रांची: जी20 सम्मेलन में शामिल होने वाले विदेशी नेताओं को राष्ट्रपति की ओर से भेजे गए आमंत्रण पत्र में प्रेसिडेंट ऑफ भारत लिखा हुआ है. जिस पर विवाद बढ़ता जा रहा है. इंडिया के गठबंधन में शामिल कांग्रेस और राजद के बाद झामुमो ने भी इसे लेकर आपत्ति जताई है. बता दें यह सम्मेलन 9 तारीख को होने वाला है.
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क्या कहते हैं झामुमो के महासचिव: झारखंड मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि जिस तरह से आमंत्रण पत्र पर प्रेसिडेंट ऑफ भारत लिखा गया है वह हास्यास्पद है. जी20 में आने वाले जितने भी सदस्य हैं वो अंग्रेजी के जानकार हैं ऐसे में अगर प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया लिखा जाता तो इससे भारत का और भी सम्मान बढ़ता.
बाबूलाल मरांडी पर साधा निशाना: सुप्रियो भट्टाचार्य ने बाबूलाल मरांडी पर निशाना साधा है. कहा कि जिस तरह से मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा पर गबन का आरोप लगा रहे हैं, इससे तो यही प्रतीत होता है कि वह ऑडिट जनरल के ऑफिस में भी नौकरी करने लगे हैं. वहीं उन्होंने कहा कि डुमरी में जो उपचुनाव हुए हैं अब तक करीब 70 प्रतिशत वोटिंग हुई है और सभी मतदान केंद्रों पर शांतिपूर्वक तरीके से मतदाताओं ने कतारबद्ध होकर झारखंड मुक्ति मोर्चा के लिए वोटिंग किया है.
इंडिया महागठबंधन से डर गई बीजेपी: जी20 के सदस्यों को आमंत्रण दिए जाने पत्र पर प्रेसिडेंट ऑफ भारत लिखे को लेकर सुप्रियो ने कहा कि इंडिया महागठबंधन से बीजेपी डर गई है. उसी का परिणाम है कि इंडिया की जगह भारत शब्द का प्रयोग बीजेपी के द्वारा किया जा रहा है. उन्होंने कहा किा भारतीय जनता पार्टी को कहीं ना कहीं अब डर लगने लगा है कि इंडिया महागठबंधन आने वाले चुनाव में जीत का परचम लहराएगी. कहा कि उसकी घबराहट राष्ट्रपति द्वारा भेजे गए आमंत्रण पत्र पर प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया की बजाय भारत लिखने से यह बात स्पष्ट है.