रांची: प्रदेश में सत्तारूढ़ बीजेपी संथाल परगना इलाके के जामताड़ा जिले से जन आशीर्वाद यात्रा की औपचारिक शुरुआत करने जा रही है. 18 सितंबर को शुरू की जाने वाली इस यात्रा को देश के गृह मंत्री और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे.
जन आशीर्वाद यात्रा की शुरुआत
इस जन आशीर्वाद यात्रा की शुरुआत संथाल परगना के जामताड़ा इलाके से करने के पीछे पार्टी का राजनीतिक मकसद है. जामताड़ा जिले में पड़ने वाले दोनों विधानसभा में से किसी पर बीजेपी के विधायक नहीं है. सूत्रों की माने तो जन आशीर्वाद यात्रा उन इलाकों में ज्यादा फोकस करेगी, जहां-जहां विपक्षी दलों के विधायक हैं. संथाल परगना की 18 विधानसभा सीटों में से 10 पर झारखंड मुक्ति मोर्चा समेत अन्य विपक्षी दलों का कब्जा है और 8 सीटें बीजेपी के खाते में है. ऐसे में पार्टी की नजर उन सभी 10 सीटों पर है.
ये भी पढ़ें-बीजेपी में शामिल होने की खबरों से सुखदेव भगत ने किया इंकार, कहा- यह सब हैं सिर्फ अफवाहें
क्या कहते हैं पार्टी के नेता
बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता दीनदयाल वर्णवाल की माने तो पिछले कई दशकों से संथाल परगना में झारखंड मुक्ति मोर्चा का सिक्का चलता रहा है. वहां की अलग-अलग विधानसभा और लोकसभा सीटों से झामुमो उम्मीदवार जीत हासिल करते रहे हैं, लेकिन वहां विकास की किरण नहीं पहुंची. वहीं, मौजूदा राज्य सरकार ने संथाल परगना के सभी 6 जिलों में विकास के कार्यक्रम चलाए, जिस वजह से पार्टी का जनाधार वहां बढ़ा है.
15 विधानसभा सीटों पर है पार्टी की नजर
बीजेपी के दूसरे प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव का दावा है कि जिस तरह लोकसभा चुनाव में झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन को बीजेपी ने हराया है, अब बारी पार्टी के अन्य विधायकों की है. जामताड़ा के नाला में सक्रिय बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता प्रवीण प्रभाकर कहते हैं कि पार्टी की नजर 15 विधानसभा सीटों पर है. इधर जन आशीर्वाद योजना के मद्देनजर संगठन की तैयारी जोरों पर है. प्रदेश संगठन महामंत्री धर्मपाल समेत कार्यक्रम के प्रभारी और रांची के सांसद संजय सेठ, संथाल परगना प्रमंडल के प्रभारी प्रदीप वर्मा और दुमका के सांसद सुनील सोरेन का भी जामताड़ा दौरा हो चुका है.