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कोरोना को लेकर अलर्ट हो गयी झारखंड सरकार, जारी की एडवाइजरी - Ranchi News

झारखंड सरकार (Jharkhand government) कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर (Third wave of Corona infection) को लेकर अलर्ट हो गई है. शनिवार को स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह ने डीजीपी, उपायुक्तों और शिक्षण संस्थानों के हेड को पत्र लिखकर कई दिशा-निर्देश दिए हैं.

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कोरोना को लेकर अलर्ट हो गयी झारखंड सरकार
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Published : Aug 7, 2021, 8:20 PM IST

Updated : Aug 7, 2021, 9:15 PM IST

रांचीः महाराष्ट्र, केरल और मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण (Corona infection) के नए म्यूटेंट स्ट्रेन डेल्टा प्लस की पुष्टि के बाद झारखंड के स्वास्थ्य महकमा अलर्ट मोड में आ गए हैं. स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह ने शनिवार को सूबे के डीजीपी, सभी जिलों के डीसी और शिक्षण संस्थानों के हेड को पत्र लिखकर कई दिशा-निर्देश दिए हैं.

यह भी पढ़ेंःकोरोना की तीसरी लहर को लेकर अलर्ट, झारखंड-बंगाल सीमा पर बढ़ी चौकसी

सात दिनों का क्वारेंटाइन जरूरी

अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह ने डीजीपी को लिखे पत्र में कहा कि भारत सरकार के गृह सचिव की ओर नया गाइडलाइन जारी किया गया है. इस गाइडलाइन के अनुसार दूसरे राज्यों से आने वाले अर्द्ध सैनिक बल और पुलिसकर्मियों को सात दिनों तक क्वारेंटाइन में रखना जरूरी होगा. राज्य सरकार ने केरल, महाराष्ट्र सहित कई राज्यों में बढ़ते संक्रमण को देखते हुए यह निर्णय लिया है. अपर मुख्य सचिव ने यह भी कहा है कि अवकाश से झारखंड लौटने वाले पुलिसकर्मियों, सीआरपीएफ और सीआईएसएफ के जवानों का सात दिनों तक क्वारेंटाइन में रखना है.


दूसरे राज्यों से आने वाली ट्रेनों को देनी है जानकारी

उपायुक्तों को लिखे पत्र में अपर मुख्य सचिव ने कहा कि दूसरे राज्यों से आने वाली ट्रेनों की सूची और ट्रेनों के आगमन टाइम की जानकारी देनी है. डीसी को लिखे पत्र में यह भी कहा गया है कि झारखंड में संक्रमण दर 2.97 प्रतिशत, केरल में 10.59 से 12.3 प्रतिशत है. इसके साथ ही महाराष्ट्र, केरल और मध्य प्रदेश में नए वैरियंटडेल्टा प्लस की पुष्टि के बाद सतर्क रहना जरूरी है.

शिक्षण संस्थाओं के लिए एडवाइजरी जारी

स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव ने राज्य के सभी शिक्षण संस्थाओं के लिए एडवाइजरी जारी की है, जिसमें कहा है कि कोरोना गाइडलाइन के अनुसार खुलने वाले शिक्षण संस्थाओं के स्टाफ और शिक्षकों को कम से कम वैक्सीन का एक डोज लेना अनिवार्य होगा. जिला शिक्षा अधिकारी कक्षा 9, 10, 11 और 12 के लिए गाइडलाइन पालन कराने के नोडल पदाधिकारी होंगे. इसके साथ ही जिले के ITI संस्थान के लेबर एन्फोर्समेंट अफसर, विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार और महाविद्यालय के प्राचार्य सुनिश्चित करेंगे कि अनलॉक में कोरोना गाइडलाइन का पालन हो रहा है या नहीं. वही, DSO और IDSP शिक्षण संस्थानों का औचक निरीक्षण और सैंपल टेस्ट भी कराएंगे.

रांचीः महाराष्ट्र, केरल और मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण (Corona infection) के नए म्यूटेंट स्ट्रेन डेल्टा प्लस की पुष्टि के बाद झारखंड के स्वास्थ्य महकमा अलर्ट मोड में आ गए हैं. स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह ने शनिवार को सूबे के डीजीपी, सभी जिलों के डीसी और शिक्षण संस्थानों के हेड को पत्र लिखकर कई दिशा-निर्देश दिए हैं.

यह भी पढ़ेंःकोरोना की तीसरी लहर को लेकर अलर्ट, झारखंड-बंगाल सीमा पर बढ़ी चौकसी

सात दिनों का क्वारेंटाइन जरूरी

अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह ने डीजीपी को लिखे पत्र में कहा कि भारत सरकार के गृह सचिव की ओर नया गाइडलाइन जारी किया गया है. इस गाइडलाइन के अनुसार दूसरे राज्यों से आने वाले अर्द्ध सैनिक बल और पुलिसकर्मियों को सात दिनों तक क्वारेंटाइन में रखना जरूरी होगा. राज्य सरकार ने केरल, महाराष्ट्र सहित कई राज्यों में बढ़ते संक्रमण को देखते हुए यह निर्णय लिया है. अपर मुख्य सचिव ने यह भी कहा है कि अवकाश से झारखंड लौटने वाले पुलिसकर्मियों, सीआरपीएफ और सीआईएसएफ के जवानों का सात दिनों तक क्वारेंटाइन में रखना है.


दूसरे राज्यों से आने वाली ट्रेनों को देनी है जानकारी

उपायुक्तों को लिखे पत्र में अपर मुख्य सचिव ने कहा कि दूसरे राज्यों से आने वाली ट्रेनों की सूची और ट्रेनों के आगमन टाइम की जानकारी देनी है. डीसी को लिखे पत्र में यह भी कहा गया है कि झारखंड में संक्रमण दर 2.97 प्रतिशत, केरल में 10.59 से 12.3 प्रतिशत है. इसके साथ ही महाराष्ट्र, केरल और मध्य प्रदेश में नए वैरियंटडेल्टा प्लस की पुष्टि के बाद सतर्क रहना जरूरी है.

शिक्षण संस्थाओं के लिए एडवाइजरी जारी

स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव ने राज्य के सभी शिक्षण संस्थाओं के लिए एडवाइजरी जारी की है, जिसमें कहा है कि कोरोना गाइडलाइन के अनुसार खुलने वाले शिक्षण संस्थाओं के स्टाफ और शिक्षकों को कम से कम वैक्सीन का एक डोज लेना अनिवार्य होगा. जिला शिक्षा अधिकारी कक्षा 9, 10, 11 और 12 के लिए गाइडलाइन पालन कराने के नोडल पदाधिकारी होंगे. इसके साथ ही जिले के ITI संस्थान के लेबर एन्फोर्समेंट अफसर, विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार और महाविद्यालय के प्राचार्य सुनिश्चित करेंगे कि अनलॉक में कोरोना गाइडलाइन का पालन हो रहा है या नहीं. वही, DSO और IDSP शिक्षण संस्थानों का औचक निरीक्षण और सैंपल टेस्ट भी कराएंगे.

Last Updated : Aug 7, 2021, 9:15 PM IST
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