रांची: जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक को सीबीआई द्वारा समन भेजे जाने को लेकर झारखंड इकाई की जनता दल यूनाइटेड ने विरोध जताया है. जनता दल यूनाइटेड के नेताओं ने राजधानी के अल्बर्ट एक्का चौक पर विरोध जताते हुए कहा कि जब तक देश में सच बोलने वाले पर कार्रवाई की जाएगी तब तब जनता दल यूनाइटेड आवाज उठाती रहेगी.
रांची में प्रदर्शन करने पहुंचे झारखंड जेडीयू के प्रदेश महासचिव सरवन कुमार ने बताया कि वर्ष 2019 में पुलवामा में हुई घटना को लेकर जो खुलासा तत्कालीन राज्यपाल सत्यपाल मलिक कर रहे हैं, उस पर प्रधानमंत्री मौन हैं, उन्हें सामने आकर जवाब देना चाहिए. वहीं झारखंड जेडीयू के प्रवक्ता सागर कुमार ने कहा कि वर्ष 2019 में पुलवामा की घटना पर जिस तरह से राजनीति की गई है, यह दुर्भाग्यपूर्ण है. तत्कालीन राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने सरकार को घटना से पहले ही सुरक्षा मुहैया कराने की बात कही थी इसके बावजूद भी सरकार ने जवानों को सड़क मार्ग से भेजने का काम किया.
जदयू नेताओं ने कहा कि आज सत्यपाल मलिक के समर्थन में सभी जिला मुख्यालय में जेडीयू के नेता प्रदर्शन कर रहे हैं. अगर केंद्र सरकार ने पूरे मामले पर उचित जवाब नहीं दिया और उनके दोषी होने का प्रमाण मिलता है तो सभी विपक्षी दल एकजुट होकर केंद्र सरकार को घेरने की तैयारी करेंगे.
सत्यपाल मलिक के बयान पर रारः जम्मू कश्मीर के तत्कालीन राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने पिछले दिनों निजी पत्रिका को दिए गए इंटरव्यू में पुलवामा हमले को लेकर कई दावे किए थे. सत्यपाल मलिक ने 2019 में कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हमले को सिस्टम की अक्षमता और लापरवाही की वजह से होना बताया था. उन्होंने सीआरपीएफ और केंद्रीय गृह मंत्रालय को इसके लिए जिम्मेदार बताया. इसके अलावा अपने साक्षात्कार में सत्यपाल मलिक ने इसके लिए खुफिया एजेंसियों को विफल बताया. उन्होंने दावा किया कि पाकिस्तान से 300 किलो आरडीएक्स लेकर ट्रक 15 दिन तक जम्मू-कश्मीर में रहा और इंटेलिजेंस को इसकी हवा तक नहीं लगी.