रांची: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के झारखंड दौरे को झारखंड मुक्ति मोर्चा ने तीन जनजातीय प्रभाव वाले चुनावी राज्यों में आदिवासी वोटों को प्रभावित करने का असफल प्रयास बताया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जनजातीय गौरव दिवस कार्यक्रम को मुख्य रूप से छत्तीसगढ़, राजस्थान और मध्य प्रदेश के जनजातीय मतदाताओं को लुभाने का प्रयास बताया है.
झामुमो के केंद्रीय प्रवक्ता ने कहा कि राज्य और देश भर की जनजातीय जनता भाजपा का असली चेहरा देख चुकी है और वह अब पीएम मोदी के बहकावे में आने वाले नहीं हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के झारखंड दौरे को राजनीतिक दौरा बताते हुए मनोज पांडेय ने कहा कि मणिपुर में कुकी जनजातीय समुदाय पर हो रहे जुल्म, मध्य प्रदेश में जनजातीय व्यक्ति पर भाजपा के नेता द्वारा पेशाब करने के मामले पर पीएम मोदी अभी तक मौन क्यों हैं.
सरना धर्म कोड पर पीएम की चुप्पी से और नाराज हुआ जनजातीय समुदाय-जेएमएमः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के झारखंड दौरे के दौरान सरना धर्म कोड पर एक शब्द नहीं बोलने को मुद्दा बनाते हुए जेएमएम के केंद्रीय प्रवक्ता मनोज पांडेय ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा विधानसभा से पारित कर देने के बावजूद केंद्र की अलग सरना धर्म कोड पर चुप्पी से राज्य और देश भर का आदिवासी समुदाय खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहा है.
प्रधानमंत्री का झारखंड दौरा प्रभावहीन- मनोज पांडेयः झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय प्रवक्ता मनोज पांडेय ने कहा कि प्रधानमंत्री के झारखंड दौरे के दौरान सरकारी स्तर पर पीएम नरेंद्र मोदी का भव्य स्वागत किया गया. हम झारखंड के लोग अपनी परंपरा के अनुसार अतिथि का स्वागत करते हैं, लेकिन पीएम की यात्रा इस मायने में असफल रही कि राज्य की जनता और खासकर जनजातीय समाज यह मानती है कि भाजपा और पीएम मोदी का काम सिर्फ छलना है. झामुमो नेता ने कहा कि धरती आबा की पवित्र धरती से छत्तीसगढ़ की जनता को चुनावी संदेश देने की पीएम की कोशिश निष्प्रभावी रही है.