रांची: बिरसा कृषि विश्वविद्यालय में एग्रोटेक किसान मेला 2023 का आयोजन 3 फरवरी से 5 फरवरी तक किया गया. इस मेले में राज्य भर के किसान, विकास पदाधिकारी, खाद, बीज, उर्वरक, कीटनाशक, कृषि यन्त्र आदि के निर्माता-विक्रेता, बैंक, वित्तीय संस्थान, स्वयंसेवी संस्थायें और आईसीएआर के शोध संस्थान ने भाग लिया. विश्वविद्यालय की विभिन्न इकाइयों के अलावा प्रतिभागी संस्थाओं ने मेले में कुल 143 स्टाल लगाए थे, जिसमें प्रौद्योगिकी, सेवाओं और उत्पादों को प्रदर्शित किया गया.
इस वर्ष मेले की थीम 'कृषि आधुनिकीकरण द्वारा आय में वृद्धि' रखी गई थी. 3 फरवरी को उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम और कृषि मंत्री बादल पत्रलेख मौजूद थे. 4 फरवरी को महिला संगोष्ठी का आयोजन किया गया और अन्नदाताओं को कैंसर रोग के प्रति जागरूक किया गया. वहीं 5 फरवरी को एग्रोटेक किसान मेला का समापन समारोह हुआ, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में विधानसभा अध्यक्ष रवीन्द्र नाथ महतो शामिल हुए.
मेला घूमने के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने क्या कहा: समापन समारोह में एग्रोटेक मेला घूमने के बाद स्पीकर ने कहा कि राज्य के बड़े क्षेत्र में सिंचाई की सुविधा नहीं है. ऐसे में पानी के अभाव में खेत खाली रह जाता है. इसके प्रति बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों की जिम्मेवारी बढ़ जाती है. उन्होंने कहा कि मेगा लिफ्ट इरिगेशन जैसी तकनीक को ज्यादा से ज्यादा अपनाने की जरूरत है, ताकि राज्य की अधिक से अधिक भूमि सिंचित हो. स्पीकर रवीन्द्र नाथ महतो ने कहा कि तमाम परेशानियों के बावजूद किसानों को खेती करते रहना चाहिए.
मेले में क्या-क्या खास था: मेला परिसर में विश्वविद्यालय के 14 थीमेटिक पंडाल, सरकारी संस्थाओं के 27 पंडाल और 76 व्यावसायिक पंडाल बनाये गए थे. संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा साल 2023 को अंतर्राष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष घोषित किया गया है, इसलिए इस बार मेले में मोटे अनाजों को समर्पित एक विशेष स्टाल लगाया गया, जहां मिलेट्स के गुणों, उनकी उत्पादन तकनीक और उनसे निर्मित विभिन्न प्रसंस्कृत उत्पादों को प्रदर्शित किया गया और लोगों को इसकी जानकारी दी गयी. फल, फूल, सब्जी, मसाले, और औषधीय एवं सुगंधित पौधों से युक्त एक भव्य बागवानी प्रदर्शनी और गोवंश, भैंस, भेड़, बकरी, सूअर, मुर्गी, बत्तख आदि से युक्त पशु-पक्षी प्रदर्शनी के माध्यम से लोगों को इनकी जानकारी दी गयी.