रांची:पलामू से भाजपा सांसद बीडी राम ने बंशीधर महोत्सव को लेकर प्रशासन पर भेदभाव का आरोप लगाते हुए खुद को महोत्सव से अलग करने की घोषणा की थी. बीडी राम का आरोप था कि राजकीय महोत्सव के नाम पर जिला प्रशासन ने बिना पार्टी सिंबल और चुनाव चिह्न वाले उनके बैनर-पोस्टर की भी हटा दिया, लेकिन झारखंड मुक्ति मोर्चा का झंडा-बैनर वाला पोस्टर प्रशासन को नहीं दिखा.भाजपा सांसद के आरोप को झामुमो और कांग्रेस नेताओं ने बेबुनियाद करार देते हुए कहा कि अब बीजेपी के पास सिर्फ आरोप-प्रत्यारोप करने का ही काम बच गया है.
बीडी राम पर झामुमो का तंजः भारतीय जनता पार्टी के पलामू सांसद सह पूर्व डीजीपी बीडी राम के बंशीधर महोत्सव से खुद को अलग कर लेने पर झामुमो नेता सुप्रियो भट्टाचार्या ने तंज कसते हुए कहा कि प्रशासन ने कोई भेदभाव नहीं किया है. जहां लोकप्रिय मुख्यमंत्री जाते हैं वहां उत्साहित पार्टी कार्यकर्ता बैनर-पोस्टर लेकर पहुंच ही जाते हैं, पोस्ट- बैनर लगते ही हैं. अब भाजपा सांसद के पास कार्यकर्ता ही नहीं है तो क्या हमारे नेता और कार्यकर्ता भाजपा का झंडा उठा लें.
सिर्फ आरोप लगानेवाली पार्टी बनकर रह गयी है भाजपाः पलामू के भाजपा सांसद बीडी राम के आरोप पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस के प्रदेश महासचिव राकेश सिन्हा ने कहा कि प्रदेश में भाजपा सिर्फ आरोप लगाने वाली पार्टी बनकर रह गई है. झारखंड में लोकप्रिय महागठबंधन की सरकार में भाजपा को कोई काम नहीं बचा है. उन्होंने कहा कि सरकार को हर तरह से अस्थिर करने का प्रयास कर हार चुकी भाजपा, अब सरकार और प्रशासन को भी निशाने पर लेने लगी है. राज्य की जनता सब समझ रही है कि कैसे भाजपा राज्य के विकास में बाधा बनी हुई है.
सांसद बीडी राम ने गढ़वा प्रशासन पर लगाए थे गंभीर आरोपः पलामू के भारतीय जनता पार्टी सांसद बीडी राम ने ऐतिहासिक और राजकीय महोत्सव का दर्जा प्राप्त "बंशीधर महोत्सव" से खुद को यह कहते हुए अलग कर लिया था गढ़वा प्रशासन ने तुगलकी फरमान जारी किया है. जनप्रतिनिधियों को पूजा करने से रोकने का आदेश और महोत्सव स्थल से होर्डिंग और बैनर हटाया गया, लेकिन झामुमो का बैनर और होर्डिंग को छुआ तक नहीं.