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झारखंड सचिवालय सेवा संघ ने मुख्य सचिव को लिखा पत्र, विमल किशोर पांडे के खिलाफ कार्रवाई पर उठाए सवाल - सहायक प्रशाखा पदाधिकारी विमल किशोर पांडे के खिलाफ कार्रवाई

सहायक प्रशाखा पदाधिकारी विमल किशोर पांडे के खिलाफ पुलिसिया कार्रवाई का झारखंड सचिवालय सेवा संघ ने कड़ा विरोध किया है. संघ ने मुख्य सचिव को पत्र लिखकर आपत्ति जतायी है.

झारखंड सचिवालय सेवा संघ
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Published : Feb 5, 2021, 1:17 AM IST

रांचीः झारखंड सचिवालय सेवा संघ ने मुख्य सचिव को पत्र लिखकर विमल किशोर पांडे सहायक प्रशाखा पदाधिकारी को फरार घोषित करने पर आपत्ति जतायी है. पत्र के माध्यम से कहा है कि सहायक प्रशाखा पदाधिकारी विमल किशोर पांडे को फरार घोषित करते हुए उनके चाईबासा जिला अंतर्गत गृह पते पर पुलिस अधीक्षक के माध्यम से स्थानीय थाना प्रभारी द्वारा खोजबीन करने की कार्रवाई की गई.

निदेशक एवं पुलिस महानिरीक्षक का कार्यालय द्वारा विमल किशोर पांडे के लिए फरार होने जैसे शब्द वाली का प्रयोग करना तथा उनके आवास जाकर पुलिसिया कार्रवाई किए जाने के कार्रवाई करने को लेकर झारखंड सचिवालय सेवा संघ आपत्ति जतायी है.

संघ का कहना है कि सहायक प्रशाखा पदाधिकारी विमल किशोर पांडे वर्ष 2013 में सीधी भर्ती के माध्यम से नियुक्ति सहायक प्रशाखा पदाधिकारी हैं विमल किशोर पांडे कर्मठ एवं नियमित कर्मी हैं तथा स्वभाव से अति मृदुभाषी मितभाषी एवं विनम्र हैं.

ऐसे में उनके साथ इस तरह का व्यवहार करना सही नहीं है. साथी पत्र में कहा गया है कि विमल किशोर पांडे को लेकर प्रयोग किए गए शब्द और भाषा से प्रतीत होता है कि महानिदेशक एवं पुलिस महानिरीक्षक कार्यालय में विमल किशोर पांडे कोहबर यह पदाधिकारियों द्वारा डराया धमकाया गया है तथा उनके विरोध आ संसदीय अमर्यादित है वह आपत्तिजनक व्यवहार किया गया है.

यह भी पढ़ेंः खूंटी में नक्सलियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़, कई हथियार बरामद

उसके बाद से ही वह कार्यालय में अनुपस्थित हो गए हैं यदि ऐसा है तो यह एक गंभीर मामला है और यह सरकार के वरीय पदाधिकारियों द्वारा अधीनस्थ पदाधिकारी कर्मचारियों को शोषण एवं अमान्य व्यवहार करने का मामला है.

साथ ही कहा गया है कि विमल किशोर पांडे 9 नवंबर से अनधिकृत अनुपस्थित के संबंध में नियंता नियुक्ति प्राधिकार की हैसियत से कार्मिक प्रशासनिक सुधार तथा भाषा विभाग सेवा नियमावली 2016 तथा झारखंड सचिवालय सेवा नियम 2010 के प्रावधान के तहत कार्रवाई की जानी चाहिए सरकार को निश्चय ही इस मामले में हस्तक्षेप कर सरकारी कार्यवाही में संज्ञान लेना चाहिए तथा भविष्य में ऐसी घटना की पूर्ण आवृत्ति ना हो यह सुनिश्चित करा दिया जाना चाहिए.

रांचीः झारखंड सचिवालय सेवा संघ ने मुख्य सचिव को पत्र लिखकर विमल किशोर पांडे सहायक प्रशाखा पदाधिकारी को फरार घोषित करने पर आपत्ति जतायी है. पत्र के माध्यम से कहा है कि सहायक प्रशाखा पदाधिकारी विमल किशोर पांडे को फरार घोषित करते हुए उनके चाईबासा जिला अंतर्गत गृह पते पर पुलिस अधीक्षक के माध्यम से स्थानीय थाना प्रभारी द्वारा खोजबीन करने की कार्रवाई की गई.

निदेशक एवं पुलिस महानिरीक्षक का कार्यालय द्वारा विमल किशोर पांडे के लिए फरार होने जैसे शब्द वाली का प्रयोग करना तथा उनके आवास जाकर पुलिसिया कार्रवाई किए जाने के कार्रवाई करने को लेकर झारखंड सचिवालय सेवा संघ आपत्ति जतायी है.

संघ का कहना है कि सहायक प्रशाखा पदाधिकारी विमल किशोर पांडे वर्ष 2013 में सीधी भर्ती के माध्यम से नियुक्ति सहायक प्रशाखा पदाधिकारी हैं विमल किशोर पांडे कर्मठ एवं नियमित कर्मी हैं तथा स्वभाव से अति मृदुभाषी मितभाषी एवं विनम्र हैं.

ऐसे में उनके साथ इस तरह का व्यवहार करना सही नहीं है. साथी पत्र में कहा गया है कि विमल किशोर पांडे को लेकर प्रयोग किए गए शब्द और भाषा से प्रतीत होता है कि महानिदेशक एवं पुलिस महानिरीक्षक कार्यालय में विमल किशोर पांडे कोहबर यह पदाधिकारियों द्वारा डराया धमकाया गया है तथा उनके विरोध आ संसदीय अमर्यादित है वह आपत्तिजनक व्यवहार किया गया है.

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उसके बाद से ही वह कार्यालय में अनुपस्थित हो गए हैं यदि ऐसा है तो यह एक गंभीर मामला है और यह सरकार के वरीय पदाधिकारियों द्वारा अधीनस्थ पदाधिकारी कर्मचारियों को शोषण एवं अमान्य व्यवहार करने का मामला है.

साथ ही कहा गया है कि विमल किशोर पांडे 9 नवंबर से अनधिकृत अनुपस्थित के संबंध में नियंता नियुक्ति प्राधिकार की हैसियत से कार्मिक प्रशासनिक सुधार तथा भाषा विभाग सेवा नियमावली 2016 तथा झारखंड सचिवालय सेवा नियम 2010 के प्रावधान के तहत कार्रवाई की जानी चाहिए सरकार को निश्चय ही इस मामले में हस्तक्षेप कर सरकारी कार्यवाही में संज्ञान लेना चाहिए तथा भविष्य में ऐसी घटना की पूर्ण आवृत्ति ना हो यह सुनिश्चित करा दिया जाना चाहिए.

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