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Ranchi News: झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने पीएम मन की बात कार्यक्रम का 100वां संस्करण सुना, कहा- पीएम के कार्यक्रम से देशवासी ले रहे प्रेरणा

झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने पद्म पुरस्कार विजेताओं और कुलपतियों के साथ बैठकर राजभवन में पीएम मन की बात कार्यक्रम का 100वां संस्करण सुना. कार्यक्रम समापन के बाद राज्यपाल ने पीएम के इस पहल की प्रशंसा की और कार्यक्रम को लोगों के लिए प्रेरणादायक बताया.

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PM Mann Ki Baat Program In Raj Bhavan
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Published : Apr 30, 2023, 9:45 PM IST

रांचीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम के 100वें संस्करण को राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने राजभवन में सभी पद्म पुरस्कार विजेताओं और कुलपतियों के साथ बैठ कर सुना. "मन की बात" कार्यक्रम के 100वें संस्करण पर खुशी जताते हुए राज्यपाल ने कहा कि यह ऐतिहासिक और गौरवान्वित करने वाला पल है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दुनिया के एक प्रभावशाली व्यक्तित्व हैं. उनका जनता से जुड़ने का अद्भुत संचार कौशल और मजबूत नेतृत्व ना केवल देशवासियों को बल्कि पूरी दुनिया के लोगों को आकर्षित करता है. राज्यपाल ने कहा कि पीएम मोदी के प्रेरक व्यक्तित्व और कार्यों के कारण देश की नई पीढ़ी उन्हें अपना आदर्श मानती है.

ये भी पढे़ं-Mann Ki Baat 100th Episode: मन की बात से समाज में आ रहा परिवर्तन- दीपक प्रकाश

मन की बात रेडियो कार्यक्रम 11 विदेशी भाषा में भी प्रसारित हो रहा है: राजभवन में मन की बात कार्यक्रम सुनने के बाद राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने कहा कि मुझे यह बताते हुए गर्व हो रहा है कि "मन की बात" रेडियो कार्यक्रम अब भारत की 23 भाषाओं, 29 बोलियों के साथ साथ 11 विदेशी भाषाओं में प्रसारित किया जा रहा है.

मन की बात कार्यक्रम लोगों के लिए प्रेरणास्रोत: राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा शुरू की गई "मन की बात" कार्यक्रम का हमारे देश के नागरिकों पर एक प्रेरणादायक और भावनात्मक जुड़ाव भी पैदा करता है. यह न केवल अनछुए पहलुओं को स्वीकार करने के लिए एक प्रभावी मंच है, बल्कि उन छिपी प्रतिभाओं को पुरस्कृत करने के लिए भी एक मंच प्रदान करता है, जो समाज में छोटे लेकिन महत्वपूर्ण सकारात्मक बदलाव लाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.

राज्यपाल ने मंजू कच्छप का किया जिक्र: अपने संबोधन में राज्यपाल ने देवरी गांव को एलोवेरा विलेज में तब्दील करने वाली मंजू कच्छप का भी जिक्र किया,जिसकी चर्चा पूर्व में पीएम मोदी ने मन की बात में की थी. राज्यपाल ने कहा कि चाईबासा के संजय कच्छप को प्रधानमंत्री ने लाइब्रेरी मैन के रूप में प्रोत्साहित किया था. जल संरक्षण के लिए दिलीप कुमार रविदास के प्रयासों को भी सराहा गया. राज्य के उन सभी हीरोज को राज्यपाल ने शुभकामनाएं दी जिनका जिक्र पीएम मोदी के मन की बात कार्यक्रम में कभी न कभी की थी.यूनिसेफ के जीएम द्वारा मन की बात कार्यक्रम को लेकर व्यक्त किए गए उद्गार पर राज्यपाल ने खुशी जताई.

नए भारत के प्रेरक व्यक्तियों की कहानियां साझा करते हैं पीएम: राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने कहा कि पीएम मोदी अक्सर नए भारत के वैसे व्यक्तियों की प्रेरक कहानियां साझा करते हैं जिन्होंने चुनौतियों को पार कर सफलता हासिल की है. उनकी सुनाई ये कहानियां ग्रामीण क्षेत्रों के व्यक्तियों के दृढ़ संकल्प और कड़ी मेहनत को प्रदर्शित करती है और जो दूसरों के लिए प्रेरणास्रोत के रूप में काम करती हैं. उन्हें बेहतर भविष्य के लिए प्रयास करते रहने के लिए प्रेरित करता है. राज्यपाल ने कहा कि "मन की बात' सरकारी योजनाओं, पहल और नीतियों के बारे में जानकारी साझा करने का एक साधन भी है. यह विशेष रूप से हमारी ग्रामीण जनता को शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि और उद्यमिता के बारे में भी महत्वपूर्ण जानकारियां उपलब्ध कराता है. यह आम जन को उनके अधिकारों को समझने में मदद करता है. सरकार की योजनाओं और पहल का लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित करता है.

सामाजिक बदलाव में भी मददगार बना मन की बात: राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मन की बात में स्वच्छ भारत अभियान, डिजिटल इंडिया, कौशल भारत, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ सहित कई अन्य मुद्दों को लेकर अपनी बात देश की जनता के समक्ष रखी. इससे लोगों में जागरुकता आई और बदलाव दिखने लगे. उन्होंने कहा कि पीएम ने स्वच्छता, पौधरोपण, लैंगिक समानता और जल संरक्षण जैसे कई सामाजिक सरोकार के महत्व के बारे में बात की है. यह सभी को प्रेरित करता है.

आईआईएम रांची कर रहा है पीएम मोदी के मन की बात में उठाए मुद्दों पर अध्ययन: राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने कहा कि यह हर्ष का विषय है कि आईआईएम रांची पीएम के मन की बात में संबोधित मुद्दों पर अध्ययन कर रहा है. अपनी तरह का यह पहला शोध होगा. भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) रांची के संकाय सदस्यों की एक समर्पित टीम एक अध्ययन करेगी. हर महीने के अंतिम रविवार को आयोजित होने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रेडियो कार्यक्रम मन की बात के 100 एपिसोड में संबोधित विषयों और मुद्दों का विश्लेषण और अध्ययन करेगी.

ये भी पढे़ं-पीएम मोदी के कार्यक्रम मन की बात के 100वें संस्करण का जश्न, बीजेपी कार्यकर्ता मना रहे दिवाली

मन की बात कार्यक्रम से लोग ले रहे प्रेरणाः राज्यपाल ने कहा मन की बात हम सभी के लिए प्रेरणा और प्रेरणा का एक शक्तिशाली साधन साबित हुई है. व्यक्तिगत कहानियों, सूचना सशक्तिकरण, सामाजिक कारणों के लिए प्रेरणा, स्थानीय नवाचारों को बढ़ावा देने और अपनेपन की भावना को बढ़ावा देने के माध्यम से रेडियो कार्यक्रम का ग्रामीण समुदायों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है. इससे हम भारतीयों के बेहतर भविष्य के लिए प्रयास करने और विकास में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया गया है.राज्यपाल ने कहा कि वह कामना करते हैं कि मन की बात कार्यक्रम की यह पहल पूरे जोश के साथ आगे बढ़े और नागरिकों को भारत की विकास गाथा का सक्रिय हिस्सा बनने में आगे भी मददगार साबित हो. राज्यपाल ने उम्मीद जताई कि आमजन की सक्रिय भागीदारी से यह जन आंदोलन का रूप लेगा और देश को विकास के पथ पर अग्रसर करेगा.

रांचीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम के 100वें संस्करण को राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने राजभवन में सभी पद्म पुरस्कार विजेताओं और कुलपतियों के साथ बैठ कर सुना. "मन की बात" कार्यक्रम के 100वें संस्करण पर खुशी जताते हुए राज्यपाल ने कहा कि यह ऐतिहासिक और गौरवान्वित करने वाला पल है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दुनिया के एक प्रभावशाली व्यक्तित्व हैं. उनका जनता से जुड़ने का अद्भुत संचार कौशल और मजबूत नेतृत्व ना केवल देशवासियों को बल्कि पूरी दुनिया के लोगों को आकर्षित करता है. राज्यपाल ने कहा कि पीएम मोदी के प्रेरक व्यक्तित्व और कार्यों के कारण देश की नई पीढ़ी उन्हें अपना आदर्श मानती है.

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मन की बात रेडियो कार्यक्रम 11 विदेशी भाषा में भी प्रसारित हो रहा है: राजभवन में मन की बात कार्यक्रम सुनने के बाद राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने कहा कि मुझे यह बताते हुए गर्व हो रहा है कि "मन की बात" रेडियो कार्यक्रम अब भारत की 23 भाषाओं, 29 बोलियों के साथ साथ 11 विदेशी भाषाओं में प्रसारित किया जा रहा है.

मन की बात कार्यक्रम लोगों के लिए प्रेरणास्रोत: राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा शुरू की गई "मन की बात" कार्यक्रम का हमारे देश के नागरिकों पर एक प्रेरणादायक और भावनात्मक जुड़ाव भी पैदा करता है. यह न केवल अनछुए पहलुओं को स्वीकार करने के लिए एक प्रभावी मंच है, बल्कि उन छिपी प्रतिभाओं को पुरस्कृत करने के लिए भी एक मंच प्रदान करता है, जो समाज में छोटे लेकिन महत्वपूर्ण सकारात्मक बदलाव लाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.

राज्यपाल ने मंजू कच्छप का किया जिक्र: अपने संबोधन में राज्यपाल ने देवरी गांव को एलोवेरा विलेज में तब्दील करने वाली मंजू कच्छप का भी जिक्र किया,जिसकी चर्चा पूर्व में पीएम मोदी ने मन की बात में की थी. राज्यपाल ने कहा कि चाईबासा के संजय कच्छप को प्रधानमंत्री ने लाइब्रेरी मैन के रूप में प्रोत्साहित किया था. जल संरक्षण के लिए दिलीप कुमार रविदास के प्रयासों को भी सराहा गया. राज्य के उन सभी हीरोज को राज्यपाल ने शुभकामनाएं दी जिनका जिक्र पीएम मोदी के मन की बात कार्यक्रम में कभी न कभी की थी.यूनिसेफ के जीएम द्वारा मन की बात कार्यक्रम को लेकर व्यक्त किए गए उद्गार पर राज्यपाल ने खुशी जताई.

नए भारत के प्रेरक व्यक्तियों की कहानियां साझा करते हैं पीएम: राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने कहा कि पीएम मोदी अक्सर नए भारत के वैसे व्यक्तियों की प्रेरक कहानियां साझा करते हैं जिन्होंने चुनौतियों को पार कर सफलता हासिल की है. उनकी सुनाई ये कहानियां ग्रामीण क्षेत्रों के व्यक्तियों के दृढ़ संकल्प और कड़ी मेहनत को प्रदर्शित करती है और जो दूसरों के लिए प्रेरणास्रोत के रूप में काम करती हैं. उन्हें बेहतर भविष्य के लिए प्रयास करते रहने के लिए प्रेरित करता है. राज्यपाल ने कहा कि "मन की बात' सरकारी योजनाओं, पहल और नीतियों के बारे में जानकारी साझा करने का एक साधन भी है. यह विशेष रूप से हमारी ग्रामीण जनता को शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि और उद्यमिता के बारे में भी महत्वपूर्ण जानकारियां उपलब्ध कराता है. यह आम जन को उनके अधिकारों को समझने में मदद करता है. सरकार की योजनाओं और पहल का लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित करता है.

सामाजिक बदलाव में भी मददगार बना मन की बात: राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मन की बात में स्वच्छ भारत अभियान, डिजिटल इंडिया, कौशल भारत, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ सहित कई अन्य मुद्दों को लेकर अपनी बात देश की जनता के समक्ष रखी. इससे लोगों में जागरुकता आई और बदलाव दिखने लगे. उन्होंने कहा कि पीएम ने स्वच्छता, पौधरोपण, लैंगिक समानता और जल संरक्षण जैसे कई सामाजिक सरोकार के महत्व के बारे में बात की है. यह सभी को प्रेरित करता है.

आईआईएम रांची कर रहा है पीएम मोदी के मन की बात में उठाए मुद्दों पर अध्ययन: राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने कहा कि यह हर्ष का विषय है कि आईआईएम रांची पीएम के मन की बात में संबोधित मुद्दों पर अध्ययन कर रहा है. अपनी तरह का यह पहला शोध होगा. भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) रांची के संकाय सदस्यों की एक समर्पित टीम एक अध्ययन करेगी. हर महीने के अंतिम रविवार को आयोजित होने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रेडियो कार्यक्रम मन की बात के 100 एपिसोड में संबोधित विषयों और मुद्दों का विश्लेषण और अध्ययन करेगी.

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मन की बात कार्यक्रम से लोग ले रहे प्रेरणाः राज्यपाल ने कहा मन की बात हम सभी के लिए प्रेरणा और प्रेरणा का एक शक्तिशाली साधन साबित हुई है. व्यक्तिगत कहानियों, सूचना सशक्तिकरण, सामाजिक कारणों के लिए प्रेरणा, स्थानीय नवाचारों को बढ़ावा देने और अपनेपन की भावना को बढ़ावा देने के माध्यम से रेडियो कार्यक्रम का ग्रामीण समुदायों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है. इससे हम भारतीयों के बेहतर भविष्य के लिए प्रयास करने और विकास में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया गया है.राज्यपाल ने कहा कि वह कामना करते हैं कि मन की बात कार्यक्रम की यह पहल पूरे जोश के साथ आगे बढ़े और नागरिकों को भारत की विकास गाथा का सक्रिय हिस्सा बनने में आगे भी मददगार साबित हो. राज्यपाल ने उम्मीद जताई कि आमजन की सक्रिय भागीदारी से यह जन आंदोलन का रूप लेगा और देश को विकास के पथ पर अग्रसर करेगा.

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