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Jharkhand Politics: झामुमो-कांग्रेस ने 60:40 अनुपात में बांट ली बोर्ड-निगम की सीट, राजद को ठन-ठन गोपाल! - रांची समाचार

झारखंड में बोर्ड-निगम की सीट को लेकर राजद के अंदरखाने में नाराजगी शुरू हो गई है. कांग्रेस और झामुमो आपस में 60-40 अनुपात में बोर्ड-निगम बांट ली है. इस बात को लेकर लालू के नेता नाखुश है.

Jharkhand Nigam Board Seat Distribution
बोर्ड -निगम सीट बंटवारे पर बोलते कांग्रेस और राजद के वरीय नेता
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Published : Apr 19, 2023, 7:48 PM IST

बोर्ड -निगम सीट बंटवारे पर बोलते कांग्रेस और राजद के वरीय नेता

रांची: झारखंड में बोर्ड-निगम की सीट को लेकर महागठबंधन में मनमुटाव दिख रहा है. झारखंड मुक्ति मोर्चा तथा कांग्रेस के आला नेताओं के बीच इस पर बातचीत होने के बाद 60:40 अनुपात में सीट बांटने पर सहमति बन गई है. वहीं राजद इससे खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहा है. राजद के प्रदेश प्रभारी ने कहा कि कोई क्या बात कर रहा उससे उन्हें कुछ लेना-देना नहीं है. उन्हें उनका हक चाहिए.

ये भी पढ़ें: झारखंड बंद: गिरिडीह में सड़क पर उतरे छात्र, जमकर की नारेबाजी, कहा- 60-40 नाय चलतो

बोर्ड निगम में 60:40 नाये चलतो: महागठबंधन में रहने के बावजूद झामुमो और कांग्रेस के नेताओं ने राजद से वार्ता करना भी जरूरी नहीं समझा. इतना ही नहीं राज्य में खाली पड़े बोर्ड निगम और आयोगों को झामुमो तथा कांग्रेस ने क्रमशः 60:40 में बांट भी लिया. महागठबंधन में लगातार उपेक्षा की वजह से प्रदेश अध्यक्ष से लेकर प्रदेश प्रभारी तक खुल कर विरोध भी करने की स्थिति में शायद नहीं है. इसकी वजह यह है कि राजद के सिर्फ एक विधायक हैं और उन्हें भी हेमंत सोरेन ने चुनाव पूर्व सहयोगी मानकर मंत्री बनाया है. वहीं राजद के प्रदेश स्तर के नेताओं का कहना है कि भले ही 2019 के विधानसभा चुनाव में राजद के सिंबल से एक उम्मीदवार विधायक बना हो, लेकिन 17-19 ऐसी सीट है जहां सहयोगी दलों की जीत में राजद का अहम योगदान रहा है. इसके बाद भी राजद नेता कैमरे पर यह बोलने की स्थिति में नहीं है कि "60:40 नाये चलतो".

हेमंत सोरेन कर सकते नामों की घोषणा: झारखंड में बोर्ड, निगम और आयोग के अध्यक्ष के ज्यादातर पद खाली है. अब जब राज्य में बोर्ड-निगमों तथा आयोगों में अध्यक्ष और चेयरमैन के खाली पदों को भरने की कवायद तेज हो गई है. प्रदेश कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडे ने कांग्रेस की ओर से बोर्ड निगम और आयोग के अध्यक्ष पद के लिए मुख्यमंत्री को लिस्ट सौंप दी है. अब कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने संभावना जताई है कि किसी भी वक्त बोर्ड निगम के अध्यक्ष के नामों की घोषणा मुख्यमंत्री कर सकते है.

जेएमएम और कांग्रेस 60:40 में सहमत: आलमगीर आलम ने बताया कि झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस ने बोर्ड निगम के लिए 60:40 अनुपात में सीट बांट ली है. उन्होंने कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा तथा कांग्रेस के आला नेताओं के बीच सहमति बनने पर 60:40 अनुपात में बोर्ड -निगम की सीट पर मुहर लगी है. वहीं राजद के प्रदेश प्रभारी और पूर्व केंद्रीय मंत्री जयप्रकाश यादव ने संतुलित बयान देते हुए कहा कि कोई कुछ भी चर्चा करें, हमें अपना हक और अधिकार लेना है.

कांग्रेस कोटे से राजद को करेंगे एडजस्ट: राष्ट्रीय जनता दल की जगह बोर्ड निगम के गठन में कहां होगी ? इस सवाल के जवाब में कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने कहा कि राजद को कांग्रेस अपने कोटे से एडजस्ट करेगी. मतलब साफ है कि बोर्ड निगम के गठन में राजद को अपनी हिस्सेदारी के लिए कांग्रेस पार्टी के ऊपर भरोसा करना होगा. कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने कहा कि कहीं कोई पेंच नहीं फंसा है. किसी भी वक्त सीएम बोर्ड निगम और आयोग गठन की घोषणा कर सकते हैं. उन्होंने यह कि शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो की असामयिक निधन की वजह से भी बोर्ड निगम गठन में देरी हुई है.

लोकसभा की तर्ज पर राजद को सीट: राजद को बोर्ड निगम में हिस्सेदारी देने की जगह किनारा लगा दिए जाने के सवाल पर आलमगीर आलम ने बयान दिया. कहा कि जिस तरह से लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने राजद को अपने कोटे की राजद को दो सीट दी थी, उसी तरह से बोर्ड निगम में भी राजद को एडजस्ट किया जाएगा.

हमें अपना अधिकार लेना है- राजद: राष्ट्रीय जनता दल को नजरअंदाज किये के सवाल पर बोले राजद के झारखंड प्रभारी जय प्रकाश यादव. कहा कि हम भी गठबंधन का हिस्सा हैं. सभी दलों का अपना-अपना हक है. जयप्रकाश यादव ने कहा कि हमें आलमगीर आलम के बयान पर कोई रिएक्शन नहीं देना है. राजद को सिर्फ अपना हक और अधिकार लेना है.

बोर्ड -निगम सीट बंटवारे पर बोलते कांग्रेस और राजद के वरीय नेता

रांची: झारखंड में बोर्ड-निगम की सीट को लेकर महागठबंधन में मनमुटाव दिख रहा है. झारखंड मुक्ति मोर्चा तथा कांग्रेस के आला नेताओं के बीच इस पर बातचीत होने के बाद 60:40 अनुपात में सीट बांटने पर सहमति बन गई है. वहीं राजद इससे खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहा है. राजद के प्रदेश प्रभारी ने कहा कि कोई क्या बात कर रहा उससे उन्हें कुछ लेना-देना नहीं है. उन्हें उनका हक चाहिए.

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बोर्ड निगम में 60:40 नाये चलतो: महागठबंधन में रहने के बावजूद झामुमो और कांग्रेस के नेताओं ने राजद से वार्ता करना भी जरूरी नहीं समझा. इतना ही नहीं राज्य में खाली पड़े बोर्ड निगम और आयोगों को झामुमो तथा कांग्रेस ने क्रमशः 60:40 में बांट भी लिया. महागठबंधन में लगातार उपेक्षा की वजह से प्रदेश अध्यक्ष से लेकर प्रदेश प्रभारी तक खुल कर विरोध भी करने की स्थिति में शायद नहीं है. इसकी वजह यह है कि राजद के सिर्फ एक विधायक हैं और उन्हें भी हेमंत सोरेन ने चुनाव पूर्व सहयोगी मानकर मंत्री बनाया है. वहीं राजद के प्रदेश स्तर के नेताओं का कहना है कि भले ही 2019 के विधानसभा चुनाव में राजद के सिंबल से एक उम्मीदवार विधायक बना हो, लेकिन 17-19 ऐसी सीट है जहां सहयोगी दलों की जीत में राजद का अहम योगदान रहा है. इसके बाद भी राजद नेता कैमरे पर यह बोलने की स्थिति में नहीं है कि "60:40 नाये चलतो".

हेमंत सोरेन कर सकते नामों की घोषणा: झारखंड में बोर्ड, निगम और आयोग के अध्यक्ष के ज्यादातर पद खाली है. अब जब राज्य में बोर्ड-निगमों तथा आयोगों में अध्यक्ष और चेयरमैन के खाली पदों को भरने की कवायद तेज हो गई है. प्रदेश कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडे ने कांग्रेस की ओर से बोर्ड निगम और आयोग के अध्यक्ष पद के लिए मुख्यमंत्री को लिस्ट सौंप दी है. अब कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने संभावना जताई है कि किसी भी वक्त बोर्ड निगम के अध्यक्ष के नामों की घोषणा मुख्यमंत्री कर सकते है.

जेएमएम और कांग्रेस 60:40 में सहमत: आलमगीर आलम ने बताया कि झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस ने बोर्ड निगम के लिए 60:40 अनुपात में सीट बांट ली है. उन्होंने कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा तथा कांग्रेस के आला नेताओं के बीच सहमति बनने पर 60:40 अनुपात में बोर्ड -निगम की सीट पर मुहर लगी है. वहीं राजद के प्रदेश प्रभारी और पूर्व केंद्रीय मंत्री जयप्रकाश यादव ने संतुलित बयान देते हुए कहा कि कोई कुछ भी चर्चा करें, हमें अपना हक और अधिकार लेना है.

कांग्रेस कोटे से राजद को करेंगे एडजस्ट: राष्ट्रीय जनता दल की जगह बोर्ड निगम के गठन में कहां होगी ? इस सवाल के जवाब में कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने कहा कि राजद को कांग्रेस अपने कोटे से एडजस्ट करेगी. मतलब साफ है कि बोर्ड निगम के गठन में राजद को अपनी हिस्सेदारी के लिए कांग्रेस पार्टी के ऊपर भरोसा करना होगा. कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने कहा कि कहीं कोई पेंच नहीं फंसा है. किसी भी वक्त सीएम बोर्ड निगम और आयोग गठन की घोषणा कर सकते हैं. उन्होंने यह कि शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो की असामयिक निधन की वजह से भी बोर्ड निगम गठन में देरी हुई है.

लोकसभा की तर्ज पर राजद को सीट: राजद को बोर्ड निगम में हिस्सेदारी देने की जगह किनारा लगा दिए जाने के सवाल पर आलमगीर आलम ने बयान दिया. कहा कि जिस तरह से लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने राजद को अपने कोटे की राजद को दो सीट दी थी, उसी तरह से बोर्ड निगम में भी राजद को एडजस्ट किया जाएगा.

हमें अपना अधिकार लेना है- राजद: राष्ट्रीय जनता दल को नजरअंदाज किये के सवाल पर बोले राजद के झारखंड प्रभारी जय प्रकाश यादव. कहा कि हम भी गठबंधन का हिस्सा हैं. सभी दलों का अपना-अपना हक है. जयप्रकाश यादव ने कहा कि हमें आलमगीर आलम के बयान पर कोई रिएक्शन नहीं देना है. राजद को सिर्फ अपना हक और अधिकार लेना है.

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