रांची: चुनावी नैया को पार लगाने के लिए बीजेपी ने वृहत कार्ययोजना बनाई है. जिसके तहत पार्टी ने झारखंड सहित देशभर में चुनावी योद्धा तैयार किए हैं. इन चुनावी योद्धाओं को अगले साल होने वाले लोकसभा और इस साल के अंत में होने वाले विभिन्न राज्यों के विधानसभा चुनाव में लगाया जाएगा. फिलहाल छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए झारखंड के 60 बीजेपी कार्यकर्ताओं को तैयार किया गया है. जिनका प्रशिक्षण भोपाल में पिछले दिनों पीएम मोदी के चुनावी मंत्र के साथ हुआ है.
ये भी पढ़ें: चुनाव से पहले राहुल ने छत्तीसगढ़ के नेताओं को दिए निर्देश, कहा- एकजुट रहें, जनता को गिनाएं सरकार की उपलब्धियां
जानकारी के मुताबिक झारखंड से भोपाल गए बीजेपी के चुनावी योद्धाओं को बूथ मैनेजमेंट, केंद्र सरकार की टॉप टेन योजना और स्थानीय मुद्दे पर काम करने की जिम्मेदारी अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र में दी गई है. विधानसभा क्षेत्र का आवंटन केंद्रीय नेतृत्व के द्वारा कुछ दिन बाद किया जाएगा. बीजेपी को इन चुनावी योद्धाओं से उम्मीद है कि वे चुनावी नैया को पार लगाने में जरूर सफल होंगे. झारखंड से भोपाल गए बीजेपी के चुनावी योद्धाओं के जुलाई के प्रथम सप्ताह में रांची वापस लौटने की संभावना है. जिसके बाद पता चलेगा कि इन्हें किस तरह की जिम्मेदारी दी गई है.
झारखंड के चुनावी योद्धा छत्तीसगढ़ में संभालेंगे जिम्मेदारी: छत्तीसगढ़ में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव में झारखंड के 60 चुनावी योद्धा कमान संभालेंगे. पार्टी के द्वारा उन्हें बाकायदा प्रशिक्षण भी दिया गया है. झारखंड बीजेपी ने जिन लोगों को चुनावी योद्धा बनाया है, उनके पास संगठन के अंदर काम करने का अनुभव के साथ-साथ राजनीतिक समझ को आधार बनाया गया है. इसके लिए देशभर में चयन अभियान चलाया गया था, जिसमें झारखंड से 70 लोगों को चयनित किया गया. इनमें से अंतिम रूप से चयनित 60 लोग पिछले दिनों भोपाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम में शामिल हुए.
जानकारी के मुताबिक बीजेपी के चयनित चुनावी योद्धा में युवाओं के साथ साथ पूर्व विधायक और महिला कार्यकर्ता शामिल हैं. मीडिया प्रभारी शिवपूजन पाठक कहते हैं कि जब कभी भी देश के किसी भी राज्य में चुनाव होते हैं बीजेपी केंद्रीय नेतृत्व के निर्देश पर भाजपा कार्यकर्ता वहां जाते हैं. इसी के तहत छत्तीसगढ़ और अन्य राज्यों के होने वाले विधानसभा चुनाव में झारखंड बीजेपी के चुनावी योद्धा जायेंगे. इन चुनावी योद्धा को विधानसभा स्तर पर बूथ आवंटित किया जायेगा जो स्थानीय कार्यकर्ता और नेताओं को वे अपने अनुभव के आधार पर सहयोग करेंगे.
इस साल के अंत में होने हैं छत्तीसगढ़ में चुनाव: छत्तीसगढ़ में कुल 90 विधानसभा की सीटें हैं. 2018 में 12 और 20 नवंबर को दो चरणों में विधानसभा के चुनाव हुए थे, इस बार संभावना यह है इस साल के अंत तक चुनाव संपन्न करा लिए जाएंगे, जिसके लिए चुनाव आयोग के साथ-साथ राजनीतिक दलों की तैयारियां जोरों पर है. 2018 में विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 90 में से 68 सीटें जीतकर बीजेपी को सत्ता से बाहर कर दिया था. बीजेपी को 2018 के चुनाव में मात्र 15 सीटें आईं थीं. शायद यही वजह है कि भारतीय जनता पार्टी समय से पहले अपनी तैयारियां पूरी कर चुनावी योद्धा को छत्तीसगढ़ की धरती पर उतारने की तैयारी में है. जो राज्य के सभी 33 जिलों में काम करेंगे.