रांची: 60-40 नियोजन नीति के खिलाफ छात्र संगठनों ने तीन दिवसीय महाआंदोलन की घोषणा की थी. इस महाआंदोलन के अंतिम दिन आज झारखंड बंद का आह्वान छात्र संगठनों ने किया है. छात्रों के बंद का अभी मिलाजुला असर देखने को मिल रहा है. राजधानी के अति व्यस्त परमवीर अल्बर्ट एक्का चौक पर भी जहां सभी व्यवसायिक प्रतिष्ठान बंद हैं, वहीं निजी वाहनों का परिचालन सामान्य है. ऑटो और ई रिक्शा का परिचालन नहीं हो रहा है तो नगर निगम की सिटी बसें भी अभी नहीं चल रही हैं.
यह भी पढ़ें: Jharkhand Band: गरीब सब्जीवालों पर बंद समर्थकों ने दिखाई ताकत, धमकी देकर बंद करवाने पहुंचे बाजार, पुलिस ने खदेड़ा
डीएसपी प्रकाश सोय ने ईटीवी भारत से बातचीत के क्रम में बताया कि राजधानी में विधि व्यवस्था को दुरुस्त रखने के लिए पूरी तैयारी की गई है. बड़ी संख्या में पुलिस जवानों को जगह-जगह तैनात किया गया है. उन्होंने कहा कि उपद्रव मचाने की छूट किसी को नहीं है और जबरन बंद कराने वालों के साथ पुलिस सख्ती से निपटेगी. उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था को हाथ में लेने की कोशिश करने वालों को हिरासत में लिया जाएगा. उन्हें कैंप जेल में रखने की तैयारी है.
आम लोगों को परेशानी का करना पड़ रहा सामना: ई-रिक्शा या ऑटो नहीं चलने से आम लोगों को परेशानी का सामना जरूर करना पड़ रहा है. रिम्स के लिए निकले विकास ने कहा कि गाड़ी नहीं मिल रही है, ऐसे में धूप में पैदल ही रिम्स जाना होगा. आज मोरहाबादी इलाके में सुबह-सुबह बंद समर्थक जबरदस्ती सब्जी और फल दुकान बंद करने निकले थे. इसकी जानकारी मिलते ही बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों ने बंद समर्थकों को वहां से खदेड़ दिया था.
बता दें कि छात्र संगठनों ने तीन दिनों के महाआंदोलन की घोषणा की थी. आज आंदोलन का तीसरा और अंतिम दिन है. इस आंदोलन के तहत 17 अप्रैल को मुख्यमंत्री आवास का घेराव और 18 अप्रैल को प्रखंड स्तर और मशाल जुलूस निकाला गया था. जिसके बाद 19 अप्रैल को झारखंड बंद बुलाया गया है.