रांचीः खनिज संपदा के बाद झारखंड की पहचान खेल और खिलाड़ियों की वजह से भी है. जिसमें हॉकी का विशेष स्थान है. हॉकी के जरिए झारखंड के खिलाड़ियों ने विश्व पटल पर धाक जमायी है. इन खिलाड़ियों को एस्ट्रो टर्फ की कमी की मार हमेशा ही झेलनी पड़ी है. रांची में एकमात्र इंटरनेशनल स्तर का एस्ट्रो टर्फ है. जिसका टर्फ अभी खराब स्थिति में है. खेल विभाग, रांची के बरियातू स्थित राजकीय बालिका विद्यालय के ग्राउंड में नया अंतर्राष्ट्रीय एस्ट्रोटर्फ स्टेडियम बना रहा है.
गौरतलब है कि बालू मिट्टी के मैदान पर सालों से अभ्यास करने वाली महिला खिलाड़ियों को अब अंतर्राष्ट्रीय स्तर का टर्फ जल्द मिलने वाला है. राजधानी में सरकार का अंतर्राष्ट्रीय स्तर का एक ही एस्ट्रोटर्फ स्टेडियम है, जो मोरहाबादी में स्थित है. इसी स्टेडियम में तमाम खिलाड़ी प्रैक्टिस करते हैं. यहीं, राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय खेलों का आयोजन भी होता है. हालांकि बरियातू स्थित बालिका विद्यालय के मैदान में भी बरियातू ट्रेनिंग सेंटर के हॉकी खिलाड़ी प्रैक्टिस करते नजर आते हैं. अब इन खिलाड़ियों को बालू मिट्टी के मैदान पर प्रैक्टिस नहीं करना पड़ेगा. इनके लिए खेल विभाग 7 करोड़ रुपए की लागत से एक नये टर्फ का निर्माण करवी रही है.
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खेल विभाग के अधिकारियों की माने तो यह अंतर्राष्ट्रीय स्तर का है. जहां बेस्ट सिंथेटिक ट्रैक लगाए जा रहे हैं. एक महीने के अंदर स्टेडियम बनकर तैयार हो जाएगा और खिलाड़ियों को सौप दिया जाएगा. बता दें कि 90 के दशक में मोरहाबादी में बने एस्ट्रो टर्फ और 2015 -16 में रेलवे द्वारा हटिया में बनाया गये टर्फ के बाद जिले में यह तीसरा टर्फ स्टेडियम होगा. जो बेहतरीन होगा. जानकारी के अनुसार स्टेडियम में एस्ट्रो टर्फ बिछाने से पहले की आधारभूत संरचना तैयार करने का काम पिछले 9 महीने से चल रहा है. विभाग ने जल्द से जल्द इस स्टेडियम को पूरा करने का लक्ष्य रखा है.