रांचीः कैश कांड में फंसे कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी, राजेश कच्छप और विधायक नमन विक्सल कोंगाड़ी मामले में विधानसभा न्यायाधिकरण में मंगलवार को दोपहर ऑनलाइन सुनवाई (assembly tribunal hearing of Congress MLAs) हुई. इस दौरान प्रार्थी आलमगीर आलम के वकील उज्जवल आनंद की ओर से रिज्वांइडर फाइल की गई. इसके अलावा प्रार्थी की ओर से न्यायाधिकरण के समक्ष इस मामले में इश्यू फ्रेम करने का आग्रह किया गया. इस दौरान आरोपी विधायकों की ओर से रिज्वांइडर की कॉपी नहीं मिलने की बात न्यायाधिकरण को कही गई. जिस पर उन्हें वाट्सएप के माध्यम से डिजिटल और हार्ड कॉपी उपलब्ध कराने की बात कही गई.
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22 सितंबर को हुई पिछली सुनवाई के दौरान तीनों विधायक की ओर से वर्चुअल सुनवाई के बजाय फिजिकल सुनवाई की मांग की गई थी और किस नियम के तहत यह सुनवाई चल रही है, इस पर जवाब मांगा गया था. दोनों पक्षों की ओर से हुई सुनवाई के बाद न्यायाधिकरण ने अगली तारीख तक के लिए सुनवाई स्थगित कर दी. इस मामले में इससे पूर्व 1 सितंबर और 7 सितंबर को भी सुनवाई हो चुकी है.
कैश कांड में फंसे हैं कांग्रेस के तीनों विधायकः कांग्रेस के तीन विधायक इरफान अंसारी, राजेश कच्छप और नमन विक्सल कोंगाड़ी को कोलकाता पुलिस ने कैश के साथ गिरफ्तार किया था. गिरफ्तारी के बाद उन पर दलबदल करने की साजिश का आरोप लगाते हुए कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने स्पीकर रबींद्र नाथ महतो के समक्ष आवेदन दिया था. स्पीकर ने तीनों आरोपी विधायक के विरुद्ध नोटिस जारी कर जवाब मांगते हुए इसकी सुनवाई न्यायाधिकरण में शुरू की थी. पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिला में झारखंड के 3 विधायकों के पास से पुलिस ने 30 जुलाई की रात को भारी संख्या में नकद बरामद की थी. कैश इतनी ज्यादा था कि नोटों की गिनती के लिए काउंटिंग मशीन मंगवा कर घंटों इसकी जांच की गई थी. विधायकों के कैस के साथ पकड़े जाने के बाद इस मामले की जांच सीआईडी कर रही है और कोलकाता हाई कोर्ट में मामले की सुनवाई चल रही है. वहीं कांग्रेस पार्टी ने इन तीनों निलंबित कर दिया.