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झारखंड शराब घोटाला: किंगपिन योगेंद्र तिवारी खोल रहा नेताओं-अफसरों के राज, ईडी कोर्ट ने छह दिनों के लिए रिमांड बढ़ाई

झारखंड शराब घोटाले का किंगपिन योगेंद्र तिवारी ईडी की पूछताछ में नेताओं और अफसरों के राज खोल रहा है. ईडी कोर्ट ने छह दिनों के लिए रिमांड बढ़ा दी है. Jharkhand liquor scam kingpin Yogendra Tiwari.

Jharkhand liquor scam
Jharkhand liquor scam
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Oct 28, 2023, 6:50 PM IST

रांची: झारखंड में शराब घोटाले के किंगपिन योगेंद्र तिवारी से ईडी अगले छह दिनों तक दोबारा पूछताछ करेगी. पीएमएलए (प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट) स्पेशल कोर्ट ने शनिवार को ईडी की दरख्वास्त पर उसकी रिमांड को बढ़ाने की मंजूरी दे दी.

ये भी पढ़ें- योगेंद्र ने 38 कंपनियों से जुटाए 58 करोड़, ईडी की पूछताछ में आरोपी ने उगले कई राज

इसके पहले ईडी योगेंद्र तिवारी से आठ दिनों तक पूछताछ कर चुकी है. इस दौरान उसने एजेंसी को अपने संरक्षकों और शराब कारोबार में पैसा लगाने वालों के नाम बताए हैं. उसने कई राजनेताओं और अफसरों का संरक्षण होने की बात स्वीकार की है.

योगेंद्र तिवारी को 19 अक्टूबर को गिरफ्तार किया था. इसके पहले शराब घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने 23 अगस्त को राज्य भर में 36 ठिकानों पर छापेमारी की थी. ईडी ने अपनी जांच में पाया है कि देवघर के रहने वाले योगेंद्र तिवारी ने पूर्व की सरकार से लेकर अब तक शराब के धंधे से करोड़ों की संपत्ति अर्जित की है.

ईडी के पहले शराब कारोबारी योगेंद्र तिवारी के यहां 21 मार्च की आयकर विभाग की छापेमारी में यह बात सामने आया था कि उसके पास लगभग 20 करोड़ की अघोषित संपत्ति है. इस छापामारी के बाद 23 अगस्त को प्रवर्तन निदेशालय ने शराब घोटाला मामले में वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव के आवास सहित राज्य के 36 ठिकानों पर छापेमारी की थी.

इस छापेमारी के दौरान प्रवर्तन निदेशालय ने रामेश्वर उरांव के बेटे रोहित उरांव के ठिकाने से 30 लाख रुपए नगद बरामद किए थे. वहीं योगेंद्र तिवारी के विभिन्न ठिकानों से कई दस्तावेज मिले थे.

इनपुट- आईएएनएस

रांची: झारखंड में शराब घोटाले के किंगपिन योगेंद्र तिवारी से ईडी अगले छह दिनों तक दोबारा पूछताछ करेगी. पीएमएलए (प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट) स्पेशल कोर्ट ने शनिवार को ईडी की दरख्वास्त पर उसकी रिमांड को बढ़ाने की मंजूरी दे दी.

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इसके पहले ईडी योगेंद्र तिवारी से आठ दिनों तक पूछताछ कर चुकी है. इस दौरान उसने एजेंसी को अपने संरक्षकों और शराब कारोबार में पैसा लगाने वालों के नाम बताए हैं. उसने कई राजनेताओं और अफसरों का संरक्षण होने की बात स्वीकार की है.

योगेंद्र तिवारी को 19 अक्टूबर को गिरफ्तार किया था. इसके पहले शराब घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने 23 अगस्त को राज्य भर में 36 ठिकानों पर छापेमारी की थी. ईडी ने अपनी जांच में पाया है कि देवघर के रहने वाले योगेंद्र तिवारी ने पूर्व की सरकार से लेकर अब तक शराब के धंधे से करोड़ों की संपत्ति अर्जित की है.

ईडी के पहले शराब कारोबारी योगेंद्र तिवारी के यहां 21 मार्च की आयकर विभाग की छापेमारी में यह बात सामने आया था कि उसके पास लगभग 20 करोड़ की अघोषित संपत्ति है. इस छापामारी के बाद 23 अगस्त को प्रवर्तन निदेशालय ने शराब घोटाला मामले में वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव के आवास सहित राज्य के 36 ठिकानों पर छापेमारी की थी.

इस छापेमारी के दौरान प्रवर्तन निदेशालय ने रामेश्वर उरांव के बेटे रोहित उरांव के ठिकाने से 30 लाख रुपए नगद बरामद किए थे. वहीं योगेंद्र तिवारी के विभिन्न ठिकानों से कई दस्तावेज मिले थे.

इनपुट- आईएएनएस

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