रांची: एनएच-33 की कोडरमा में जर्जर स्थिति में सुधार नहीं होने पर हाई कोर्ट ने नाराजगी जाहिर की और पूछा कि एक ही बरसात में सड़क क्यों बह गई. रांची-पटना हाइवे की मरम्मत सही तरीके से क्यों नहीं की गई? चीफ जस्टिस डॉ. रवि रंजन और जस्टिस सुजीत नारायण प्रसाद की अदालत ने एनएचएआई को अगले सप्ताह विस्तृत रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया है.
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जज बोले- कोर्ट के आदेश को गंभीरता से लें
गुरुवार को सुनवाई के दौरान एनएचएआई की ओर से बताया गया कि कोडरमा में सड़क की मरम्मत कर दी गई है. इस पर चीफ जस्टिस ने कहा कि वह दो दिन पहले ही उस रास्ते से गुजरे हैं. सड़क की हालत अभी भी जर्जर है. इस पर एनएचएआई ने कहा कि सड़क की मरम्मत की गई थी, लेकिन बरसात के कारण सड़क फिर खराब हो गई. इस पर कोर्ट ने कहा कि एनएचएआई कोर्ट के आदेश को गंभीरता से लें. अदालत ने एनएचएआई को अगले सप्ताह विस्तृत रिपोर्ट पेश कर यह बताने को कहा कि सड़क पूरी तरह कब तक बनकर तैयार हो जाएगी.
बता दें कि झारखंड हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के रांची से पटना सड़क मार्ग से जाने के क्रम में उनकी कारकेड में चल रही गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी. उसके बाद इस मामले में स्वतः संज्ञान लेते हुए उसे जनहित याचिका में बदलकर मामले पर सुनवाई प्रारंभ की गई. जिसमें एनएचएआई को सड़क की मरम्मत करने का निर्देश दिया गया था. उसी मामले पर कोर्ट में सुनवाई हुई. अदालत ने सभी पक्षों को सुनने के बाद एनएचएआई को विस्तृत जवाब पेश करने को कहा है.