रांचीः अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलकर सुर्खियों में आए झारखंड मुक्ति मोर्चा विधायक लोबिन हेंब्रम ने शनिवार को बड़ा घोषणा करने की बात कही है. विधानसभा में गुरुवार को उपसमिति की बैठक में भाग लेने पहुंचे बोरियो विधायक के तेवर अब भी बरकरार दिखा. उन्होंने स्पष्ट रुप से कहा कि सरकार के खिलाफ आंदोलन जारी रहेगा.
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झामुमो की नाराजगी पर लोबिन हेंब्रम ने कहा कि पार्टी के भी लोग उन्हें दिल से समर्थन दे रहे हैं अंतर यह है कि वो लोग खुलकर सामने नहीं आ रहे हैं और हम सामने हैं. उन्होंने कहा कि समर्थकों और कुछ बड़े नेताओं से राय लेकर वो शनिवार को रांची में अपनी बात मीडिया के समक्ष रखेंगे. 1932 की खतियान के आधार पर स्थानीय और नियोजन नीति बनाने के लिए सरकार पर दवाब बनाने को लेकर बीते मंगलवार को लोबिन हेंब्रम घर छोड़कर निकल गए. गोड्डा जिला के नूनाजोर स्थित अपने घर से तिलक लगाकर स्थानीय नीति 1932 की खतियान के आधार पर जब तक लागू नहीं होगा तब तक वो घर नहीं लौटने का संकल्प लिया है.
लोबिन के तेवर पर पशोपेश में जेएमएमः लोबिन हेंब्रम के बगावती तेवर पर झारखंड मुक्ति मोर्चा पशोपेश में है. हालांकि इस संबंध में स्टीफन मरांडी के द्वारा लोबिन हेंब्रम पर पलटवार कराने की कोशिश झामुमो द्वारा जरूर की गयी मगर वह सफल नहीं हो पाए. इधर झामुमो विधायक मथुरा महतो ने लोबिन के बगावती तेवर पर बयान देने से बचते हुए कहा कि पार्टी के एजेंडा में खतियान आधारित स्थानीयता है, इसको लेकर मुख्यमंत्री ने भी आश्वस्त किया है, ऐसे में हर आदमी की अलग अलग सोच है. पार्टी की बैठक में वो इन बातों को जरूर रखेंगे.
लोबिन बाबू मुख्यमंत्री से बातचीत कर सहमति बनाएं- सरयू रायः विधायक सरयू राय ने लोबिन हेंब्रम की नाराजगी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि लोबिन बाबू सीनियर लीडर हैं और वो बेबाकी के साथ बातों को रखते हैं. ऐसे में मुख्यमंत्री के साथ बैठकर बातचीत कर लें और जो विधिसम्मत रास्ता निकालनी हो वो कर लें. लोकतंत्र में हठधर्मिता के साथ कम नहीं चलता बल्कि विधिसम्मत ही बातें रखी जाती हैं. इसके लिए लोबिन हेंब्रम विधि विशेषज्ञों या पार्टी के बड़े नेताओं के साथ बातचीत कर सकते हैं.