रांचीः झारखंड पुलिस के कंधे पर एक और बड़ी जिम्मेदारी डाली गई है. विधि-व्यवस्था को बनाए रखने के अलावा अब झारखंड पुलिस को राज्य में हो रही खून की कमी को भी दूर करना होगा. अब हर माह के पहले रविवार को रक्तदान शिविर (Blood Donation Camp) लगेगा, जहां झारखंड पुलिस के लोग स्वेच्छा से रक्तदान करेंगे.
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पुलिस महानिदेशक नीरज सिन्हा ने इस बाबत पुलिस के सभी आला अधिकारियों को पत्र भी प्रेषित कर दिया है. डीजीपी का कहना है कि थैलेसीमिया, सिकल सेल एनीमिया, गर्भवती महिलाओं और दुर्घटनाग्रस्त मरीजों के अलावा अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रसित मरीजों को तत्काल ब्लड की जरूरत पड़ती है. चूंकि ब्लड स्टोरेज भी सीमित समय तक ही किया जा सकता है, इसलिए जरूरत के हिसाब से नियमित रूप से रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाता है.
इस मामले में पुलिस कभी पीछे नहीं रही है. लिहाजा ब्लड डोनेशन सिस्टम (Blood Donation System) को ऑर्गेनाइज्ड करने के मकसद से जिला स्तर पर हर माह के पहले शनिवार को ब्लड बैंक से समन्वय स्थापित कर ब्लड डोनेशन कैंप लगाया जाएगा. यह जिम्मेदारी जिला स्तर पर पुलिस के नोडल पदाधिकारी की होगी.
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डीजीपी नीरज सिन्हा ने निदेशक, झारखंड पुलिस अकादमी हजारीबाग, सभी प्रक्षेत्रीय पुलिस महानिरीक्षक झारखंड, वरीय पुलिस अधीक्षक रांची, जमशेदपुर और धनबाद, सभी पुलिस अधीक्षक, झारखंड, पुलिस उपाधीक्षक-सह-प्रचार्य टी.टी.एस, जमशेदपुर समेत अन्य पुलिस पदाधिकारियों को पत्र के जरिए आदेश दे दिया गया है. झारखंड पुलिस के इस पहल के चौतरफा सराहना हो रही है. अब देखना है कि अगस्त माह के पहले शनिवार को आयोजित होने वाले रक्तदान शिविर को कैसा रिस्पॉन्स मिलता है.