रांची: मानसून शुरू होते ही ग्रामीण क्षेत्रों में मनरेगा के तहत होने वाली कई सरकारी योजनाएं अब दम तोड़ते नजर आ रही हैं. बिरसा हरित ग्राम योजना के तहत नामकुम के सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों में हजारों पेड़ पौधे लगाने की योजना मनरेगा कर्मियों की हड़ताल के बाद गड्ढा खोदकर ज्यों का त्यों पड़ी हुई है. ऐसे में सरकार की करोड़ों लागत से चलने वाली योजनाएं अब आधे अधूरे पड़ी हुई हैं. नामकुम के सुदूरवर्ती लाली रामपुर सिद्रोल में मनरेगा से चलने वाली कई योजनाएं पिछले 25 दिनों से धरातल पर देखने को नहीं मिल रही हैं.
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पूरे राज्य के मनरेगा कर्मचारी अपनी मांग को लेकर पिछले 25 दिनों से हड़ताल पर हैं. ब्लॉक स्तर से काम होने वाली यह मनरेगा के सभी कर्मचारी हड़ताल के कारण जो योजनाएं निलंबित हैं, उसके लिए सरकार को इस पर पहल करनी चाहिए ताकि जो योजनाएं पिछले कई दिनों से बंद पड़ी हैं उनको मानसून खत्म होने के पहले समाप्त कर लेना चाहिए. खासकर मानसून के समय सरकार की बिरसा हरित ग्राम योजना पूरी तरह से ठप पड़ी हुई है. स्थानीय मुखिया और जिला परिषद के द्वारा बताया जा रहा है कि मनरेगा कर्मचारियों की हड़ताल के बाद से जो काम चल रहे थे, वह पूरी तरह से ठप पड़े हुए हैं.