रांची: पीएम मोदी के झारखंड दौरे के बाद सियासी गलियारों में तरह तरह की चर्चा होने लगी है. पीएम मोदी के आव भगत जिस तरह से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के द्वारा की गई उससे यह लगने लगा है कि झारखंड मुक्ति मोर्चा के केन्द्र में सत्तारूढ़ बीजेपी से संबंध सुधरने लगे हैं. दरअसल यह चर्चा उसी वक्त से शुरू हो गया था जब पीएम मोदी के देवघर दौरे से कुछ दिन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी. हालांकि इसे केन्द्र और राज्य सरकार के संबंधों से जोड़कर देखने की सलाह जेएमएम के नेता दे रहे थे. मगर देवघर दौरे के क्रम में एयरपोर्ट से लेकर बाबा मंदिर परिसर तक में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की मौजूदगी कुछ अलग बयां कर रहा है.
ये भी पढ़ें- पीएम नरेंद्र मोदी ने देवघर एयरपोर्ट का किया उद्घाटन, 26 परियोजनाओं का किया शुभारंभ
जेएमएम और बीजेपी के बीच बढ़ रहे मधुर संबंध की झलक दोनों दल के नेताओं के बयान में भी दिखने लगा है. झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता मनोज पांडे पीएम मोदी के देवघर दौरे पर मुख्यमंत्री के द्वारा स्वागत किये जाने को प्रोटोकॉल का हिस्सा मानते हैं लेकिन कल तक जो जेएमएम केन्द्र के खिलाफ हर बयान में हमला बोलने से नहीं चूकता था वो आज केन्द्र के रुख की सराहना करता हुआ नजर आ रहा है. इतना ही नहीं भाजपा भी मुख्यमंत्री के आतिथ्य सत्कार की सराहना कर रही है. भाजपा प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने मुख्यमंत्री के द्वारा प्रधानमंत्री मोदी के स्वागत की तारीफ करते हुए इसे प्रोटोकॉल बताया है.
विकास के मुद्दे पर संथाल में शुरू हुई राजनीति: कहते हैं झारखंड की राजनीति यदि समझनी और जाननी हो तो संथाल जरूर आएं क्योंकि झारखंड की राजनीति संथाल से ही शुरू होती है. आजादी से पूर्व और अलग राज्य को लेकर हुए आंदोलन का केन्द्र बिन्दू भी संथाल ही रहा है. ऐसे में मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन में विकास के मुद्दे पर शॉर्टकट पॉलिटिक्स के उल्लेख का राजनीतिक पंडित अलग अलग मायने निकाल रहे हैं. पीएम के संबोधन में भी राज्य सरकार पर कोई सीधा प्रहार नहीं हुआ तो मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के संबोधन में भी केन्द्र के प्रति सॉफ्टनेस दिखी. इन सबके बीच बीजेपी 2024 को ध्यान में रखकर संथाल को मिशन मोड में रखकर केन्द्र की योजनाओं को पूरा करने में जुटी है.
ये भी पढ़ें- केंद्र का सहयोग मिलता रहा तो झारखंड देश के अग्रणी राज्यों में खड़ा होगा: हेमंत सोरेन
भाजपा नेता प्रतुल शाहदेव मानते हैं कि संथाल में विकास की गाथा लिखने का काम केन्द्र की बीजेपी सरकार कर रही है जिसमें एम्स, एयरपोर्ट, साहिबगंज गंगा पूल आदि शामिल है. यह ना केवल झारखंड बल्कि सीमावर्ती राज्य बंगाल, बिहार के अलावे अंतरराष्ट्रीय दृष्टि से काफी लाभदायक है. बहरहाल कोल्हान के बाद बीजेपी को पिछले विधानसभा चुनाव में क्षति हुई थी तो वह है संथाल का इलाका जो झारखंड मुक्ति मोर्चा का गढ माना जाता है. 2019 के विधानसभा चुनाव के बाद भी संथाल के मधुपुर और दुमका उपचुनाव में भी बीजेपी सफल नहीं हो पाई.