रांचीः बाबा रामदेव के बयान (allopathy vs baba ramdev stament dispute)पर संग्राम जारी है. इसके खिलाफ आईएमए मैदान में है. इसको लेकर अब झारखंड के डॉक्टर्स ने काला बिल्ला लगाकर विरोध प्रदर्शन किया. वहीं लगभग 20 हजार चिकित्सकों ने पूरे झारखंड में अपना विरोध प्रदर्शन किया और योग गुरु बाबा रामदेव के बयान की निंदा की. बाबा रामदेव के बयान के खिलाफ रांची रिम्स (rims) के चिकित्सकों ने भी काला बिल्ला लगाकर मरीजों का इलाज किया.
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बाबा रामदेव के बयान की कड़ी निंदा
रांची रिम्स में जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉक्टर विकास ने बताया कि एलोपैथी की मदद से ही कोरोना संकट में लोगों की जान बचा रहे हैं. इसके बावजूद भी बाबा रामदेव ने जो बयान दिया, उसकी जितनी भी निंदा की जाए वह कम होगी. वहीं उन्होंने कहा कि वर्षों से चली आ रही एलोपैथी और आयुर्वेद की पद्धति पर कोई अंगुली नहीं उठा सकता. जिस तरह से हम एलोपैथिक के डॉक्टर आयुर्वेद का सम्मान करते हैं, उसी तरह से बाबा रामदेव को भी एलोपैथी का सम्मान करना चाहिए. लेकिन अगर वह इस तरह का बयान देते हैं तो इससे जनता के मन में एक नकारात्मक सोच जाएगी. जिससे कहीं ना कहीं टीकाकरण अभियान पर भी असर पड़ेगा.
बाबा रामदेव पर कानूनी कार्रवाई की मांग
डॉक्टर विकास ने बताया कि बाबा रामदेव के देश भर में प्रशंसक हैं. अगर ऐसे में बाबा रामदेव लोगों से एलोपैथी के बारे में गलत कहेंगे, तो इससे लोगों के मन में एलोपैथी के प्रति भय व्याप्त होगा. इसलिए बाबा रामदेव पर कानूनी रूप से कार्रवाई होनी चाहिए. क्योंकि देश भर के लाखों डॉक्टर्स ने अपनी जान पर खेलकर मरीज की जान बचाई है.