रांचीः स्थायी करने की मांग को लेकर झारखंड अनुबंधित पारा चिकित्साकर्मी संघ के नेतृत्व में कर्मचारियों ने मंगलवार को पूरे राज्य में सांकेतिक हड़ताल किया. सांकेतिक हड़ताल के बाद अनुबंधित पारा चिकित्सा कर्मी संघ ने निर्णय लिया कि वह अपने हड़ताल को अनिश्चितकाल तक जारी रखेंगे. इसी के साथ कर्मचारी हड़ताल पर चले गए.
झारखंड अनुबंधित पारा चिकित्सा कर्मी संघ के सचिव नवीन कुमार ने बताया कि स्थायीकरण की मांग को लेकर मंगलवार को सांकेतिक हड़ताल के दौरान राज्य सरकार और स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोई सकारात्मक पहल नहीं की गई है. इसीलिए झारखंड अनुबंधित पारा चिकित्सा कर्मी संघ ने निर्णय लिया है कि हड़ताल को आगे भी जारी रखा जाएगा. अगर सरकार जल्द से जल्द अनुबंध पर कार्यरत चिकित्साकर्मियों को स्थाई नहीं करती है तो यह हड़ताल अनिश्चितकाल में तब्दील कर दी जाएगी.
अनुबंधित कर्मचारी स्वास्थ्य सेवाएं बंद रखेंगे
अनुबंध पर कार्यरत पारा मेडिकलकर्मियों का कहना है कि पिछले 13-14 वर्षों से वे स्वास्थ्य विभाग में सेवा दे रहे हैं, इसके बावजूद भी अभी तक स्थायीकरण को लेकर निर्णय नहीं लिया गया है. हड़ताल पर गए कर्मियों ने मांग की कि कोविड-19 के दौरान उन्हें किसी तरह की सुविधा नहीं मिल रही है, जबकि वह अपनी जान पर खेलकर जन सेवा कर रहे हैं. इसलिए राज्य भर में कार्यरत अनुबंधित पारा मेडिकलकर्मियों ने निर्णय लिया है कि अगर सरकार जल्द से जल्द उनके स्थायीकरण पर विचार नहीं करती है तो राज्य भर में 5 अगस्त से अनुबंधित कर्मचारी स्वास्थ्य सेवाएं बंद रखेंगे.
स्वास्थ्यमंत्री से लिखित आश्वासन मांगा
बता दें कि पारा मेडिकलकर्मियों में एएनएम/जीएनएम,लैब टेक्नीशियन,ओटी टेक्नीशियन,ऐक्स-रेकर्मी सभी अपने कार्य का बहिष्कार करेंगे. हालांकि स्वास्थ्य विभाग की ओर से वरिष्ठ अधिकारियों ने हड़ताल पर जा रहे कर्मचारियों से बात करने की कोशिश की, लेकिन कर्मचारियों ने स्वास्थ्यमंत्री और स्वास्थ्य सचिव से मिलकर लिखित में आश्वासन की मांग की है.