रांची: यूपी के हाथरस की बेटी के साथ हुए अन्याय को लेकर पूरा देश गुस्से में है. इसे लेकर झारखंड मुक्ति मोर्चा ने भी विरोध जताया है. जेएमएम के राष्ट्रीय महासचिव सह प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि यूपी में जो दलित की बेटी के साथ अन्याय हुआ है, वह सीधा-सीधा योगी सरकार और बीजेपी पर सवाल खड़ा करता है. उन्होंने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा जिस प्रकार से पिछले 3 साल में उत्तर प्रदेश में बेटियों के साथ घटनाएं हो रही है, इससे यह साबित होता है कि बीजेपी पार्टी का नाम बेटी जलाओ पार्टी रख देना चाहिए.
सुप्रियो भट्टाचार्य ने हाथरस की घटना और राहुल गांधी के साथ हुए दुर्व्यवहार पर योगी और मोदी सरकार के साथ-साथ हाथरस के जिला प्रशासन पर भी हमला किया. उन्होंने कहा कि बेटी को सुरक्षा प्रदान कराने को लेकर जेएमएम का महिला विंग 2 अक्टूबर को 1 दिन का उपवास करेगी, ताकि बेटियों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए सरकार की नींद टूट सके.
इसे भी पढे़ं:- बेटी का इलाज कराने आए पिता की पिटाई करने वाला ASI निलंबित, SP के आदेश पर कार्रवाई
वहीं, उन्होंने बेरमो और दुमका में होने वाले उपचुनाव को लेकर कहा कि दुमका या संथाल परगना जेएमएम का घर रहा है, यहां के आदिवासी समाज ने शिबू सोरेन से लेकर हेमंत सोरेन को अपना आशीर्वाद दिया है, इसलिए यहां की जनता और प्रबुद्धजनों के सुझाव से यह तय किया गया है कि दुमका में शिबू सोरेन के छोटे बेटे बसंत सोरेन को प्रत्याशी बनाया गया है. उन्होंने बेरमो चुनाव को लेकर कहा कि जल्द से जल्द गठबंधन में शामिल कांग्रेस भी बेरमो विधानसभा सीट से प्रत्याशी के नाम की घोषणा करेगी, जिसके बाद पार्टी के सभी नेता दोनों सीटों के प्रचार-प्रसार में लग जाएंगे. बिहार चुनाव के सवाल पर सुप्रियो भट्टाचार्य कुछ भी कहने से बचते नजर आए, हालांकि जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वक्त आने पर बिहार चुनाव में जेएमएम की क्या भूमिका होगी इसको बता दिया जाएगा. बिहार चुनाव में आरजेडी के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ने के लिए जेएमएम तैयारी कर रही थी, लेकिन राजनीतिक विशेषज्ञों के अनुसार यह अनुमान लगाया जा रहा है कि बिहार में गठबंधन का पेंच फंसता जा रहा है, कहीं ना कहीं गठबंधन की गाड़ी से जेएमएम उतरता दिख रहा है.