रांची: एलोपैथिक डॉक्टरों पर अमर्यादित टिप्पणी और कोरोना महामारी में मरने वाले डॉक्टरों का मजाक उड़ाने के मामले में झारखंड IMA ने बाबा रामदेव को लीगल नोटिस देकर अपनी गलतियों को स्वीकारने, आयुर्वेद और एलोपैथी के बीच की लड़ाई बनाने की कोशिश करने, मरने वाले डॉक्टरों का अपमान और एलोपैथिक इलाज पर सवाल सहित कई बिन्दुओं पर 14 दिन के अंदर लिखित गलती स्वीकार करने को कहा है, नहीं तो FIR दर्ज कराने की चेतावनी दी है.
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IMA झारखंड की अहम बैठक में लिया गया था फैसला
पिछले दिनों आईएमए (IMA) झारखंड की कार्यसमिति की बैठक बुलाई गई थी, जिसमें राज्य के अधिक संख्या में चिकित्सकों ने हिस्सा लिया था. यह बैठक विशेषकर रामकृष्ण यादव जो आज के दिनों में रामदेव बाबा के नाम से जाने जाते हैं, उनके द्वारा डॉक्टरों के प्रति अमर्यादित भाषा, दुष्प्रचार, कोरोना से देश मे अभी तक 562 मृत चिकित्सकों का मजाक उड़ाने और कोरोना वैक्सीन के प्रति दुष्प्रचार करने के मामले में यह निर्णय लिया के उस व्यक्ति पर कानूनी कार्रवाई की जाए. कार्यकारिणी समिति ने झारखंड आईएमए के अध्यक्ष डॉ अरुण कुमार सिंह, महासचिव डॉ प्रदीप कुमार सिंह और डॉ शम्भू प्रसाद, अध्यक्ष , रांची आईएमए को कानूनी कार्रवाई करने के लिए अधिकृत किया था. इसी संदर्भ में 4 जून को रामदेव को एक लीगल नोटिस भेजा गया है.
लीगल नोटिस का जवाब नहीं देने पर रांची में होगा FIR- डॉ प्रदीप सिंह
झारखंड आईएमए के महासचिव डॉ प्रदीप सिंह ने कहा कि अगर 14 दिन के अंदर लीगल नोटिस का जवाब नहीं दिया, तो लालपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी.