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खुशखबरी: अप्रशिक्षित पारा शिक्षकों को मानदेय देती रहेगी सरकार - रांची न्यूज

झारखंड सरकार अप्रशिक्षित पारा शिक्षकों (Untrained Para Teacher) को मादेय देती रहेगी. विधायक सरफराज अहमद (MLA Sarfaraz Ahmed) के सवाल पर सदन में मंत्री आलमगीर आलम (Minister Alamgir Alam) ने ये जानकारी दी.

Jharkhand government will continue to give honorarium to untrained para teachers
Jharkhand government will continue to give honorarium to untrained para teachers
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Published : Aug 3, 2022, 4:40 PM IST

रांची: राज्य के अप्रशिक्षित पारा शिक्षकों (Untrained Para Teacher) के लिए अच्छी खबर है. उन्हें मानदेय मिलता रहेगा. ध्यानाकर्षण के दौरान झामुमो विधायक सरफराज अहमद (MLA Sarfaraz Ahmed) ने अप्रशिक्षित पारा शिक्षकों के मसले को उठाया. जवाब में संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम (Minister Alamgir Alam) ने कहा कि सरकार उनकी चिंता से वाकिफ है.

ये भी पढ़ें- नई होल्डिंग टैक्स व्यवस्था पर सरयू राय ने उठाये सवाल, स्पीकर ने प्रभारी मंत्री को कहा- पुनर्विचार करें

लिहाजा सरकार ने तीन हजार पारा शिक्षकों के मानदेय को जारी रखने का फैसला लिया है. सबसे खास बात यह है कि केंद्र सरकार की ओर से 2019 में प्राप्त पत्र के मुताबिक न्यूनतम आहर्ता नहीं रखने वाले शिक्षकों की सेवा नहीं लेने का निर्देश है. इसके बावजूद राज्य सरकार इन शिक्षकों को मानदेय दे रही है. संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम (Minister Alamgir Alam) ने कहा कि इस संबंध में भारत सरकार को फिर से पत्र लिखने के लिए मुख्यमंत्री से चर्चा की जाएगी.

आपको बता दें कि राज्य में सर्व शिक्षा अभियान के तहत करीब 3000 अप्रशिक्षित पारा शिक्षकों (Untrained Para Teacher) की सेवा ली जा रही थी. लेकिन केंद्र सरकार के 2019 के आदेश पर उन्हें कार्यमुक्त करने का आदेश दे दिया गया था. ये मामला कई बार सदन में उठ चुका है. साल 2020 में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और शिक्षा मंत्री जगन्नाथ महतो ने भरोसा दिलाया था कि इस मसले पर केंद्र सरकार से बात की जाएगी लेकिन उसका कोई नतीजा नहीं निकल पाया था. दरअसल, निशुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा के अधिकार अधिनियम, 2009 के तहत स्कूलों में अप्रशिक्षित शिक्षक पठन-पाठन नहीं कर सकते. सभी अप्रशिक्षित को 31 मार्च 2019 तक प्रशिक्षण प्राप्त करने का अंतिम मौका प्रदान किया गया था.

रांची: राज्य के अप्रशिक्षित पारा शिक्षकों (Untrained Para Teacher) के लिए अच्छी खबर है. उन्हें मानदेय मिलता रहेगा. ध्यानाकर्षण के दौरान झामुमो विधायक सरफराज अहमद (MLA Sarfaraz Ahmed) ने अप्रशिक्षित पारा शिक्षकों के मसले को उठाया. जवाब में संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम (Minister Alamgir Alam) ने कहा कि सरकार उनकी चिंता से वाकिफ है.

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लिहाजा सरकार ने तीन हजार पारा शिक्षकों के मानदेय को जारी रखने का फैसला लिया है. सबसे खास बात यह है कि केंद्र सरकार की ओर से 2019 में प्राप्त पत्र के मुताबिक न्यूनतम आहर्ता नहीं रखने वाले शिक्षकों की सेवा नहीं लेने का निर्देश है. इसके बावजूद राज्य सरकार इन शिक्षकों को मानदेय दे रही है. संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम (Minister Alamgir Alam) ने कहा कि इस संबंध में भारत सरकार को फिर से पत्र लिखने के लिए मुख्यमंत्री से चर्चा की जाएगी.

आपको बता दें कि राज्य में सर्व शिक्षा अभियान के तहत करीब 3000 अप्रशिक्षित पारा शिक्षकों (Untrained Para Teacher) की सेवा ली जा रही थी. लेकिन केंद्र सरकार के 2019 के आदेश पर उन्हें कार्यमुक्त करने का आदेश दे दिया गया था. ये मामला कई बार सदन में उठ चुका है. साल 2020 में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और शिक्षा मंत्री जगन्नाथ महतो ने भरोसा दिलाया था कि इस मसले पर केंद्र सरकार से बात की जाएगी लेकिन उसका कोई नतीजा नहीं निकल पाया था. दरअसल, निशुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा के अधिकार अधिनियम, 2009 के तहत स्कूलों में अप्रशिक्षित शिक्षक पठन-पाठन नहीं कर सकते. सभी अप्रशिक्षित को 31 मार्च 2019 तक प्रशिक्षण प्राप्त करने का अंतिम मौका प्रदान किया गया था.

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