रांची: सीबीएसई ओर आईसीएसई की तर्ज पर झारखंड एकेडमिक काउंसिल की ओर से ली जाने वाली मैट्रिक की परीक्षा रद्द हो सकती है. बता दें कि झारखंड एकेडमिक काउंसिल की ओर से फिलहाल सीबीएसई 12वीं की परीक्षा को लेकर निर्णय के बाद जैक द्वारा आयोजित 10वीं और 12वीं की परीक्षा का निर्णय लिया जा सकेगा. जैक की ओर से ऑनलाइन एक बैठक कर शिक्षकों से इन परीक्षाओं को लेकर राय भी मांगी गई है.
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जैक ने की ऑनलाइन बैठक
मैट्रिक और इंटरमीडिएट परीक्षा को लेकर झारखंड एकेडमिक काउंसिल और विभाग नतीजे तक नहीं पहुंची है. लेकिन जैक और राज्य सरकार केंद्र सरकार के सीबीएसई परीक्षा को लेकर क्या कुछ निर्णय होता है इस के इंतजार में है. इन परीक्षाओं को लेकर सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का इंतजार भी स्कूली शिक्षा साक्षरता विभाग की ओर से किया जा रहा है. दरअसल, झारखंड एकेडमिक काउंसिल की ओर से सोमवार को सभी जिलों के शिक्षा पदाधिकारियों के साथ एक ऑनलाइन बैठक हुई.
दोनों परीक्षाओं को लेकर विचार विमर्श
इस बैठक के दौरान मैट्रिक और इंटरमीडिएट की परीक्षा को लेकर क्या कुछ रास्ता निकल सकता है, इस पर चर्चा की गई. शिक्षा विभाग शिक्षकों की राय भी जानने की कोशिश कर रही है कि अगर 12वीं की परीक्षा आयोजित की जाती है तो किस आधार पर होगी. इस बैठक के दौरान कुछ जिलों के शिक्षा पदाधिकारियों ने सीबीएसई की तर्ज पर होम सेंटर की वकालत की. इस पर होने वाली परेशानियों को लेकर भी चर्चा की गई है.
मैट्रिक के विद्यार्थियों को प्रमोट करने पर जोर
जैक सचिव महीप कुमार सिंह ने शिक्षा पदाधिकारियों से इन परीक्षाओं को लेकर क्या कुछ निर्णय लिया जा सकता है और क्या संभव हो सकता है, इसकी पूरी रिपोर्ट मांगी है. हालांकि, अधिकतर जिलों के शिक्षा पदाधिकारी ने दसवीं की परीक्षा रद्द कर विद्यार्थियों को आंतरिक आकलन के तहत प्रमोट करने पर जोर दिया है.