रांची: नवगठित झारखंड राज्य हिन्दू धार्मिक न्यास बोर्ड ने बिना न्यास बोर्ड को जानकारी दिए ऐतिहासिक पहाड़ी मंदिर की दानपेटी को खोले जाने पर गहरी नाराजगी जतायी है. पहाड़ी मंदिर विकास समिति के अध्यक्ष होने के नाते रांची डीसी को पत्र लिखकर न्यास बोर्ड ने पूछा है कि किसके आदेश पर पहाड़ी मंदिर की दान पेटी खोली गई और न्यास बोर्ड गठित हो जाने के बावजूद उसे इसकी जानकारी क्यों नहीं दी गयी.
26 जून को धार्मिक न्यास बोर्ड की बैठक में होगी चर्चाः झारखंड राज्य हिन्दू धार्मिक न्यास बोर्ड के सदस्य राकेश सिन्हा ने कहा कि बिना न्यास बोर्ड को जानकारी दिए, पहाड़ी मंदिर की दानपेटी खोलना एक गंभीर मुद्दा है. इस मामले में अभी तक डीसी की ओर से न्यास बोर्ड द्वारा पूछे गए सवाल का जवाब नहीं मिला है. उन्होंने कहा कि 26 जून को होने वाली धार्मिक न्यास बोर्ड की दूसरी बैठक में इस विषय को भी लाया जाएगा और बोर्ड इस मामले में आगे के प्लान ऑफ एक्शन का फैसला करेगा.
क्या है पूरा मामलाः 18 जून 2023 को पहाड़ी मंदिर विकास समिति के सचिव सदर एसडीओ के आदेश से पहाड़ी मंदिर की दान पेटी खोली गयी थी. प्रशासन की ओर से हटिया की मजिस्ट्रेट स्मृति कुमारी की उपस्थिति में दान पेटी में भक्तों द्वारा दान किये गए राशि एवं अन्य सामानों की गिनती हुई थी.
दान पेटी की गिनती में भक्तों द्वारा दान पेटी में डाले गए 07 लाख 59 हजार 65 रुपये प्राप्त हुए. इसके अलावा पीले धातु के बने 04 नेत्र, उजला धातु के बने 08 नाग, 02 पायल, 02 धातु के बेलपत्र और एक ग्राम का सिक्का मिला. पांच रुपये की नेपाली करेंसी भी दान पेटी से मिला.
झारखंड राज्य हिन्दू धार्मिक न्यास बोर्ड की आपत्ति इस बात पर है कि जब राज्य में न्यास बोर्ड का गठन हो चुका है और 17 जून को न्यास पर्षद के सदस्यों ने पदभार भी ग्रहण कर लिया, तब दान पेटी खोलने की जानकारी न्यास बोर्ड को क्यों नहीं दी गयी. अब देखना होगा कि सोमवार को जब हिनू स्थित धार्मिक न्यास बोर्ड कार्यालय में दूसरी बैठक में यह मुद्दा आता है तो उसपर आगे के लिए बोर्ड क्या फैसला करता है.