रांचीः मंगलवार 19 दिसंबर को झारखंड विधानसभा सत्र के शीतकालीन सत्र का तीसरा दिन है. आज सरकार द्वारा पेश द्वितीय अनुपूरक बजट पर सदन में चर्चा की जाएगा. इसके अलावा सदन की कार्यवाही में प्रश्न काल, शून्य काल के साथ साथ ध्यानाकर्षण प्रस्ताव भी शामिल है.
मुद्दों को लेकर मुखर विपक्षः 15 दिसंबर से शुरू हुआ झारखंड विधानसभा का शीतकालीन सत्र विपक्ष के हंगामे की भेंट चढ़ गया. सीएम हेमंत सोरेन को ईडी की नोटिस और पूछताछ के लिए दफ्तर ना जाने को लेकर भाजपा मुखर है. इतना ही नहीं कांग्रेस सांसद धीरज साहू के विभिन्न ठिकानों से बरामद करोड़ों के कैश पर विपक्ष सरकार से जवाब की मांग कर रही है. सोमवार को सदन की कार्यवाही भी हंगामे की भेंट चढ़ गयी. विपक्ष इन मुद्दों को लेकर वेल में पहुंचकर करोड़ों का कैश किसका है का नारा लगाते हुए जोरदार हंगामा किया.
इसी हंगामे के बीच वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने सदन में 8111.75 करोड़ का द्वितीय अनुपूरक बजट पेश किया. विपक्ष के हो-हंगामे के बीच ही महिला बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग की मंत्री जोबा मांझी ने झारखंड राज्य दिव्यांगजन अधिकार नियमावली 2018, झारखंड राज्य माता-पिता भरण पोषण और वरिष्ठ नागरिकों का भरण पोषण तथा कल्याण नियम 2014 और झारखंड जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड (केयर एंड प्रोटक्शन) रूल्स 2017 की प्रति को सभा पटल पर रखा. इसके साथ विपक्ष के भारी शो-शराबे के बीच ही स्पीकर ने विभिन्न मुद्दों पर सदस्यों से ध्यानाकर्षण प्रस्ताव लिया.
सोमवार को सदन में हंगामाः सोमवार को सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले विपक्ष ने विधानसभा परिसर में जमकर नारेबाजी की और प्रदर्शन किया. इसके बाद कार्यवाही शुरू होने के बाद वो धीरज साहू प्रकरण और सीएम को ईडी की नोटिस को लेकर वेल में पहुंचकर हंगामा करने लगे. इस हंगामे को देखते हुए विधानसभा अध्यक्ष रवींद्र नाथ महतो ने सदन की कार्यवाही 12.30 बजे तक के लिए स्थगित कर दी. इसके बाद जब दोबारा कार्यवाही शुरू हुई तो विपक्ष ने दोबारा हंगामा शुरू कर दिया. इस आधे घंटे की ही कार्यवाही में महिला बाल विकास मंत्री ने तीन विधेयक पटल पर रखे और द्वितीय अनुपूरक बजट को वित्त मंत्री द्वारा पेश किया गया. विपक्ष की नारेबाजी के बीच ही स्पीकर ने सदस्यों से ध्यानाकर्षण प्रस्ताव लिया. इसके बाद सदन की कार्यवाही मंगलवार 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गया.
झारखंड विधानसभा का शीतकालीन सत्र में चौथे कार्य दिवस यानी बुधवार 20 दिसंबर को राजकीय विधेयक और अन्य राजकीय कार्यों का निपटारा किया जाएगा. झारखंड विधानसभा के शीत सत्र का अंतिम कार्य दिवस गुरुवार 21 दिसंबर को होगा. इस दिन गैर-सरकारी संकल्प के अलावा सरकार अपना वक्तव्य पेश करेगी. बता दें इससे पहले शुक्रवार 15 दिसंबर को झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र की शुरुआत हुई. जिसमें शोक प्रस्ताव पारित तक दिवंगत हस्तियों को श्रद्धांजलि दी गयी.
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