रांचीः असम के गुवाहाटी में आयोजित खेलो इंडिया यूथ गेमस में हॉकी का रजत पदक जीतने वाली झारखंड की खिलाड़ियों को सड़क पर भूखे-प्यासे भटकना पड़ा. इससे पदक विजेता बेटियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. वे घंटों तक सड़क पर बैठी रहीं. इस बात की जानकारी के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ट्वीट कर कड़ी निंदा की है.
दोपहर तक भटकती रहीं खिलाड़ी
दरअसल झारखंड की टीम को गुवाहटी स्टेशन के समीप चिरोम प्लेस नाम के होटल में ठहराया गया था. टीम को बुधवार रात नौ बजे ट्रेन से रांची लौटना था. इस बीच बुधवार की सुबह आयोजकों ने टीम प्रबंधन से कहा कि सभी को दूसरे होटल में शिफ्ट होना है, इसलिए जल्द होटल खाली कर दें. खिलाडियों को कहा गया कि दूसरा होटल यहां से नजदीक है, पांच मिनट में पहुंच जाएंगे. लगभग दस बजे खिलाड़ी होटल खाली कर सड़क पर आ गए. आयोजकों ने एक छोटे बस में आधे खिलाडियों को बैठाया, बाकियों को कहा गया कि पांच मिनट में सब वहां पहुंच जाएं. लेकिन वे दोपहर दो बजे तक भटकते रहे गए उन्हें होटल नहीं मिला.
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सीएम ने किया ट्वीट
इस मामले को संज्ञान में लेते हुए झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ट्वीट किया है. उन्होंने लिखा है कि खेलों इंडिया में भाग लेने असम गईं राज्य की खिलाड़ियों, खास कर के बेटियों के साथ आयोजकों द्वारा किए गए इस व्यवहार की वे कड़ी निंदा करते हैं. उन्होंने असम के मुख्यमंत्री को टैग करते हुए उम्मीद जताया कि वे इस मामले को गंभीरता से लेंगे.
झारखंड ने जीता रजत
बता दें कि, गुवाहटी में चल रहे खेलो इंडिया गेम्स में झारखंड की टीम ने अंडर-17 और अंडर 21 बालिका वर्ग में रजत पदक जीता है. दोनों वर्गों के फाइनल में झारखंड की टीम हरियाणा से पराजित हुई थी.