रांची: झारखंड सरकार (Jharkhand Government) कोरोना वायरस के तीसरे वेब से पहले ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीनेट करना चाहती है. इसलिए राज्य सरकार ने अब हर दिन 1,00,000 लोगों के टीकाकरण के लक्ष्य को बढ़ाकर हर दिन 2,50,000 लोगों के टीकाकरण (Vaccination) लक्ष्य निर्धारित किया है. इसके लिए सभी जिले के डीसी(DC) को विशेष निर्देश दिए गए हैं.
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जिनके पास किसी भी तरह का फोटो पहचान पत्र नहीं हो उनको भी लगेगी वैक्सीन
कोरोना वैक्सीन(Corona Vaccination) लेने के लिए cowin app पर फोटो युक्त पहचान पत्र को अपलोड करना जरूरी होता है, ऐसे में वैसे लोग जिनके पास कोई फोटो पहचान पत्र नहीं होता है उनको भी अब वैक्सीन लग सके इसके लिए भारत सरकार ने एक SOP जारी किया है. जिसमें घुमंतू प्रजाति के लोग, साधु संत, जेल में बंद कैदी, मानसिक रोग संस्थान में इलाज कराने वाले मरीज, ओल्ड एज होम में रहने वाले लोग, भिखारी, सुधार गृह में रहने वाले लोग के टीकाकरण के लिए डिस्ट्रिक्ट टास्क फोर्स की स्थापना की जाएगी. जो अपने-अपने जिलों में ऐसे लोगों की पहचान करेगी और उनका टीका एक फैसिलेटर जिसका मोबाइल नंबर पहचान पत्र का इस्तेमाल कर ऐसे लोगों का टीकाकरण कराया जा सकेगा.
राज्य में कोरोना वैक्सीन का वेस्टेज घटकर 1.3 प्रतिशत हुआः स्वास्थ्य विभाग
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन झारखंड के आईईसी नोडल अधिकारी सिद्धार्थ त्रिपाठी ने बताया कि अब तक राज्य को 65 लाख 34 हजार 780 डोज मिले हैं. जिसमें 17 लाख 25 हजार 290 डोज लगा दिए गए हैं. जबकि अभी भी 3,31,450 डोज स्टॉक में है. राज्य में कोरोना वैक्सीन का वेस्टेज 1.3 प्रतिशत है. सिद्धार्थ त्रिपाठी ने जानकारी दी कि 71,910 डोज covaxine का झारखंड आया है.
निजी अस्पतालों के कोरोना वैक्सीन स्टॉक की सिविल सर्जन करेंगे जांच
आईईसी नोडल अधिकारी सिद्धार्थ त्रिपाठी ने बताया कि cowin पोर्टल के डाटा से यह ज्ञात हुआ है कि निजी अस्पतालों में बड़ी संख्या में वैक्सीन पड़ा हुआ है. इसलिए निजी अस्पतालों में मौजूद वैक्सीन स्टॉक की मॉनिटरिंग और वेरीफिकेशन जिला स्तर पर किया जाएगा.