रांची: झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन एक्टिव मोड में हैं. जनता के बीच जाने का कोई मौका नहीं गंवाते हैं. अबतक के कार्यकाल में वह 16 जिलों की सड़क मार्ग से यात्रा कर चुके हैं. लोगों से रूबरू हो चुके हैं. आदिम जनजातियों से मिल चुके हैं. उन्होंने यह बातें प्रथम सीमित प्रतियोगिता परीक्षा के ट्रेनी पदाधिकारियों को बताई. राजभवन में पदाधिकारियों के साथ संवाद के दौरान राज्यपाल ने कहा कि आप सभी अलग-अलग सेवाओं से आये हैं, आपको अपने रिजल्ट के लिए लम्बे समय तक प्रतीक्षा करनी पड़ी. मैं आपकी पीड़ा को समझ सकता हूं. हमें किसी भी कार्य को निश्चित समय सीमा में करने की कोशिश करनी चाहिए.
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माननीय राज्यपाल श्री सी.पी. राधाकृष्णन ने आज राज भवन में 'प्रथम उपसमाहर्ता सीमित प्रतियोगिता परीक्षा' के प्रशिक्षु पदाधिकारियों से संवाद करते हुए उन्हें जनहित में सदैव तत्पर रहकर कार्य करने हेतु प्रेरित किया। pic.twitter.com/VQXZuxxFSp
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— Governor of Jharkhand (@jhar_governor) June 15, 2023माननीय राज्यपाल श्री सी.पी. राधाकृष्णन ने आज राज भवन में 'प्रथम उपसमाहर्ता सीमित प्रतियोगिता परीक्षा' के प्रशिक्षु पदाधिकारियों से संवाद करते हुए उन्हें जनहित में सदैव तत्पर रहकर कार्य करने हेतु प्रेरित किया। pic.twitter.com/VQXZuxxFSp
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राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने ट्रेनी पदाधिकारियों के साथ संवाद के दौरान बताया कि कल झारखंड उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश आए थे. उनसे न्यायालय में लंबित वादों के शीघ्र निबटारे को लेकर चर्चा हुई. उन्होंने कहा कि आप सभी जनसेवा के लिए तत्पर रहें. लोगों को आपसे बहुत अपेक्षाएं रहती हैं. आपको क्षेत्र में जाकर वास्तविक व जमीनी हकीकत से अवगत होना होगा. उन्होंने बताया कि वे अल्पावधि में सड़क मार्ग से 16 जिलों का दौरा कर चुके हैं. सड़क मार्ग से दौरा करने से जमीनी हकीकत का पता चलता है. साथ ही केंद्र सरकार और राज्य सरकार की योजनाओं के क्रियान्वयन की वास्तविकता भी नजर आती है. वहां लोगों से संवाद के क्रम में उनकी समस्याओं से अवगत होकर उसे जिला प्रशासन एवं राज्य सरकार के माध्यम से दूर करने की कार्रवाई की जा सकती है.
राज्यपाल ने कहा कि पिछले दिनों लातेहार, पलामू और गढ़वा जिला के भ्रमण के दौरान पीवीटीजी से मिलकर उनकी समस्याओं से अवगत होकर उसके निराकरण के लिए पहल की गई. पलामू जिला में पानी की समस्या को दूर करने के लिए सिंचाई विभाग के पदाधिकारियों के साथ बैठक की गई और लंबित योजनाओं को पूर्ण करने की दिशा में पहल करने के लिए निर्देश भी दिया गया. उन्होंने कहा कि क्षेत्र की समस्याओं का निराकरण घर बैठे नहीं किया जा सकता है.
उन्होंने उम्मीद जतायी कि क्षेत्रीय कार्यालयों नियुक्ति के बाद आप अपने क्षेत्रों और वहां की समस्याओं के संदर्भ में अच्छी तरह जानकर उसे दूर करने की दिशा में कार्य करेंगे. पिछले 18 वर्षों की पीड़ा को भूल कर समाज की सेवा में अपना योगदान दें. संवाद के दौरान प्रशिक्षु अधिकारियों में जयंत कुमार तिवारी, लक्ष्मण यादव, बालकिशोर नाथ शाहदेव, विजय लक्ष्मी सिंकु समेत अन्य ने प्रशिक्षण अवधि में प्राप्त अपने अनुभव साझा किए.
इस मौके पर राज्यपाल के प्रधान सचिव डॉ. नितिन कुलकर्णी, निदेशक, श्रीकृष्ण लोक प्रशासन संस्थान मुकेश कुमार, संयुक्त निदेशक, श्रीकृष्ण लोक प्रशासन संस्थान मीणा समेत श्रीकृष्ण लोक प्रशासन के अन्य पदाधिकारी व परीक्ष्यमान पदाधिकारी मौजूद थे.