ETV Bharat / state

पूरे राज्य के मनरेगा कर्मी करेंगे मंत्री आलमगीर आलम के आवास का घेराव, सरकार पर भेदभाव का लगाया आरोप

Jharkhand MNREGA workers सोमवार को ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के आवास का घेराव करेंगे. उन्होंने राज्य सरकार पर भेदभाव का आरोप लगाते हुए उनके मानदेय में आंशिक बढ़ोतरी को ठगने का नाम दिया है. इसे लेकर वे काफी आक्रोशित हैं.

Gherao of Minister Alamgir Alam residence
Gherao of Minister Alamgir Alam residence
author img

By

Published : Aug 21, 2022, 8:08 PM IST

रांची: झारखंड में मनरेगा योजना (MNREGA scheme in Jharkhand) में सेवा दे रहे 5000 से ज्यादा मनरेगा कर्मी सोमवार को राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के आवास का घेराव (Gherao of Minister Alamgir Alam residence) करेंगे. मनरेगा कर्मियों का कहना है कि राज्य सरकार ने मानदेय में आंशिक बढ़ोतरी के नाम पर उन्हें ठगने का काम किया है.

इसे भी पढ़ें: दुमका मनरेगा लोकपाल के कामकाज पर सरकार ने लगाई रोक, बिचौलिये से लेन-देन का आरोप


राज्य सरकार पर भेदभाव का आरोप: झारखंड राज्य मनरेगा कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष जॉन पीटर बागे ने कहा कि पिछले दिनों राज्य सरकार ने मनरेगा कर्मियों के मानदेय में आंशिक बढ़ोतरी करने की घोषणा की थी. संघ इसे मनरेगा कर्मियों को ठगने वाला घोषणा मानता है. जॉन पीटर बागे ने सरकार पर भेदभाव का आरोप लगाते हुए कहा है कि मनरेगा सेल में कार्यरत कर्मियों के मानदेय में बेतहाशा बढ़ोतरी हुई है और उसे 1 जनवरी 2022 से ही लागू कर दिया गया है. जबकि निचले स्तर पर कार्यरत मनरेगा कर्मियों का मानदेय सिर्फ आंशिक रूप से बढ़ा है और उसे 1 अगस्त से लागू किया गया है. उन्होंने कहा कि इस तरह से कर्मियों के मानदेय में अलग अलग बढ़ोतरी सरकार की मंशा और पंचवाती रवैया को दिखलाता है. इस वजह से झारखंड में मनरेगा कर्मियों में आक्रोश व्याप्त है.


संघ ने सुनाई अपनी व्यथा: झारखंड राज्य मनरेगा कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि 15 अगस्त 2022 को मनरेगा कर्मियों की सेवा के 15 साल पूरे हो गए हैं. इन 15 वर्षों में सभी सरकारों ने मनरेगा कर्मियों को सिर्फ चलने का काम किया है. अल्प मानदेय के अलावा अन्य कोई लाभ मनरेगा कर्मियों को नहीं दिया जाता है. मानसिक शारीरिक और आर्थिक रूप से प्रताड़ित किया जाना अब आम बात हो गई है. किसी भी तरह की अनियमितता और आरोपों पर सारा दोष निचले स्तर के मनरेगा कर्मियों पर डालकर उन्हें न सिर्फ अपमानित किया जाता है बल्कि बर्खास्त भी कर दिया जाता है. उन्होंने कहा ऐसे स्थिति में कई मनरेगा कर्मियों की मानसिक दबाव के कारण ब्रेन हेमरेज व अन्य बीमारियों से मृत्यु हो गई है. इस पर भी सरकार ने कोई ध्यान नहीं दिया है और न ही कोई सामाजिक सुरक्षा की योजना से इन्हें जोड़ा गया है.

11 बजे जुलूस लेकर निकलेंगे मनरेगा कर्मी: अपनी व्यथा सुनाते हुए संघ ने कहा कि इन्ही सब कारणों से 22 अगस्त को विभागीय मंत्री आलमगीर आलम के आवास का राज्यभर के मनरेगा कर्मी घेराव करेंगे और अपनी मांग को बुलंद करेंगे. संघ की ओर से दी गयी जानकारी के अनुसार सुबह 11 बजे विधानसभा मैदान से मनरेगा कर्मी जुलूस के शक्ल में मंत्री आलमगीर आलम के आवास का घेराव करने के लिए निकलेंगे.

रांची: झारखंड में मनरेगा योजना (MNREGA scheme in Jharkhand) में सेवा दे रहे 5000 से ज्यादा मनरेगा कर्मी सोमवार को राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के आवास का घेराव (Gherao of Minister Alamgir Alam residence) करेंगे. मनरेगा कर्मियों का कहना है कि राज्य सरकार ने मानदेय में आंशिक बढ़ोतरी के नाम पर उन्हें ठगने का काम किया है.

इसे भी पढ़ें: दुमका मनरेगा लोकपाल के कामकाज पर सरकार ने लगाई रोक, बिचौलिये से लेन-देन का आरोप


राज्य सरकार पर भेदभाव का आरोप: झारखंड राज्य मनरेगा कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष जॉन पीटर बागे ने कहा कि पिछले दिनों राज्य सरकार ने मनरेगा कर्मियों के मानदेय में आंशिक बढ़ोतरी करने की घोषणा की थी. संघ इसे मनरेगा कर्मियों को ठगने वाला घोषणा मानता है. जॉन पीटर बागे ने सरकार पर भेदभाव का आरोप लगाते हुए कहा है कि मनरेगा सेल में कार्यरत कर्मियों के मानदेय में बेतहाशा बढ़ोतरी हुई है और उसे 1 जनवरी 2022 से ही लागू कर दिया गया है. जबकि निचले स्तर पर कार्यरत मनरेगा कर्मियों का मानदेय सिर्फ आंशिक रूप से बढ़ा है और उसे 1 अगस्त से लागू किया गया है. उन्होंने कहा कि इस तरह से कर्मियों के मानदेय में अलग अलग बढ़ोतरी सरकार की मंशा और पंचवाती रवैया को दिखलाता है. इस वजह से झारखंड में मनरेगा कर्मियों में आक्रोश व्याप्त है.


संघ ने सुनाई अपनी व्यथा: झारखंड राज्य मनरेगा कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि 15 अगस्त 2022 को मनरेगा कर्मियों की सेवा के 15 साल पूरे हो गए हैं. इन 15 वर्षों में सभी सरकारों ने मनरेगा कर्मियों को सिर्फ चलने का काम किया है. अल्प मानदेय के अलावा अन्य कोई लाभ मनरेगा कर्मियों को नहीं दिया जाता है. मानसिक शारीरिक और आर्थिक रूप से प्रताड़ित किया जाना अब आम बात हो गई है. किसी भी तरह की अनियमितता और आरोपों पर सारा दोष निचले स्तर के मनरेगा कर्मियों पर डालकर उन्हें न सिर्फ अपमानित किया जाता है बल्कि बर्खास्त भी कर दिया जाता है. उन्होंने कहा ऐसे स्थिति में कई मनरेगा कर्मियों की मानसिक दबाव के कारण ब्रेन हेमरेज व अन्य बीमारियों से मृत्यु हो गई है. इस पर भी सरकार ने कोई ध्यान नहीं दिया है और न ही कोई सामाजिक सुरक्षा की योजना से इन्हें जोड़ा गया है.

11 बजे जुलूस लेकर निकलेंगे मनरेगा कर्मी: अपनी व्यथा सुनाते हुए संघ ने कहा कि इन्ही सब कारणों से 22 अगस्त को विभागीय मंत्री आलमगीर आलम के आवास का राज्यभर के मनरेगा कर्मी घेराव करेंगे और अपनी मांग को बुलंद करेंगे. संघ की ओर से दी गयी जानकारी के अनुसार सुबह 11 बजे विधानसभा मैदान से मनरेगा कर्मी जुलूस के शक्ल में मंत्री आलमगीर आलम के आवास का घेराव करने के लिए निकलेंगे.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.