रांची: कोरोनाकाल के बाद एक बार फिर राजधानी रांची में बांग्ला गीत संगीत और बंगाली संस्कृति की झलक दिखेगी. बांग्ला सांस्कृतिक मेला का आयोजन रांची कॉलेज मैदान में 5, 6 और 7 मई को किया जाएगा. आयोजन की जिम्मेदारी बंगाली युवा मंच चैरिटेबल ट्रस्ट की है. बंगाली युवा मंच ने संवाददाता सम्मेलन कर आयोजन से जुड़ी जानकारी साझा की.
राज्यपाल करेंगे मेले का उद्घाटन: आयोजकों ने बताया कि 05 मई को राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन मेले का उद्घाटन करेंगे. विधानसभा अध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो 06 मई को मुख्य अतिथि के रूप में मेले का भ्रमण करेंगे. मेले के समापन समारोह में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भाग लेंगे.
कबीर के दोहे का बांग्ला में गायन: बंगाली युवा मंच के मुख्य संरक्षक सुप्रियो भट्टाचार्य हैं. जिन्होंने ने बताया कि तीन दिवसीय बांग्ला सांस्कृतिक मेला का आयोजन किया जाएगा. कहा कि मेले की पहली प्रस्तुति कोलकाता के विश्वव्यापी प्रतिष्ठित नृत्य गोष्टी डांसर गिल्ड के रंगारंग उत्सव से होगा. वहीं द्वितीय प्रस्तुति के रूप में राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त नाट्य संस्था मऊ लाली कला शिल्पी के हास्य नाटक की प्रस्तुति से होगी. इसके बाद संत कबीर के दोहे का बांग्ला में गायन प्रस्तुत किया जाएगा.
लोक गान और लोक वादन कार्यक्रम: बांग्ला सांस्कृतिक मेला के दूसरे दिन 1950 के दशक से शुरू बांग्ला सिनेमा जगत के वर्तमान काल तक के सर्वश्रेष्ठ और जनप्रिय गीतकार तथा गायकों के गीतों की प्रस्तुति होगी. प्रस्तुति पश्चिम बंगाल के प्रतिष्ठित पंचम म्यूजिकल ग्रुप करेगा. साथ ही लोक गान और लोक वादन कार्यक्रम का भी आयोजन किया जाएगा.
बांग्ला जीवन शैली जानने का मौका: मेले में 35 स्टॉल और 10 पवेलियन होगा, जहां बांग्ला सभ्यता और संस्कृति से जुड़ी कपड़े, साड़ियां, चूड़ियों, बांग्ला खाद्य पदार्थ और पेय के स्टॉक और फ़ूड कोर्ट होंगे. बंगाली युवा मंच चैरिटेबल ट्रस्ट ने मेले में शामिल होने की अपील की है. बंगाली युवा मंच के अध्यक्ष सिद्धार्थ घोष ने कहा कि मेले में मनोरंजन के साथ ही साथ बांग्ला साहित्य संस्कृति एवं जीवन शैली को नजदीक से जानने और समझने मौका मिलेगा.