रांचीः झारखंड विधानसभा में चल रहे गतिरोध के बीच जेपीसीसी के कार्यकारी अध्यक्ष और जामताड़ा से विधायक इरफान अंसारी ने विवादास्पद बयान दिया है. उन्होंने कहा कि विपक्षी विधायकों ने जो आचरण पेश किया है वह असंवैधानिक है. अंसारी ने कहा कि बीजेपी के विधायक कल्चर भूल गये हैं इस दौरान उन्होंने बेहद ही अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल किया.
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संसदीय परंपरा का उल्लंघन
इरफान अंसारी ने कहा कि विधानसभा के स्पीकर से उन्होंने आग्रह किया है जो बेवजह बोल रहे थे उन पर कार्रवाई होनी चाहिए. कांग्रेस विधायक ने कहा कि हैरानी की बात यह है कि जो दूसरी बार चुनकर सदन पहुंचे हैं उनका आचरण भी अजीब है. उन्होंने कहा कि ऐसे विधायक कहीं न कहीं संसदीय परंपरा का उल्लंघन कर रहे हैं. ऐसे विधायकों पर निश्चित रूप से कार्रवाई होना चाहिए.
इरफान को आचरण सीखने की आवश्यकता
वहीं, गोड्डा से विधायक अमित मंडल ने इरफान अंसारी के दिए विवादास्पत बयान पर कहा कि ऐसे लोगों से आचरण सीखने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि इरफान अंसारी ने जो पिछले सत्र में किया था जो वह पहली बार विधायक बने थे जब माइक फेंककर स्पीकर को मारा था. ऐसे में उनकी नैतिकता कहां गई, यह उनसे पूछना चाहिए. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के विधायक की जो भी टिप्पणी आती है वह असंवैधानिक होती है. उस पर टिप्पणी ना करना ही गरिमा को बचाएगा. वहीं, श्वेत पत्र फाड़ने को लेकर उन्होंने कहा कि उन्होंने ऐसा विरोध स्वरूप किया. उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार में आर्थिक स्थिति खराब हुई है आया श्वेत पत्र में दर्शाया गया लेकिन उस समय राज्य सरकार ने अच्छा परफॉर्म किया.
अमित मंडल ने कहा कि चीजें पिक करके श्वेत पत्र में जोड़ी गयी है. उन्होंने कहा कि बीजेपी सदस्यों ने सदन में कभी माइक नहीं फेंका, कभी कागज नहीं फाड़ा.