रांची: राज्य सरकार ने दावा किया है कि अब तक 40 हजार से अधिक लोग झारखंड लौट चुके हैं और यह प्रक्रिया लगातार चल रही है. कोविड-19 के तहत प्रवासी मजदूरों को वापस लाने के लिए बनाए गए स्टेट नोडल ऑफिसर अमरेंद्र प्रताप सिंह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि दिल्ली से भी अब लोग रांची आ रहे हैं. उन्होंने बताया कि एक डायनमिक प्रोसेस है और लगभग 5 लाख लोगों ने अभी तक अपना रजिस्ट्रेशन कराया है.
उन्होंने कहा चूंकि दिल्ली रेड जोन बना हुआ है, इसलिए वहां से आने वालों की शुरुआत देर से हो रही है. उन्होंने कहा कि बहुत सारी जगहों से ही जानकारी मिल रही है कि जो लोग आए हैं वापस जाना चाहते हैं.
वहीं, प्रवासी मजदूर के सरकारी क्वॉरेंटाइन को लेकर पूछे गए सवाल के संबंध में कहा कि एमएचए के गाइडलाइन के अनुसार बाहर से आ रहे लोगों को होम क्वॉरेंटाइन में भेजा जा रहा है. उन्होंने कहा कि प्रवासी मजदूरों को सरकारी क्वॉरेंटाइन में रखने का निर्देश नहीं मिला है. एमएचए के इंस्ट्रक्शन के हिसाब से जो लोग वापस आ रहे हैं. उनकी स्क्रीनिंग की जा रही है और संदिग्ध लोगों के सैंपल लेकर दो-तीन दिनों तक क्वॉरेंटाइन में रखा जा रहा है. जब उनका सैंपल टेस्ट नेगेटिव आता है तभी उन्हें होम क्वॉरेंटाइन में भेजा जा रहा है.
बता दें कि कर्नाटक, तेलंगाना, तमिलनाडु और पंजाब समेत अन्य राज्यों से 20 से अधिक ट्रेनें झारखंड आ चुकी हैं, जिनमें बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर लौटे हैं. इसके अलावा कोटा से छात्रों को भी वापस लाया गया है, साथ में बड़ी संख्या में लोग अपनी-अपनी गाड़ियों से भी झारखंड वापस लौट रहे हैं.