रांची: कई बार कुछ गंभीर बीमारियों और एक्सीडेंट के दौरान बेहतर इलाज के लिए मरीजों को राज्य से बाहर भेजने की जरूरत आन पड़ती है. इस दौरान सिर्फ एक ही विकल्प बचता है, वह है एयर एंबुलेंस. लेकिन यह बहुत महंगी सेवा होती है. आम लोग इसका आर्थिक भार नहीं उठा पाते. इस वजह से समुचित इलाज नहीं होने पर मरीज की जान तक चली जाती है. लेकिन सबकुछ ठीक रहा है तो आने वाले दिनों में इस परेशानी से निजात मिलने वाली है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्य के मरीजों के हित में एक बड़ी घोषणा की है.
उन्होंने कहा कि राज्य में बहुत जल्द एयर एंबुलेंस की सुविधा बहाल की जाएगी. यह सुविधा आमजनों को बिल्कुल सरकारी दर पर उपलब्ध करायी जाएगी. बेहतर इलाज के लिए मरीजों को देश के किसी भी कोने में स्थापित अस्पताल में जाना हो तो वे एयर एंबुलेंस की सुविधा ले सकते हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के मेडिकल सर्किटों को एक-दूसरे से जोड़ने करने का काम किया जा रहा है. ग्रामीण क्षेत्रों में भी जरूरतमंद मरीजों को जेनेरिक मेडिसिन उपलब्ध कराया जा सके इसके लिए योजना बनायी जा रही है. मुख्यमंत्री ने कहा कि वह चाहते हैं कि राज्य के सभी जिला मुख्यालय स्थित अस्पताल में विशेषज्ञ डॉक्टर तैनात रहें
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रांची में जिमखाना क्लब में आयोजित 1st Nephro Critical Care Conference-2023 कार्यक्रम में शामिल हुआ। pic.twitter.com/UhpUz2zsEy
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— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) January 28, 2023
बूढ़ा पहाड़ क्षेत्र का दर्द: रांची के जिमखाना क्लब में आयोजित 1st Nephro Critical Care Conference-2023 के उद्घाटन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि सीएम ने कभी नक्सलियों का गढ़ रहे बूढ़ा पहाड़ क्षेत्र की बातें साझा की. उन्होंने कहा कि पिछले दिनों गढ़वा जिला स्थित बूढ़ा पहाड़ गये थे. एक समय ऐसा था जब बूढ़ा पहाड़ नक्सलियों के कब्जे में था. बूढ़ा पहाड़ के नजदीक ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को इस पहाड़ में आने-जाने पर मनाही थी. वहां के लोगों को अब तक यह भी पता नहीं कि राज्य में रांची जैसा एक शहर भी है. इस बात से यह समझा जा सकता है कि वहां पर स्वास्थ्य सुविधाओं की क्या दशा रही होगी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के कई हिस्सों में स्वास्थ्य के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने वाले अजीम प्रेमजी भी बहुत जल्द हमारे साथ जुड़ने वाले हैं. राज्य सरकार ने अजीम प्रेमजी को 300 एकड़ जमीन उपलब्ध कराई है जहां स्वास्थ्य सुविधा के साथ-साथ मेडिकल कॉलेज भी स्थापित की जाएगी. अजीम प्रेमजी की संस्था राज्य सरकार के साथ समन्वय स्थापित कर सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने का कार्य करेगी. स्वास्थ्य त्र में सेवा देने वाली अपोलो सहित कई ऐसे संस्थान हैं जिनकी सेवा झारखंड में लेने निमित्त राज्य सरकार कार्य योजना बना रही है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना काल में डॉक्टर्स के समर्पण भावना की तारीफ की. उन्होंने कहा कि यह दो दिवसीय 1st Nephro Critical Care Conference कार्यक्रम स्वास्थ्य क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा. फ्रो क्रिटिकल केयर कॉन्फ्रेंस में विशेषज्ञ डॉक्टरों के जो भी सुझाव राज्य सरकार को मिलेंगे उन सुझावों पर राज्य सरकार अवश्य विचार करेगी. इस मौके पर बेहतर कार्य करने वाले कई विशेषज्ञ डॉक्टरों को द्रोणाचार्य सम्मान और प्राइड ऑफ झारखंड अवार्ड से सम्मानित किया गया. कॉंफ्रेंस के दौरान नेफ्रोलॉजी विशेषज्ञ डॉ अमित कुमार, डॉ घनश्याम सिंह, डॉ अशोक कुमार बैद्य सहित डॉ तापस कुमार साहू, डॉ प्रदीप कुमार भट्टाचार्य, डॉ आर० के० शर्मा, डॉ राश कुजूर एवं कई जाने-माने विशेषज्ञ डॉक्टर्स उपस्थित थे.