रांचीः झारखंड में चुनावी घमासान उफान पर है. आरोप और प्रत्यारोप के दौर शुरू हो चुका है. इसी बीच नेता प्रतिपक्ष और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रहे हेमंत सोरेन ने सीएम रघुवर दास को एक लीगल नोटिस भेजा है और उन्हें 7 दिनों के अंदर सार्वजनिक रूप से माफी मांगने को कहा है. अगर वे ऐसा नहीं करते हैं तो वह उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई के लिए बाध्य हो जाएंगे.
क्यों भेजा लीगल नोटिस
जेएमएम के कार्यकारी अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मुख्यमंत्री रघुवर दास को एक लीगल नोटिस भेजा है. मुख्यमंत्री को यह नोटिस हेमंत ने उनके उस आरोप पर भेजा है जिसमें सीएम ने कहा था कि हेमंत सोरेन ने सीएनटी एसपीटी एक्ट का उल्लंघन कर झारखंड के कई जिले में आलीशान घर बनाया है. इसके अलावा हेमंत ने इस कानून का उल्लंघन कर दुमका, बोकारो, रांची और धनबाद सहित कई स्थानों पर आदिवासियों की 500 करोड़ से अधिक की जमीन भी हड़प ली है.
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माफी मांगे रघुवर
अपने आवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर हेमंत ने कहा कि उन्होंने शनिवार को अपने वकील के माध्यम से मुख्यमंत्री को नोटिस भिजवा दिया है. हेमंत सोरेन ने मुख्यमंत्री को 7 दिन का समय दिया है कि वे लिखित रूप से या फिर सार्वजनिक मंच पर आकर अपने इस बयान को लेकर माफी मांग लें. ऐसा नहीं करने पर वे उनके खिलाफ कानूनी कदम उठाने को मजबूर हो जाएंगे.
सत्ता में है रघुवर जांच कर क्यों नही करते करवाई- हेमंत
हेमंत सोरेन ने अपने परिवार के उपर सीएनटी - एसपीटी एक्ट का उल्लंघन कर जमीन खरीदने के लगातार लगाए जा रहे मुख्यमंत्री और भाजपा के दूसरे नेताओं के आरोप को बेबुनियाद बताया है. हेमंत ने नाराजगी जताते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के हाथ में ही शासन की चाभी है. पुलिस प्रशासन सब उनके हाथ में है. उन्होंने कहा कि रघुवर सरकार को चाहिए कि अगर हेमंत सोरेन ने कानून का उल्लंघन कर कोई गैरकानूनी काम किया है तो उसकी जांच करवा कर उन्हें सजा दिलाए ना की बयानबाजी कर आधारहीन आरोप लगाएं.