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Jharkhandi Yuva Mange Rojgar: राज्य सरकार के खिलाफ ट्विटर पर छिड़ा आंदोलन, 5 लाख से अधिक युवा हुए शामिल - ट्विटर पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ अभियान

झारखंड के युवा रोजगार को लेकर ऑनलाइन तरीके से झारखंडी युवा मांगे रोजगार (Jharkhandi Yuva Mange Rojgar) अभियान चला रहे हैं. युवाओं का कहना है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (CM Hemant Soren) ने साल 2021 को नियुक्तियों भरा वर्ष बताया था, लेकिन आज भी 6,64,565 पद खाली पड़े हैं. अभियान के जरिए युवा सीएम सोरेन को उनका वादा याद दिलाना चाहते हैं.

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झारखंड के युवा
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Published : Jun 22, 2021, 4:57 PM IST

रांचीः मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (CM Hemant Soren) ने वर्ष 2021 को नियुक्तियों भरा वर्ष बताया था. इसके साथ सीएम बनने से पहले भी उन्होंने राज्य के युवाओं से कई वादे किए थे. लेकिन अब वह अपने वादों को पूरा करने में समर्थ नहीं है. ऐसा राज्य के युवाओं का कहना है. युवा मुख्यमंत्री के वादों को लेकर जोरदार तरीके से सोशल मीडिया पर आंदोलन चला रहे हैं. टि्वटर (Twitter) में उनका यह आंदोलन झारखंडी युवा मांगे रोजगार (Jharkhandi Yuva Mange Rojgar) ट्रेंड कर रहा है. अब तक 5 लाख से अधिक ट्वीट हो चुके हैं.

इसे भी पढ़ें- Jharkhandi Yuva Mange Rojgar: रोजगार के मुद्दे पर घिरी हेमंत सरकार, जानिए बाबूलाल मरांडी ने क्या लगाए आरोप?




बेरोजगारी को लेकर एक अभियान
कोरोना काल में एक तरफ जहां तमाम चीजें ऑनलाइन संचालित हो रही हैं. वहीं युवाओं ने भी एक बेहतर तरीका निकाला है राज्य सरकार को जगाने का. मुख्यमंत्री को हैश टैग कर राज्य के युवाओं ने बेरोजगारी को लेकर एक अभियान झारखंडी युवा मांगे रोजगार (Jharkhandi Yuva Mange Rojgar) छेड़ा है. ट्विटर के जरिए चलाए जा रहे इस आंदोलन को राज्य भर के युवाओं का समर्थन मिल रहा है. अब तक 5 लाख से अधिक ट्वीट इस मुद्दे को लेकर किए गए हैं. राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी समेत कई पॉलीटिकल लीडर ने भी इस मुद्दे को हाथों-हाथ लिया है और उनकी ओर से भी लगातार ट्वीट किए जा रहे हैं.

देखें पूरी खबर
यहां से चलाई जा रहा रहा आंदोलनजहां से यह मुहिम चलाई जा रही, उस जगह को शायद ही कोई जानता होगा. ईटीवी भारत की टीम ट्विटर मुहिम चलाने वाले अभ्यर्थियों तक पहुंची है और उनसे खास बातचीत की. दरअसल अन्य जगह से रांची आकर विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे ये युवक किताबों के साथ-साथ हाथों में मोबाइल लेकर ट्विटर के जरिए इस आंदोलन को मुकाम दिए हैं.

अभ्यर्थियों की माने तो झारखंड के युवा दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं. जबकि सरकारी विभागों में 6,64,565 पद खाली पड़े हैं. नए रोजगार सृजन भी नहीं हो रहे हैं. जेपीएससी (JPSC), जेएसएससी (JSSC), शिक्षक बहाली समेत कई नियुक्तियां अभी अधर में अटकी हुई है. युवाओं ने सीएम हेमंत सोरेन को याद दिलाते हुए कहा कि सरकार बनी तो 1 साल में 5 लाख नौकरी देने का वादा किया गया था. इस वादा को पूरा नहीं करने पर राजनीति से सन्यास लेने की बात भी कही गई थी.

इसे भी पढ़ें- क्या हुआ तेरा वादा! जानिए किस बात पर हुआ ट्विटर वार...


ट्विटर में पोस्ट किए जा रहे मीम
युवाओं का कहना है कि रोजगार तो छोड़िए जो परीक्षाएं होने वाली है उन परीक्षाओं को भी स्थगित कर दिया जा रहा है. ऐसे में राज्य के युवा अपने आप को ठगा महसूस कर रहे हैं. ट्विटर में मीम पोस्ट किए जा रहे हैं. इसमें लिखा जा रहा कि 'मुख्यमंत्री जी उठिए और कितना सुतीयेगा, नियुक्ति वर्ष में कुछ तो कीजिएगा', झारखंड में प्रत्येक परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी का वादा किधर है मुख्यमंत्री जी, मार्च तक 15 हजार युवाओं को देंगे नौकरी, क्या हुआ आप का वादा, वर्ष 2021 नियुक्तियों का साल है, झारखंड में नौकरी का बयार है. ऐसे ही कई स्लोगन के साथ युवा अपनी आवाज बुलंद कर रहे हैं.

बीजेपी नेता बाबूलाल मरांडी ने साधा निशाना
सीएम हेमंत सोरेन का दिल्ली दौरा, कैबिनेट विस्तार की अटकलों और सीएम हेमंत के कैबिनेट विस्तार से इनकार ने बीजेपी को बैठे-बिठाए एक मुद्दा दे दिया है. पूरे मामले पर हमलावर बीजेपी सरकार पर तीखे हमले कर रही है. बीजेपी नेता बाबूलाल मरांडी (BJP Leader Babulal Marandi) ने ट्वीट कर सीएम हेमंत सोरेन (CM Hemant Soren) को इस मुद्दे के साथ रोजगार को जोड़कर पर घेरने की कोशिश की है. बाबूलाल मरांडी ने अपने ट्वीट में लिखा की 'नौकरी के वादे कर सत्ता में आयी झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार से युवाओं की उम्मीदें टूट रही हैं, लेकिन सुना है कि यह सरकार अपनी ही नौकरी बचाने के लिए दिल्ली दौड़ लगा रही. इन्हें अपनी कुर्सी की फिक्र है, युवाओं के जीवन की नहीं. वादा पूरा करें हेमंत जी.'

हेमंत सरकार (Hemant Government) को घेरने के लिए बीजेपी (BJP) कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रही. खेतों में जाकर झारखंड के किसानों का मुद्दा उठाने के बाद बीजेपी नेताओं ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को 2019 के चुनाव से पहले के वादे याद दिलाए हैं. इसको लेकर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश समेत कई नेताओं ने ट्विटर पर सीएम से ताबड़तोड़ सवाल दागे.

रांचीः मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (CM Hemant Soren) ने वर्ष 2021 को नियुक्तियों भरा वर्ष बताया था. इसके साथ सीएम बनने से पहले भी उन्होंने राज्य के युवाओं से कई वादे किए थे. लेकिन अब वह अपने वादों को पूरा करने में समर्थ नहीं है. ऐसा राज्य के युवाओं का कहना है. युवा मुख्यमंत्री के वादों को लेकर जोरदार तरीके से सोशल मीडिया पर आंदोलन चला रहे हैं. टि्वटर (Twitter) में उनका यह आंदोलन झारखंडी युवा मांगे रोजगार (Jharkhandi Yuva Mange Rojgar) ट्रेंड कर रहा है. अब तक 5 लाख से अधिक ट्वीट हो चुके हैं.

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बेरोजगारी को लेकर एक अभियान
कोरोना काल में एक तरफ जहां तमाम चीजें ऑनलाइन संचालित हो रही हैं. वहीं युवाओं ने भी एक बेहतर तरीका निकाला है राज्य सरकार को जगाने का. मुख्यमंत्री को हैश टैग कर राज्य के युवाओं ने बेरोजगारी को लेकर एक अभियान झारखंडी युवा मांगे रोजगार (Jharkhandi Yuva Mange Rojgar) छेड़ा है. ट्विटर के जरिए चलाए जा रहे इस आंदोलन को राज्य भर के युवाओं का समर्थन मिल रहा है. अब तक 5 लाख से अधिक ट्वीट इस मुद्दे को लेकर किए गए हैं. राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी समेत कई पॉलीटिकल लीडर ने भी इस मुद्दे को हाथों-हाथ लिया है और उनकी ओर से भी लगातार ट्वीट किए जा रहे हैं.

देखें पूरी खबर
यहां से चलाई जा रहा रहा आंदोलनजहां से यह मुहिम चलाई जा रही, उस जगह को शायद ही कोई जानता होगा. ईटीवी भारत की टीम ट्विटर मुहिम चलाने वाले अभ्यर्थियों तक पहुंची है और उनसे खास बातचीत की. दरअसल अन्य जगह से रांची आकर विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे ये युवक किताबों के साथ-साथ हाथों में मोबाइल लेकर ट्विटर के जरिए इस आंदोलन को मुकाम दिए हैं.

अभ्यर्थियों की माने तो झारखंड के युवा दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं. जबकि सरकारी विभागों में 6,64,565 पद खाली पड़े हैं. नए रोजगार सृजन भी नहीं हो रहे हैं. जेपीएससी (JPSC), जेएसएससी (JSSC), शिक्षक बहाली समेत कई नियुक्तियां अभी अधर में अटकी हुई है. युवाओं ने सीएम हेमंत सोरेन को याद दिलाते हुए कहा कि सरकार बनी तो 1 साल में 5 लाख नौकरी देने का वादा किया गया था. इस वादा को पूरा नहीं करने पर राजनीति से सन्यास लेने की बात भी कही गई थी.

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ट्विटर में पोस्ट किए जा रहे मीम
युवाओं का कहना है कि रोजगार तो छोड़िए जो परीक्षाएं होने वाली है उन परीक्षाओं को भी स्थगित कर दिया जा रहा है. ऐसे में राज्य के युवा अपने आप को ठगा महसूस कर रहे हैं. ट्विटर में मीम पोस्ट किए जा रहे हैं. इसमें लिखा जा रहा कि 'मुख्यमंत्री जी उठिए और कितना सुतीयेगा, नियुक्ति वर्ष में कुछ तो कीजिएगा', झारखंड में प्रत्येक परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी का वादा किधर है मुख्यमंत्री जी, मार्च तक 15 हजार युवाओं को देंगे नौकरी, क्या हुआ आप का वादा, वर्ष 2021 नियुक्तियों का साल है, झारखंड में नौकरी का बयार है. ऐसे ही कई स्लोगन के साथ युवा अपनी आवाज बुलंद कर रहे हैं.

बीजेपी नेता बाबूलाल मरांडी ने साधा निशाना
सीएम हेमंत सोरेन का दिल्ली दौरा, कैबिनेट विस्तार की अटकलों और सीएम हेमंत के कैबिनेट विस्तार से इनकार ने बीजेपी को बैठे-बिठाए एक मुद्दा दे दिया है. पूरे मामले पर हमलावर बीजेपी सरकार पर तीखे हमले कर रही है. बीजेपी नेता बाबूलाल मरांडी (BJP Leader Babulal Marandi) ने ट्वीट कर सीएम हेमंत सोरेन (CM Hemant Soren) को इस मुद्दे के साथ रोजगार को जोड़कर पर घेरने की कोशिश की है. बाबूलाल मरांडी ने अपने ट्वीट में लिखा की 'नौकरी के वादे कर सत्ता में आयी झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार से युवाओं की उम्मीदें टूट रही हैं, लेकिन सुना है कि यह सरकार अपनी ही नौकरी बचाने के लिए दिल्ली दौड़ लगा रही. इन्हें अपनी कुर्सी की फिक्र है, युवाओं के जीवन की नहीं. वादा पूरा करें हेमंत जी.'

हेमंत सरकार (Hemant Government) को घेरने के लिए बीजेपी (BJP) कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रही. खेतों में जाकर झारखंड के किसानों का मुद्दा उठाने के बाद बीजेपी नेताओं ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को 2019 के चुनाव से पहले के वादे याद दिलाए हैं. इसको लेकर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश समेत कई नेताओं ने ट्विटर पर सीएम से ताबड़तोड़ सवाल दागे.

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