रांची: 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी झारखंड के खूंटी जिले के उलिहातू में धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की जन्मस्थली पहुंचेंगे. अब तक के तय कार्यक्रम के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 14 नवंबर की शाम ही रांची पहुंच जाएंगे. रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट से प्रधानमंत्री सड़क मार्ग से राजभवन जाएंगे, जहां उनका रात्रि विश्राम होगा. प्रधानमंत्री की यात्रा के दौरान सड़क की दोनों ओर भाजपा के नेता-कार्यकर्ता मौजूद रहेंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पहले से तय कार्यक्रम से एक दिन पहले रांची आगमन और राजभवन में रात्रि विश्राम को लेकर झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल ने प्रतिक्रिया दी है.
इंडिया की मजबूती को भांप चुके हैं पीएमः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम में बदलाव पर जेएमएम के केंद्रीय प्रवक्ता मनोज पांडेय ने कहा कि झारखंड भाजपा की कमजोर स्थिति को देखते हुए प्रधानमंत्री को यह फैसला लेना पड़ा है. वहीं राजद प्रदेश उपाध्यक्ष अनिता यादव ने कहा कि महागठबंधन और इंडिया दलों की मजबूती को भांप चुके प्रधानमंत्री को हर जगह सड़क पर उतरना पड़ रहा है, लेकिन उसका कोई असर झारखंड की धरती पर नहीं दिखेगा. वहीं कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता डॉ एम तौसीफ ने कहा कि राज्य और देशभर में भाजपा की जो स्थिति बनी है उसमें पीएम मोदी की यात्रा राजनीतिक रूप से प्रभावहीन रहेगी.
पीएम के तय कार्यक्रम में बदलाव को झारखंड भाजपा की कमजोरी बतायाः पीएम मोदी का जनजातीय गौरव दिवस से एक दिन पहले आने, रांची में सड़क मार्ग से राजभवन जाने और उस दौरान सड़क के दोनों किनारे पर खड़ा होकर भाजपा के कार्यकर्ताओं द्वारा स्वागत करने के कार्यक्रम को प्रदेश भाजपा की कमजोरी करार देते हुए कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि बाबूलाल के नेतृत्व वाली भाजपा चार खंडों में बंटी है. जिसको एक सूत्र में बांधने के लिए पीएम कोशिश कर रहे हैं.
पीएम से राज्य की जनता को राजनीति नहीं, विकास में सहयोग की उम्मीद-झामुमोः झामुमो के केंद्रीय प्रवक्ता मनोज पांडेय ने पीएम मोदी के झारखंड दौरे में बदलाव पर कहा कि राज्य की जनता को पीएम के दौरे से ज्यादा इस बात पर ध्यान है कि राज्य के विकास की किन योजनाओं को रोका गया है, राज्य विधानसभा से पारित प्रस्ताव पर क्या रुख रहता है. झामुमो के केंद्रीय प्रवक्ता मनोज पांडेय ने कहा कि झारखंड की धरती से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरना धर्म कोड, झारखंड के बकाया 01 लाख 36 हजार करोड़ की राशि, ओबीसी आरक्षण, 32 खतियान आधारित स्थानीय नीति पर अपनी राय स्पष्ट करें तो राज्यवासियों को यह महसूस होगा कि प्रधानमंत्री राज्य और राज्यवासियों के हितों का ख्याल रखते हैं. अन्यथा उन्हें और झारखंड भाजपा नेतृत्व को पता है कि झारखंड में हेमंत सोरेन का खूंटा इतना मजबूत है कि पीएम मोदी की खूंटी यात्रा से भाजपा को कोई फायदा नहीं होने वाला है.