रांची: झारखंड के विभिन्न जिलों में जले पड़े ट्रांसफार्मर को बदलने की तैयारी शुरू हो गई है. राज्य सरकार ने 1000 नए ट्रांसफार्मर खरीदने का निर्णय लिया है. सरकार के फैसले के बाद जेबीवीएनएल (JBVNL) ने इसके लिए प्रक्रिया शुरू कर दी है. दिसंबर तक ट्रांसफार्मर बनानेवाली कंपनी को सप्लाई करने को कहा गया है. इन ट्रांसफार्मर को आ जाने के बाद शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में लंबे समय से जले ट्रांसफार्मर बदले जाएंगे.
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जेबीवीएनएल के एमडी के के वर्मा ने बताया कि दीवाली और दुर्गा पूजा में निर्वाध बिजली देने में सफल होने के बाद राज्य सरकार कृतसंकल्पित है कि कोई भी उपभोक्ता ट्रांसफार्मर की कमी के कारण बिजली से वंचित नहीं हो. उन्होंने कहा कि इस उद्देश्य से निगम राज्यभर के सभी भंडारों में ट्रांसफार्मर की पर्याप्त उपलब्धता बनाकर रखेगी और जो भी जले पड़े ट्रांसफार्मर हैं उन्हें ससमय बदला जाएगा. केके वर्मा ने कहा कि इसके लिए टेंडर की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.
जेबीवीएनएल के पास है 37 लाख उपभोक्ता
झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड यानी जेबीवीएनएल राज्य की सबसे बड़ी बिजली वितरण कंपनी है, जो मुख्य रूप से राज्य में (डोमेस्टिक) एलटी और एचटी उपभोक्ताओं को बिजली की आपूर्ति करती है. वर्ष 2013 में पूर्ववर्ती झारखंड राज्य विद्युत बोर्ड (जेएसइबी) से अलग होकर जेबीवीएनएल ने 6 जनवरी 2014 से विद्युत का परिचालन शुरू किया. कंपनी के पास लगभग 37 लाख (LT उपभोक्ता) & 1700 HT उपभोक्ताओं का पंजीकृत आधार है और लगभग 3,000 MW का पीक लोड है. जेबीवीएनएल 7 बिजली आपूर्ति क्षेत्रों रांची, धनबाद, जमशेदपुर, हजारीबाग, गिरिडीह, दुमका और मेदिनीनगर, 15 अंचल, 44 डिवीजन, 120 सब-डिवीजन और 350 सेक्शन कार्यालयों में में विभाजित है.