रांचीः लेह- लद्दाख में कार्यरत झारखंड के श्रमिकों की वास्तविक स्थिति को जानने के लिए श्रम विभाग के एक प्रतिनिधिमंडल ने वहां दौरा किया है. मुख्यमंत्री के निर्देश पर श्रमायुक्त झारखंड के नेतृत्व में गई इस टीम ने लेह लद्दाख में कार्यरत संथाल परगना के आदिवासी श्रमिकों की स्थिति का जायजा लिया और उनसे बातचीत कर वास्तविक स्थिति को भी जाना है.
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लद्दाख में श्रम सचिव द्वारा आयोजित बैठक में प्रतिनिधिमंडल ने बीआरओ को राज्य के प्रवासी श्रमिकों को कार्य के दौरान जरूरी रक्षा संसाधनों से सुसज्जित करने का निर्देश दिया है. जिससे कि श्रमिकों की जान माल की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके. गौरतलब है कि लेह लद्दाख में सीमा सड़क संगठन के कार्य चल रहे हैं. जिसमें झारखंड के मजदूर अपनी अहम भूमिका निभा रहे हैं. हिमांक विजयक और योजक जैसी परियोजना को समय पर पूरा करने में झारखंड के कुशल और मेहनती श्रमिकों का अहम योगदान है.
प्रवासी श्रमिकों को हरसंभव सहायता देगी सरकारः लद्दाख दौरे पर गई श्रम विभाग की टीम द्वारा प्रवासी श्रमिकों से मुलाकात कर हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया गया. प्रतिनिधिमंडल द्वारा प्रवासी श्रमिकों को किसी भी तरह की परेशानी होने पर विभाग के द्वारा गठित कंट्रोल रूम के व्हाट्सएप और लैंडलाइन नंबर पर सूचित करने के लिए कहा गया और उन्हें नंबर भी उपलब्ध कराया गया.
प्रवासी श्रमिकों के लिए जो कंट्रोल रूम व्हाट्सएप नंबर जारी किया गया है. वो इस प्रकार हैं.
- 9470132591
- 9431336427
- 9431336398
- 9431336472
- 9431336432
लैंडलाइन नंबर निम्न हैं
- 0651- 2481055
- 0651-2480083
- 0651-2481037
- 0651- 2480058
- 0651-2482052
- 0651-2481188
इधर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने श्रम विभाग के अधिकारियों को प्रवासी श्रमिकों को हर संभव सहायता करने और लद्दाख में निबंधित लेबर एजेंसीज द्वारा खासकर संथाली आदिवासियों को गैरकानूनी रूप से नियोजित करने के खिलाफ सख्त कदम उठाने का निर्देश दिया है.