उसे सहकारिता का पर्दा ओढ़ाया गया. झामुमो नेता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि पहले वहां पर साबुन बनाया जाता था, उसके बाद उस कंपनी को एक मल्टीनेशनल कंपनी ने ले लिया. फिर वह जमीन वापस जियाडा की हो गयी, लेकिन 2015 में उसके एक व्यक्ति विशेष को हस्तांतरित कर दिया गया.
अडानी प्रकरण पर चुप क्यों है ईडी, एसईबीआई, आरबीआई: झामुमो नेता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि पिछले एक साल से अधिक समय से ईडी-सीबीआई तरह-तरह के नाम हमलोगों ने सुने हैं, हम लोगों ने पहली बार शैल कंपनियों के भी नाम सुने. देशभर का सबसे ज्यादा पैसा जहां डूबा, हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद, उस पर कोई जांच की घोषणा अभी तक नहीं हुई. 2014 से ही अडानी समूह की संपत्ति तेजी से बढ़नी शुरू हुई. सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि अमित शाह देवघर से बार बार यह उद्घोष कर रहे थे कि हेमंत बाबू, आपकी सरकार भ्रष्ट है. ऐसे में झामुमो अमित शाह से सवाल करता है कि आज ED खामोश क्यों है. शेयर बाजार गिर रहा है, सेबी खामोश है. स्टेट बैंक और एलआईसी को घाटा हुआ पर आरबीआई खामोश है. दरअसल, कुछ खामोशी भाजपा को अच्छी लगती है. कोई विदेशी देश के पीएम और यहां की सरकार पर आरोप लगाए तो भारत सरकार को खामोश रहना ठीक नहीं है. पूरे मामले की जांच होनी चाहिए और अगर हिंडनबर्ग ने गलत रिपोर्ट किया है तो उसपर FIR होनी ही चाहिए.
देवघर में झारखंड नहीं बिहार से आये थे लोग: देवघर में अमित शाह की सभा पर सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि देवघर से राजमहल पर निशाना साधते हैं जबकि राजमहल का डेमोग्राफी गोड्डा से अलग है. उन्होंने कहा कि किसी नेता के आगमन पर मशाल जुलूस निकालकर भाजपाईयों ने अमित शाह के आगमन को हास्यास्पद बना दिया. सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि मशाल जुलूस तो आक्रोश में निकाला जाता है, ऐसे में कहीं भविष्य में भाजपाई अमित शाह के आगमन पर पुतला न दहन कर दें. देवघर में बाबा मंदिर में अमित शाह की पूजा से पहले भक्तों की पूजा पर रोक पर भी निशाना साधा और कहा कि ऐसा नहीं होना चाहिये. उन्होंने कहा कि पोर्ट, बंदरगाह, हवाई अड्डा सब अडानी को दे देनेवाले लोग हेमंत सोरेन की सरकार को भ्रष्ट सरकार बता रहे हैं. बजट में भी झारखंड को ठगा गया है. उन्होंने कहा कि देवघर में अमित शाह की सभा में झारखंड से अधिक बिहार के लोग थे. देवघर की भीड़ हमारे 2 और 4 फरवरी के स्थापना दिवस समारोह की भीड़ का एकांश भी नहीं था. उन्होंने कहा कि अडानी प्रकरण पर झारखंड मुक्ति मोर्चा भी रणनीति बनाकर सड़क पर उतरेगा. उन्होंने कहा वे एलआईसी, एसबीआई जैसे संस्थानों में आम आदमी के जमा पैसे को डूबते नहीं देख सकते.