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झारखंड के ग्रामीण उत्पादों को मिलेगी अंतरराष्ट्रीय बाजार, झारखंड सरकार ने किया फ्लिपकार्ट के साथ एमओयू

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Published : Sep 8, 2019, 5:44 PM IST

फ्लिपकार्ट झारखंड के ग्रामीण उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय बाजार देगा. इसे लेकर फ्लिपकार्ट और झारखंड सरकार के बीच एक एमओयू पर साइन किया गया. इस मौके पर मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि 1991 के बाद से ही पूरी दुनिया में ई मार्केट का स्कोप बढ़ा है. उसे देखते हुए ये प्रयास किया गया है.

फ्लिपकार्ट और झारखंड सरकार के बीच एमओयू

रांची: झारखंड के ग्रामीण उत्पादों की पहचान अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी होगी. अंतरराष्ट्रीय ई कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट और झारखंड सरकार के बीच रविवार को एक एमओयू पर साइन किया गया है. अब फ्लिपकार्ट झारखंड के ग्रामीण उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय बाजार देगी.

देखें पूरी खबर

झारखंड मंत्रालय में समर्थ योजना के तहत प्रदेश के कारीगरों, बुनकरों, उत्पादकों, शिल्पकारों और उत्पादकों को डिजिटल बाजार देने को लेकर अंतरराष्ट्रीय ई कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट ने रविवार को एमओयू साइन किया है. इस एमओयू के बाद अब फ्लिपकार्ट झारखंड के उत्पादों को डिजिटल बाजार के माध्यम से देश-विदेश तक बाजार मुहैया कराएगा. सरकार के इस फैसले से झारखंड के छोटे और कुटीर उद्योग को अपने पंख पसारने का मौका मिलेगा, जिसके जरिए अब उन्हें उसकी अच्छी कीमत तो मिलेगी ही साथ ही कुटीर और लघु उद्योगों से जुड़े लोगों का जीवनस्तर भी सुधरेगा.

इसे भी पढ़ें:- FJCCI का 55वां इलेक्शन, मारवाड़ी भवन में 6 बजे तक होगी वोटिंग

झारखंड की संस्कृति का होगा प्रचार-प्रसार
एमओयू कार्यक्रम में मुख्यमंत्री रघुवर दास और फ्लिपकार्ट के अधिकारियों के अलावा कारीगर, बुनकर, शिल्पकार, कारीगर सहित उत्पादक शामिल हुए. कार्यक्रम में उद्योग सचिव और फ्लिपकार्ट के अधिकारी के बीच मुख्यमंत्री के समक्ष एमओयू हुआ. वहीं, खादी और झारक्राफ्ट के ऑनलाइन स्टोर का भी शुभारंभ किया गया. डॉक्यूमेंट्री के माध्यम से झारखंड के उद्योगों से भी फ्लिप्कार्ट के अधिकारियों को अवगत कराया गया. फ्लिपकार्ट जैसी कंपनी के साथ एमओयू से झारखंड की संस्कृति का प्रचार प्रसार तो होगा साथ ही इस उद्योग के बढ़ने से प्लास्टिक बैन को लेकर चल रहे प्रयास को भी बल मिलेगा. फ्लिपकार्ट के अधिकारी राजीव कुमार ने बताया कि ऑनलाइन बाजार के जरिए लोगों के जीवनस्तर में भी सुधार आएगा.

बांस उद्योग को दिया जाएगा बढ़ावा
इस मौके पर मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि 1991 के बाद से ही पूरी दुनिया में ई मार्केट का स्कोप बढ़ा है. उसे देखते हुए ये प्रयास किया गया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड के उत्पादों से भी दुनिया रू-ब-रू हो इसे लेकर ये प्रयास किया जा रहा है. ग्रामीण बेरोजगारी को दूर करने के लिए मुख्यमंत्री लघु और कुटीर उद्योग विभाग बनाया गया इसमें अबतक 95 हजार शिल्पकार सूचीबद्ध हैं. उन्होंने कहा कि सरकार कुटीर उद्योग को नई-नई चीज ईजाद करने को लेकर प्रोत्साहित करेगी. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को बांस उद्योग को और ज्यादा प्रोत्साहित करने का भी निर्देश दिया.

इसे भी पढ़ें:- सीआईपी में बिना टेंडर सिक्योरिटी एजेंसी को दिया सेनिटेशन का काम, समिति के प्रतिनिधिमंडल ने निदेशक से की मुलाकात

शिल्पकारों को प्रशिक्षण देगें फ्लिपकार्ट के विशेषज्ञ
फ्लिपकार्ट उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय डिमांड के मुताबिक बनाने के लिए यहां के शिल्पकारों की सहायता करेगा. शिल्पकारों को पैकिंग से लेकर उत्पादों की फोटोग्राफी, अपलोड करने आदि से संबंधित प्रशिक्षण फ्लिपकार्ट के विशेषज्ञ देंगे.

शिल्पकारों को अंतरराष्ट्रीय बाजार में मिलेगा बल
गौरतलब, है कि झारखंड के कई हस्तशिल्प उत्पाद ऐसे होते हैं जिन्हें दुनियाभर में पसंद किया जाता है. ट्राइबल ज्वेलरी, बंबू आर्ट, वुडेन आर्ट आदि की मांग सबसे ज्यादा है. यहां के कलाकार अपनी उत्पादों की मार्केटिंग नहीं कर पाते हैं, जिससे उन्हें काफी कम कीमत में ही उत्पादों को बेचना पड़ता है. कार्यक्रम में आए एक महिला शिल्पकार ने बताया कि फ्लिपकार्ट में उत्पादों के आने से शिल्पकारों को अंतरराष्ट्रीय बाजार मिल जाएगा. महिला शिल्पकार ने कहा कि इससे न केवल उनकी आय बढ़ेगी बल्कि वे लोग अंतरराष्ट्रीय स्तर के उत्पाद भी बना सकेंगे.

रांची: झारखंड के ग्रामीण उत्पादों की पहचान अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी होगी. अंतरराष्ट्रीय ई कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट और झारखंड सरकार के बीच रविवार को एक एमओयू पर साइन किया गया है. अब फ्लिपकार्ट झारखंड के ग्रामीण उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय बाजार देगी.

देखें पूरी खबर

झारखंड मंत्रालय में समर्थ योजना के तहत प्रदेश के कारीगरों, बुनकरों, उत्पादकों, शिल्पकारों और उत्पादकों को डिजिटल बाजार देने को लेकर अंतरराष्ट्रीय ई कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट ने रविवार को एमओयू साइन किया है. इस एमओयू के बाद अब फ्लिपकार्ट झारखंड के उत्पादों को डिजिटल बाजार के माध्यम से देश-विदेश तक बाजार मुहैया कराएगा. सरकार के इस फैसले से झारखंड के छोटे और कुटीर उद्योग को अपने पंख पसारने का मौका मिलेगा, जिसके जरिए अब उन्हें उसकी अच्छी कीमत तो मिलेगी ही साथ ही कुटीर और लघु उद्योगों से जुड़े लोगों का जीवनस्तर भी सुधरेगा.

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झारखंड की संस्कृति का होगा प्रचार-प्रसार
एमओयू कार्यक्रम में मुख्यमंत्री रघुवर दास और फ्लिपकार्ट के अधिकारियों के अलावा कारीगर, बुनकर, शिल्पकार, कारीगर सहित उत्पादक शामिल हुए. कार्यक्रम में उद्योग सचिव और फ्लिपकार्ट के अधिकारी के बीच मुख्यमंत्री के समक्ष एमओयू हुआ. वहीं, खादी और झारक्राफ्ट के ऑनलाइन स्टोर का भी शुभारंभ किया गया. डॉक्यूमेंट्री के माध्यम से झारखंड के उद्योगों से भी फ्लिप्कार्ट के अधिकारियों को अवगत कराया गया. फ्लिपकार्ट जैसी कंपनी के साथ एमओयू से झारखंड की संस्कृति का प्रचार प्रसार तो होगा साथ ही इस उद्योग के बढ़ने से प्लास्टिक बैन को लेकर चल रहे प्रयास को भी बल मिलेगा. फ्लिपकार्ट के अधिकारी राजीव कुमार ने बताया कि ऑनलाइन बाजार के जरिए लोगों के जीवनस्तर में भी सुधार आएगा.

बांस उद्योग को दिया जाएगा बढ़ावा
इस मौके पर मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि 1991 के बाद से ही पूरी दुनिया में ई मार्केट का स्कोप बढ़ा है. उसे देखते हुए ये प्रयास किया गया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड के उत्पादों से भी दुनिया रू-ब-रू हो इसे लेकर ये प्रयास किया जा रहा है. ग्रामीण बेरोजगारी को दूर करने के लिए मुख्यमंत्री लघु और कुटीर उद्योग विभाग बनाया गया इसमें अबतक 95 हजार शिल्पकार सूचीबद्ध हैं. उन्होंने कहा कि सरकार कुटीर उद्योग को नई-नई चीज ईजाद करने को लेकर प्रोत्साहित करेगी. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को बांस उद्योग को और ज्यादा प्रोत्साहित करने का भी निर्देश दिया.

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शिल्पकारों को प्रशिक्षण देगें फ्लिपकार्ट के विशेषज्ञ
फ्लिपकार्ट उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय डिमांड के मुताबिक बनाने के लिए यहां के शिल्पकारों की सहायता करेगा. शिल्पकारों को पैकिंग से लेकर उत्पादों की फोटोग्राफी, अपलोड करने आदि से संबंधित प्रशिक्षण फ्लिपकार्ट के विशेषज्ञ देंगे.

शिल्पकारों को अंतरराष्ट्रीय बाजार में मिलेगा बल
गौरतलब, है कि झारखंड के कई हस्तशिल्प उत्पाद ऐसे होते हैं जिन्हें दुनियाभर में पसंद किया जाता है. ट्राइबल ज्वेलरी, बंबू आर्ट, वुडेन आर्ट आदि की मांग सबसे ज्यादा है. यहां के कलाकार अपनी उत्पादों की मार्केटिंग नहीं कर पाते हैं, जिससे उन्हें काफी कम कीमत में ही उत्पादों को बेचना पड़ता है. कार्यक्रम में आए एक महिला शिल्पकार ने बताया कि फ्लिपकार्ट में उत्पादों के आने से शिल्पकारों को अंतरराष्ट्रीय बाजार मिल जाएगा. महिला शिल्पकार ने कहा कि इससे न केवल उनकी आय बढ़ेगी बल्कि वे लोग अंतरराष्ट्रीय स्तर के उत्पाद भी बना सकेंगे.

Intro:झारखंड के ग्रामीण उत्पादों की पहचान अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी होगी। अंतर्राष्ट्रीय ई कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट और झारखंड सरकार के बीच रविवार को एक एमओयू पर साइन किया गया है।अब फ्लिपकार्ट झारखंड के ग्रामीण उत्पादों को अंतर्राष्ट्रीय बाजार देगा।


झारखंड मंत्रालय में समर्थ योजना के तहत प्रदेश के कारीगरों, बुनकरों, उत्पादकों,शिल्पकारों और उत्पादकों को डिजिटल बाज़ार देने को लेकर
अंतरराष्ट्रीय ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट से रविवार को एमओयू किया गया। इस एमओयू के बाद अब फ्लिपकार्ट झारखंड के उत्पादों को डिजिटल बाज़ार के माध्यम से देश विदेश तक बाज़ार मुहैया कराएगा। सरकार के इस फैसले और एमओयू से झारखंड के छोटे और कुटीर उद्योग को अपने पंख पसारने का मौका मिलेगा।जिसके जरिये अब उन्हें उसकी अच्छी कीमत तो मिलेगी ही तो वहीं कुटीर एवं लघु उद्योग से जुड़े लोगों का जीवनस्तर भी सुधरेगा।

एमओयू  कार्यक्रम में मुख्यमंत्री रघुवर दास और फ्लिपकार्ट के अधिकारियो के अलावा कारीगर,बुनकर, शिल्पकार,कारीगर सहित उत्पादक शामिल हुए।कार्यक्रम में उद्योग सचिव और फ्लिपकार्ट के अधिकारी के बीच मुख्यमंत्री के समक्ष एमओयू हुआ।वहीं खादी और झारक्राफ्ट के ऑनलाइन स्टोर का भी शुभारंभ कार्यक्रम में किया गया। डॉक्यूमेंट्री के माध्यम से झारखंड के  उद्योगों से भी फ्लिप्कार्ट के अधिकारियो को अवगत कराया गया। फ्लिपकार्ट जैसी कंपनी के साथ एमओयू से झारखंड की संस्कृति का प्रचार प्रसार तो होगा वहीं  इस उद्योग के बढ़ने से प्लास्टिक बैन को लेकर चल रहे प्रयास को बल मिलेगा। फ्लिपकार्ट के अधिकारी राजीव कुमार ने बताया कि ऑनलाइन बाज़ार के जरिये लोगो का जीवनस्तर सुधरेगा।

 वहीं मुख्यमंत्री ने इस मौके पर कहा कि 1991 के बाद से ही पूरी दुनिया मे ई मार्केट का स्कोप बढ़ा है। उसे देखते हुए ये प्रयास किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड के उत्पाद भी दुनिया रु ब रु हो इसे लेकर ये प्रयास किया जा रहा है। ग्रामीण बेरोजगारी को दूर करने के लिए मुख्यमंत्री लघु एयर कुटीर उद्योग विभाग बनाया गया। अबतक 95 हज़ार शिल्पकार सूचीबद्ध है। सरकार कुटीर उद्योग को नई नई चीज ईजाद करने को लेकर प्रोत्साहित करेगी। साथ ही बाँस उद्योग को और भी ज्यादा प्रोत्साहित करने का भी निर्देश दिया।

 फ्लिपकार्ट उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय डिमांड के मुताबिक बनाने के लिए यहां के शिल्पकारों  की सहायता करेगा। शिल्पकारों को पैकिंग से लेकर उत्पादों की फोटोग्राफी, अपलोड करने आदि से संबंधित प्रशिक्षण फ्लिपकार्ट के विशेषज्ञ देंगे।गौरतलब है कि झारखंड के कई हस्तशिल्प उत्पाद ऐसे होते हैं जिन्हें दुनियाभर में पसंद किया जाता है।खासकर ट्राइबल ज्वेलरी, बंबू आर्ट, वुडेन आर्ट आदि की काफी मांग है।यहां के कलाकार अपने उत्पादों की मार्केटिंग नहीं कर पाते हैं, जिससे उन्हें काफी कम कीमत में ही उत्पादों को बेचना पड़ता है। कार्यक्रम में आए एक महिला शिल्पकार ने बताया कि  फ्लिपकार्ट में उत्पादों के आने से शिल्पकारों को अंतरराष्ट्रीय बाजार मिल जायेगा।इससे न केवल उनकी आय बढ़ेगी बल्कि वे अंतरराष्ट्रीय स्तर के उत्पाद भी बना सकेंगे।

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