रांचीः झारखंड के राजभवन का नजारा मंगलवार को देखने लायक था. दरबार हॉल में जम्मू-कश्मीर और लद्दाख की संस्कृति ने सबका मन मोह लिया. दोनों केंद्र शासित प्रदेशों के स्थापना दिवस के मौके पर कुछ बच्चियां पारंपरिक वेशभूषा में पहुंचीं तो सबसे चेहरे खिल उठे. राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन, प्रधान सचिव नितीन मदन कुलकर्णी समेत राजभवन के कर्मियों ने दोनों राज्यों की बच्चियों और अन्य बाशिंदों के साथ तस्वीरें खिंचवाई.
ये भी पढ़ें-राज्यपाल से मुख्यमंत्री ने की मुलाकात, खेलगांव जाने से पहले अचानक पहुंचे राजभवन
इस अवसर पर राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने अपने संबोधन में कहा कि दोनों केंद्र शासित प्रदेश भारत के स्वर्ग हैं. इन प्रदेशों की प्राकृतिक सुंदरता और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत पूरी दुनिया को अपनी ओर आकर्षित करती हैं. अलग-अलग भाषा और संस्कृति अपने देश को सबसे अलग पहचान देतीं हैं. दोनों प्रदेशों के रहन-सहन अलग हैं. पहनावा में भी विविधता है. दोनों की लोकगीत, लोक नृत्य और लोक उत्सव मन मोह लेते हैं. इसी विविधता में हमारी एकता है और हम सभी एक हैं. राज्यपाल ने कहा कि हम सभी को अपनी भाषा, संस्कृति और परंपरा से प्रेम करने के साथ-साथ दूसरों की भाषा, संस्कृति और परंपरा का भी आदर करना चाहिए.
राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने कहा कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लोगों ने पर्यटन और आतिथ्य सत्कार से अपनी अलग पहचान बनाई है. उनका साहस और राष्ट्र प्रेम हम सभी के लिए प्रेरणादायक है. राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में दोनों केंद्र शासित प्रदेश में चहुंमुखी विकास हो रहा है. एक भारत श्रेष्ठ भारत कार्यक्रम से भारत के अलग-अलग क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को जानने का मौका मिलेगा. उन्होंने कहा कि संस्कृतियों का भी आदान-प्रदान होगा. इस दौरान दोनों प्रदेशों के बच्चों ने लोक गीत और नृत्व की प्रस्तुति भी की. कार्यक्रम के समापन पर राज्यपाल ने सभी को सम्मानित किया.