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जनता दल यूनाइटेड महागठबंधन में तलाश रही उम्मीद, जानिए किन-किन सीटों पर पेश कर सकती है दावा

जनता दल यूनाइटेड झारखंड में (JDU organization in Jharkhand )अपनी जड़ें मजबूत करने में जुटी है. आने वाले दिनों में बड़े नेताओं का दौरा भी होने वाला है. पार्टी की प्रदेश इकाई जोर शोर से संगठन मजबूती की कवायद में जुटी है. जदयू झारखंड में अपने आगे की रणनीति तय करने में जुटी है.

JDU organization in Jharkhand
सरवन कुमार, नेता जेडीयू
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Published : Jan 9, 2023, 5:08 PM IST

Updated : Jan 9, 2023, 5:33 PM IST

सरवन कुमार, नेता, जेडीयू, और डॉ. तनुज खत्री, नेता, जेएमएम

रांची: एनडीए से अलग होने के बाद जनता दल यूनाइटेड अब महागठबंधन में अपनी स्थान देख रही है. बिहार में महागठबंधन के साथ मिलने के बाद अब झारखंड में भी महागठबंधन के अंदर जनता दल यूनाइटेड अपनी जगह तलाश कर रही है. इसको लेकर जनता दल यूनाइटेड के मुख्यालय प्रभारी व वरिष्ठ नेता सरवन कुमार बताते हैं कि जिस तरह से जेडीयू के सर्वमान्य नेता नीतीश कुमार के दिशा निर्देश पर पार्टी चल रही है ऐसे में यह तो निश्चित है कि आने वाले समय में झारखंड में जनता दल यूनाइटेड अपने जनाधार के बल पर अपनी खोई हुई लोकप्रियता हासिल करेगी(JDU organization engaged in strengthening ).

ये भी पढ़ेंः झारखंड आएंगे बिहार के सीएम नीतीश कुमार, खरमास के बाद जदयू करेगा प्रदेश कमेटी का गठन

उन्होंने बताया कि आने वाले 16 जनवरी को जनता दल यूनाइटेड के नए प्रभारी व बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी रांची आएंगे और पुराने विधानसभा भवन में कार्यकर्ताओं के साथ एक सम्मेलन करेंगे. जिसमें पार्टी के कार्यकर्ताओं को कई दिशा निर्देश दिए जाएंगे ताकि आने वाले समय में झारखंड इकाई की जनता दल यूनाइटेड एक बार फिर से जनाधार के साथ राज्य में मजबूत हो सके. उन्होंने बताया कि आने वाले समय में अपने बड़े नेताओं के दिशा निर्देश के हिसाब से पार्टी अपने बल पर यह तय करेगी कि किन-किन विधानसभा सीटों पर जनता दल यूनाइटेड अपने दावे मजबूत कर सकती है. उसके बाद ही महागठबंधन के आला नेताओं से बात कर गठबंधन का प्रयास किया जाएगा.


वहीं महागठबंधन में शामिल होने को लेकर झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रवक्ता डॉ तनुज खत्री बताते हैं कि निश्चित रूप से 2024 के आने वाले लोकसभा और विधानसभा चुनाव में महागठबंधन अपना और भी अधिक विस्तार करेगी और इसमें जो भी पार्टियां शामिल होंगी उनका स्वागत किया जाएगा. उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी में जो भी पार्टियां शामिल होती हैं, उसे समाप्त करने का प्रयास किया जाता है और जनता दल यूनाइटेड भी इसी का शिकार हुई है. लेकिन महागठबंधन का एक ही उद्देश्य है कि भारतीय जनता पार्टी के लोगों से देश को बचाना है ताकि राज्य और देश में सुख और शांति बनी रहे.

झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रवक्ता तनुज खत्री बताते हैं कि 2024 के चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी में डर का माहौल है. इसीलिए अमित शाह झारखंड में जनसभा कर लोगों को दिग्भ्रमित कर रहे हैं. लेकिन झारखंड की जनता अब पूरी तरह से समझ चुकी है कि राज्य का बेहतर भविष्य महागठबंधन के साथ ही है. भारतीय जनता पार्टी सिर्फ लोगों को बरगला सकती है ना कि राज्य का विकास कर सकती है.

जनता दल यूनाइटेड की तरफ से यह भी बताया जा रहा है कि आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी अपने जनाधार के बल पर महागठबंधन में शामिल होने के बाद वैसे सीटों पर अपना दावा पेश करेगी, जिन सीटों पर पूर्व के चुनाव में जनता दल यूनाइटेड ने अपनी जीत प्राप्त की है. मुख्यालय प्रभारी सरवन कुमार बताते हैं कि 16 जनवरी को होने वाली बैठक के बाद यह तय हो जाएगा कि किन-किन सीटों पर जनता दल यूनाइटेड अपना प्रत्याशी खड़ा करेगी. करीब 20 से 25 विधानसभा क्षेत्र में जनता दल यूनाइटेड का जनाधार बढ़ा है.

हजारीबाग के मांडू विधानसभा सीट पर जनता दल यूनाइटेड अपना दावा कर सकती है, क्योंकि इस सीट से वर्तमान के राज्यसभा सांसद खीरू महतो विधायक रह चुके हैं और इस सीट पर जदयू की अच्छी पकड़ मानी जाती है. इसके अलावा धनबाद इलाके के बाघमारा विधानसभा सीट पर भी जनता दल यूनाइटेड अपना दावा पेश कर सकती है क्योंकि यहां पर जनता दल यूनाइटेड के पूर्व नेता जलेश्वर महतो विधायक रह चुके हैं. इसी प्रकार पलामू क्षेत्र के छतरपुर विधानसभा सीट और रांची के तामाड़ विधानसभा सीट पर भी जनता दल यूनाइटेड ने वर्ष 2005 में जीत प्राप्त की थी. इसको लेकर जनता दल यूनाइटेड महागठबंधन के साथ इन सीटों पर दावा पेश कर सकती है. अब देखने वाली बात होगी कि आने वाले झारखंड के विधानसभा चुनाव में जनता दल यूनाइटेड किन-किन सीटों पर महागठबंधन के नेताओं से सहमति बना पाती है या फिर पूर्व की तरह ही झारखंड में जनता दल यूनाइटेड को अकेले ही संघर्ष करना पड़ेगा.

सरवन कुमार, नेता, जेडीयू, और डॉ. तनुज खत्री, नेता, जेएमएम

रांची: एनडीए से अलग होने के बाद जनता दल यूनाइटेड अब महागठबंधन में अपनी स्थान देख रही है. बिहार में महागठबंधन के साथ मिलने के बाद अब झारखंड में भी महागठबंधन के अंदर जनता दल यूनाइटेड अपनी जगह तलाश कर रही है. इसको लेकर जनता दल यूनाइटेड के मुख्यालय प्रभारी व वरिष्ठ नेता सरवन कुमार बताते हैं कि जिस तरह से जेडीयू के सर्वमान्य नेता नीतीश कुमार के दिशा निर्देश पर पार्टी चल रही है ऐसे में यह तो निश्चित है कि आने वाले समय में झारखंड में जनता दल यूनाइटेड अपने जनाधार के बल पर अपनी खोई हुई लोकप्रियता हासिल करेगी(JDU organization engaged in strengthening ).

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उन्होंने बताया कि आने वाले 16 जनवरी को जनता दल यूनाइटेड के नए प्रभारी व बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी रांची आएंगे और पुराने विधानसभा भवन में कार्यकर्ताओं के साथ एक सम्मेलन करेंगे. जिसमें पार्टी के कार्यकर्ताओं को कई दिशा निर्देश दिए जाएंगे ताकि आने वाले समय में झारखंड इकाई की जनता दल यूनाइटेड एक बार फिर से जनाधार के साथ राज्य में मजबूत हो सके. उन्होंने बताया कि आने वाले समय में अपने बड़े नेताओं के दिशा निर्देश के हिसाब से पार्टी अपने बल पर यह तय करेगी कि किन-किन विधानसभा सीटों पर जनता दल यूनाइटेड अपने दावे मजबूत कर सकती है. उसके बाद ही महागठबंधन के आला नेताओं से बात कर गठबंधन का प्रयास किया जाएगा.


वहीं महागठबंधन में शामिल होने को लेकर झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रवक्ता डॉ तनुज खत्री बताते हैं कि निश्चित रूप से 2024 के आने वाले लोकसभा और विधानसभा चुनाव में महागठबंधन अपना और भी अधिक विस्तार करेगी और इसमें जो भी पार्टियां शामिल होंगी उनका स्वागत किया जाएगा. उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी में जो भी पार्टियां शामिल होती हैं, उसे समाप्त करने का प्रयास किया जाता है और जनता दल यूनाइटेड भी इसी का शिकार हुई है. लेकिन महागठबंधन का एक ही उद्देश्य है कि भारतीय जनता पार्टी के लोगों से देश को बचाना है ताकि राज्य और देश में सुख और शांति बनी रहे.

झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रवक्ता तनुज खत्री बताते हैं कि 2024 के चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी में डर का माहौल है. इसीलिए अमित शाह झारखंड में जनसभा कर लोगों को दिग्भ्रमित कर रहे हैं. लेकिन झारखंड की जनता अब पूरी तरह से समझ चुकी है कि राज्य का बेहतर भविष्य महागठबंधन के साथ ही है. भारतीय जनता पार्टी सिर्फ लोगों को बरगला सकती है ना कि राज्य का विकास कर सकती है.

जनता दल यूनाइटेड की तरफ से यह भी बताया जा रहा है कि आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी अपने जनाधार के बल पर महागठबंधन में शामिल होने के बाद वैसे सीटों पर अपना दावा पेश करेगी, जिन सीटों पर पूर्व के चुनाव में जनता दल यूनाइटेड ने अपनी जीत प्राप्त की है. मुख्यालय प्रभारी सरवन कुमार बताते हैं कि 16 जनवरी को होने वाली बैठक के बाद यह तय हो जाएगा कि किन-किन सीटों पर जनता दल यूनाइटेड अपना प्रत्याशी खड़ा करेगी. करीब 20 से 25 विधानसभा क्षेत्र में जनता दल यूनाइटेड का जनाधार बढ़ा है.

हजारीबाग के मांडू विधानसभा सीट पर जनता दल यूनाइटेड अपना दावा कर सकती है, क्योंकि इस सीट से वर्तमान के राज्यसभा सांसद खीरू महतो विधायक रह चुके हैं और इस सीट पर जदयू की अच्छी पकड़ मानी जाती है. इसके अलावा धनबाद इलाके के बाघमारा विधानसभा सीट पर भी जनता दल यूनाइटेड अपना दावा पेश कर सकती है क्योंकि यहां पर जनता दल यूनाइटेड के पूर्व नेता जलेश्वर महतो विधायक रह चुके हैं. इसी प्रकार पलामू क्षेत्र के छतरपुर विधानसभा सीट और रांची के तामाड़ विधानसभा सीट पर भी जनता दल यूनाइटेड ने वर्ष 2005 में जीत प्राप्त की थी. इसको लेकर जनता दल यूनाइटेड महागठबंधन के साथ इन सीटों पर दावा पेश कर सकती है. अब देखने वाली बात होगी कि आने वाले झारखंड के विधानसभा चुनाव में जनता दल यूनाइटेड किन-किन सीटों पर महागठबंधन के नेताओं से सहमति बना पाती है या फिर पूर्व की तरह ही झारखंड में जनता दल यूनाइटेड को अकेले ही संघर्ष करना पड़ेगा.

Last Updated : Jan 9, 2023, 5:33 PM IST
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